Narendra Modi: बनारस… वाराणसी… काशी… हर तरफ मोदी। शिव की नगरी वाराणसी (Varanasi) पूरी तरह से मोदीमयी हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। हर किसी की नजर देश की इस सबसे हॉट सीट पर है। काशी दुल्हन की तरह सजी है और हर तरफ ‘हमार मोदी, हमार काशी’ के होर्डिंग लगे हैं। वाराणसी सीट से लगातार तीसरी बार भाजपा (BJP) उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे प्रधानमंत्री मोदी अपने दस साल के कार्यकाल में लगभग 50 से ज्यादा बार वाराणसी आ चुके हैं। लोकसभा चुनाव (Parliament Election) के सातवें और आखिरी चरण में 1 जून को यहां मतदान होना है।
मोदी के लिए भगवा रंग गई काशी
इस बार के चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए वाराणसी के लोगों में खासा उत्साह है। पंडित मदन मोहन मालवीय की मूर्ति को फूलों की माला पहनाने के साथ ही पीएम मोदी के नामांकन दाखिल करने के साथ ही पूरे बनारस में एक दिन पहले 13 मई को काशी में उनका छह किलोमीटर लंबा रोड शो हर तरफ चर्चा में हैं। 5,000 से अधिक महिलाएं प्रधानमंत्री के रोड शो में शामिल हुईं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मंत्री और विधायक भी इस कार्यक्रम रहे और बीजेपी कार्यकर्ताओं के अलावा वाराणसी के लोगों ने भी इस रोड शो के लिए अपने स्तर पर काफी तैयारी कीबहुत पहले से ही शुरू कर दी थी। पीएम मोदी यहां चुनाव लड़ने पहुंचे, तो उससे पहले ही पूरा काशी भगवामय हो गया। हर जगह ‘हमार मोदी, हमार काशी’ के पोस्टर लगे हैं और शहर का बड़ा इलाका पूरी तरह से फूलों से सजा था।

काशी मतलब धर्म व संस्कृति की नगरी
वाराणसी में ‘हमार मोदी हमार काशी’ यह एक बहुत ही प्रसिद्ध उक्ति साबित हो रही है, जो भारतीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बना रही है। इसका मतलब यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे हैं और काशी नगरी भी हमारी हैं। वाराणसी, जो भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश में स्थित है, एक प्राचीन और पवित्र नगर है जो गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यहां पर धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कई मंदिर, घाट, और अन्य प्रमुख स्थल हैं। वाराणसी का नाम भारतीय संस्कृति में गहरे रूप से जुड़ा हुआ है, और यह एक ऐसा स्थल है जहां लोग अपने आध्यात्मिक और धार्मिक आदर्शों को जीवन में अपनाते हैं। अब देश की संस्कृति सहित राजनीति में भी वाराणसी को एक बेहद महत्वपूर्ण स्थान के रूप में जाना जाता है।
वाराणसी की गौरवमयी विकास यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपने ‘विकास भी, विरासत भी’ के मंत्र को साकार करते हुए कहना है कि वाराणसी अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित कर एक आधुनिक केंद्र में परिवर्तित हो रहा है। पुनर्निर्मित घाट, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर और हालिया कार्य, यहां चल रहे विकास में महत्वपूर्ण अध्याय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि हमने हर क्षेत्र में वाराणसी के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा है। बनास काशी संकुल के जरिए हमारे किसान भाई-बहनों की आय बढ़ी है, वहीं नारीशक्ति के सपने भी हकीकत में बदले हैं। पर्यटन से जुड़ी अनेक सुविधाओं के विकास और विस्तार से युवाओं के लिए रोजगार के नित-नए अवसर बन रहे हैं। गंगा के घाट स्वच्छता और सुंदरता की मिसाल बने हैं। इसके अलावा क्रूज बोट के परिचालन, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, काशी-तमिल संगमम और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने से आज काशी में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं।

काशी की सेवा में सदैव समर्पित मोदी
लगातार तीसरी बार भारी बहुमत से जीतने के आत्म विश्वास से लबरेज प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि कांग्रेस और इंडी गंठबंधन के दौर में अध्यात्म और आस्था की यह नगरी हमेशा उपेक्षा की शिकार रही थी, लेकिन हम दिव्य-भव्य काशी के संकल्प को लेकर रात-दिन काम कर रहे हैं। मेरे हृदय में बसे अपने इस संसदीय क्षेत्र के लिए एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में मुझे और भी बहुत कुछ करना है। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि जनता-जनार्दन का सेवक होने के नाते मेरा यही प्रयास रहा है कि काशीवासियों का जीवन और आसान हो। सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर उन्होंने लिखा कि मुझे विश्वास है कि विकसित उत्तर प्रदेश के साथ-साथ विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में विकसित वाराणसी अपना अमूल्य योगदान देगी। बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से मैं भी उनकी काशी की सेवा में सदैव समर्पित रहूंगा।
-राकेश दुबे (वरिष्ठ पत्रकार)