Ahmedabad Air India Plane Crash: अहमदाबाद में विमान दुर्घटना में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हुई, उनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी थे। वे एयर इंडिया (Air India) की उड़ान संख्या AI-171 से लंदन जा रहे थे। बीजेपी के वरिष्ठ नेता रूपाणी अपनी सादगी और कार्यकुशलता के लिए जाने जाते थे। रुपाणी लंदन में अपनी बेटी से मिलने और पत्नी को लेने जा रहे थे। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 12 जून 2025 को एयर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान ने जैसे ही रव ने छोड़ा, वह डगमगाने लग गया, और महज 2 मिनट में ही आग के गोले में परिवर्तित होकर गिर गया। यह हादसा भारतीय नागरिक उड्डयन सेक्टर, गुजरात की राजनीति और जनसामान्य के लिए एक गहरा आघात है।
महज 59 सैकेंड में ही आग का गोला बन गया
एयर इंडिया का ये विमान AI-171 दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ था। उड़ान भरने के 59 सैकेंड में ही, विमान केवल 600 फीट ऊपर उडता हुआ आग के गोले में परिवर्तित हो गया और मेघाणी नगर क्षेत्र में सिविल हॉस्पिटल की एक पांच मंजिला आवासीय इमारत पर गिर गया, जिसके बाद उसमें भीषण आग लग गई। विमान हादसे में 242 में से 241 यात्रियों सहित चालक दल के सभी सदस्यों के साथ गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मृत्यु की पुष्टि हुई है। केवल 1 यात्री रमेश कुमार विश्वास की जान बच गई, जो आग का गोला बने उड़ते विमान से जमीन पर कूदने में कामयाब रहे। माना जा रहा है कि तकनीकी खराबी इस हादसे का कारण हो सकती है। विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, और 1 कनाडाई नागरिक सवार थे, जिनमें 217 वयस्क, 11 बच्चे, और 2 शिशु शामिल थे। सभी 242 यात्रियों में से 241 यात्री मृत मान लिए गए हैं, और एक यात्री के जीवित बचने की खबर भी सामने आई है। विमान के पायलट ने क्रैश से पहले मेडे (Mayday) कॉल किया था, जो आपातकालीन स्थिति का संकेत था। हादसे की जांच के लिए उच्च-स्तरीय समिति गठित की गई है।

सादगी भरा रहा विजय रूपाणी का सियासी सफर
अपनी बेटी को मिलने और पत्नी को वापस भारत लाने के लिए लंदन जाते वक्त मौत के शिकार हुए गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सादगी पसंद जीवन के लिए जाने जाते थे। उनका जन्म 2 अगस्त 1956 को म्यांमार के रंगून (अब यांगून) में हुआ था। बचपन में उनका परिवार राजकोट, गुजरात आ गया। उनकी शिक्षा राजकोट में हुई, जहां उन्होंने बीए और एलएलबी की डिग्री हासिल की। रूपाणी का राजनीतिक जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से शुरू हुआ, और वे भारतीय जनता पार्टी के एक समर्पित नेता बने। सन 1975-77 के दौरान आपातकाल में उन्हें जेल भी जाना पड़ा, जो उनके राजनीतिक संघर्ष का प्रतीक रहा। रूपाणी ने 1987 में राजकोट नगर निगम के पार्षद के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वे 2006 में राज्यसभा सांसद बने और 2014 में राजकोट पश्चिम से विधायक चुने गए। 2016 में, आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद, उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया। सन 2016 से 2021 तक उनके कार्यकाल में गुजरात में औद्योगिक विकास, बुनियादी ढांचे, और निवेश को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान रहा। वे देश के गृह मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता अमित शाह के करीबी माने जाते थे और 2016 में गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे। सन 2021 में मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद, वे पंजाब और चंडीगढ़ के लिए बीजेपी के प्रभारी बने।

विमान हादसे पर पीएम मोदी सहित दुनिया भर की संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे को हृदयविदारक बताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, अहमदाबाद की त्रासदी ने हमें स्तब्ध और दुखी किया है। यह हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं। मैं मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हूं, जो प्रभावितों की सहायता कर रहे हैं। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से स्थिति का जायजा लिया। गृह मंत्री अमित शाह ने इस विमान हादसे पर भी गहरा दुख व्यक्त किया और कहा, मैं इस दुखद घटना से अत्यंत व्यथित हूं। उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री हर्ष संघवी, और अहमदाबाद पुलिस आयुक्त से बात की, साथ ही बचाव कार्यों के लिए केंद्र सरकार की ओर से पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने रूपाणी की मृत्यु की पुष्टि की, जिसने पार्टी कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ा दी। विदेशी नेताओं ने भी इस त्रासदी पर शोक व्यक्त किया। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कहा, मैं इस दुखद हादसे से दुखी हूं, जिसमें 242 लोगों की जान गई।
-आकांक्षा कुमारी
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