Rohiri Festival: रोहिड़ी इससे पहले कभी चर्चा में नहीं आया। जब से राजस्थान के एक निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) ने रोहिड़ी म्यूजिक फेस्टिवल का बीड़ा उठाया है, तभी से रोहिड़ी लोगों की जुबान पर आया है। असल में यह एक गांव है और इसके पास है विस्तृत मरुस्थल। जोरदार सुनहरे धोरे, जिनका ओर-छोर दिखाई नहीं देता। राजस्थान (Rajasthan) में जैसलमेर के सम का मरुस्थल सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है और जैसलमेर के पर्यटन व्यवसायियों ने उसी मरुस्थलीय क्षेत्र का जोरदार दोहन किया है। करोड़ों रुपए कमाए हैं और करोड़ों रुपए हर साल कमा रहे हैं। करीब…
Author: Prime Time Bharat
Rohiri Festival: राजस्थान के सर्वाधिक चर्चित विधायक रविंद्र भाटी (Ravindra Bhati) और उनके समर्थकों में भयंकर नाराजगी है। राज्य सरकार ने भाटी द्वारा आयोजित किया जाने वाला ‘रोहिड़ी म्यूजिक फेस्टिवल’ रद्ध कर दिया है। रविंद्र भाटी ने कहा कि यह उनके राजनीतिक विरोधियों का षड्यंत्र है, भाटी के इस तरक में दम है। भाटी राजस्थान के सीमावर्ती इलाके बाड़मेर (Barmer) जिले में शिव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं और विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जमानत जब्त करवाने के बाद लोकसभा चुनाव में बीजेपी के केंद्रीय मंत्री के तीसरे नंबर पर रहने का कारण रहे हैं। राजस्थान की भजनलाल शर्मा…
Rajasthan Politics: राजस्थान के जैसलमेर जिले में जन्मे राज्यवर्धन सिंह (Rajyavardhan Singh Rathore) राठौड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की पहली कैबिनेट में मंत्री थे तो फिर वे 2023 में विधायक क्यों बन गए? क्या ये उनका डिमोशन था, या वजह कुछ और थी? ऐसे तमाम सवाल उस वक्त से लोगों के जहन में हैं, जब से कर्नल राठौड़ ने राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ा है। एक इंटरव्यू में राजस्थान के कैबिनेट मंत्री राठौड़ ने खुद इन सवालों का जवाब दिया है। ‘गोली कान के पास से नहीं निकली तो कैसे फौजी’ राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा, ‘जब मैंने राजनीति में जाने…
Shayari: शेर-ओ-शायरी के भी अपने अलग अंदाज हैं। खास तौर पर उनके शब्दों के भी कुछ खास मायने होते हैं। ऱशेर और शायरी में गूंथे गए एक एक शब्द का अंदाज अलग होता है, उनके अर्थ अनेक होते हैं और हर अर्थ का अनर्थ भी हो सकता है। क्योंकि सब कुछ कहने वाले, जिस पर कहा जाए उस पर और कहने के वक्त पर निर्भर करता है। इसी तरह के एक शेर में कुछ खास अर्थों की व्यााख्या यहां प्रसंतुत है… एक बहुत मशहूर शेर है… आंखें दिखलाते हो, जोबन तो दिखाओ साहब वो अलग बांध के रक्खा है, जो…
Manmohan Singh: मनमोहन सिंह जब तक जिंदा रहे, हर स्तर पर सम्मानित होते रहे, लेकिन मरने के बाद दुनिया भर में उनकी प्रशंसा हो रही है। हालांकि, प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद मनमोहन सिंह बीते दस साल से लगभग निर्वासित जीवन ही जी रहे थे, बीमार रहते थे, और सक्रिय राजनीति से भी किनारे हो गए थे। दशक भर के इस दौर में किसी भी देश के किसी भी राजनेता या राजनयिक ने डॉ मनमोहन सिंह की कोई खैर खबर नहीं ली, लेकिन उनकी मौत के बाद अचानक सभी उनको विश्व नेता के रूप में याद करने लग गए…
Ashok Gehlot Manmohan singh: कांग्रेस के दिग्गज नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए केंद्र सरकार से निगमबोध घाट के अलावा अन्य किसी बेहतर स्थान पर की मांग की थी, लेकिन सरकार ने निगमबोध घाट पर ही उनका अंतिम संस्कार करने की इजाजत दी और वहीं हुआ। अब कांग्रेस को उम्ीद है कि सरकार उनके समृति स्थल के लिए बेहतर जगह देगी। गहलोत मनमोगृहन सिंह के काफी करीब रहे हैं। वे मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री काल में प्रदेश में मुख्यमंत्री रहे, तथा उससे पहले वे उनके साथ केंद्र…
Narendra Modi: लोकतंत्र की समस्त राजनैतिक ताकत जनता में निहित है, वह जनता ही अपनी सरकार चुनती है और सरकार उनकी समान सुरक्षा और फायदे के लिए कार्य करती है। फिर लोकतंत्र की खास बात यह भी है कि जनता को ही सरकार में बैठे लोगों को बदलने का अधिकार है। इसी लिए संसार के किसी भी लोकतंत्र में लोगों की संप्रभुता के इस कालातीत आख्यान को कम करके नहीं आंका जा सकता। भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और इसी साल की गर्मियों में अप्रैल से मई महीनों के बीच में भारत में एक बार फिर लोकतंत्र…
Ambedkar and Congress: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, उनके नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भले ही चीख चीख कर कह रहे हैं कि डॉ भीमराव आंबेडकर का कांग्रेस बहुत सम्मान करती है। लेकिन जैसा कि लोग मानते हैं और तथ्य भी बताते हैं कि कांग्रेस की वजह से आंबेडकर को दो बार लोकसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। भारत की आज़ादी के चार साल बाद पहला लोकसभा चुनाव 1951 में शुरू हुआ और 1952 में खत्म हुआ। डॉ भीमराव आंबेडकर लोकसभा चुनाव कांग्रेस के सामने हार गए थे। दो साल बाद आंबेडकर ने उपचुनाव लड़ा तो कांग्रेस उम्मीदवार…
Pilot Cheshta Bishnoi: राजस्थान में जोधपुर की चेष्टा बिश्नोई (Cheshta Bishnoi) के सपने आकाश में उड़ान भर रहे थे। वह कमर्शियल पायलट (Pilot) बनने की ट्रेनिंग ले रही थी। अगर जी ली होती, तो आसमान पर राज करने वाली साबित होती। लेकिन उससे पहले ही दुनिया से विदा हो गई। उसके अंगदान कर दिए गए हैं और पार्थिव देह को पुणे से जैसलमेर जिले में चेष्टा के पैतृक गांव खेतोलाई (Khetolai) लाकर अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है। जोधपुर (Jodhpur) की रहने वाली केवल 21 साल की चेष्टा जीवन में जी तो बहुत कम, लेकिन मरने के बाद भी…
Raj Kapoor: महान फिल्मकार राज कपूर की 100वीं जयंती के अवसर पर कपूर परिवार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से एक भावपूर्ण बातचीत की। इस विशेष मुलाकात में भारतीय सिनेमा में राज कपूर के अद्वितीय योगदान और उनकी चिरस्थायी विरासत को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री ने कपूर परिवार के साथ खुलकर बातचीत की। राज कपूर की पुत्री सुश्री रीमा कपूर ने राज कपूर के आगामी शताब्दी समारोह के अवसर पर कपूर परिवार से मिलने के लिए अपना बहुमूल्य समय निकालने पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। सुश्री कपूर ने राज कपूर की फिल्म के एक गीत की कुछ…