सिनेमा वालों ने सायबर वर्ल्ड का इस्तेमाल करना शुरू किया, तो यह फिल्मों के प्रमोशन से लेकर अपनी बात कहने के सारे साधनों पर सबसे भारी साबित हो गया। इस तकनीक का ताकतवर पहलू यह है कि अब सारी जंग इसी पर लड़ी जाने लगी है।
निरंजन परिहार
तेजी से ताकतवर हुई तकनीक के तेवर तीखे क्या हुए, जिंदगी में वैचारिक जंग के मैदान ही बदल गए। अब लोग अपनी अहमियत का अहसास कराने के लिए सीधे इंस्टाग्राम पर तस्वीरें अपलोड़ करके दुनिया को अपने होने की खबर भेज रहे हैं। फेसबुक पर लिखकर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। वाट्सएप पर संदेश साझा करके बातचीत करते हैं और ट्वीटर पर दो लाइनों में अपना मत व्यक्त करके दुनिया भर को बहस के मुद्दे दे रहे हैं। सूचना तकनीक का विकास जितनी तीव्रता से हो रहा है, उससे भी ज्यादा तेजी से उसके विस्तार के साथ विवाद भी हो रहे है। प्रभाव तो खैर, उसका बहुत ताकतवर तरीके से फैला ही है, उसमें शामिल लोगों को प्रचार भी बहुत मजबूत मिल रहा है। यह नए जमाने का नया मीडिया है, जिसने हमारे सिनेमा के सितारों को भी घर बैठे बैठे ही संसार में अपनी उपस्थिति कराने का एक जदबरदस्त साधन थमा दिया है। अमिताभ बच्चन हो या रिषि कपूर, प्रियंका चोपड़ा हो या परेश रावल, सोनू निगम हो या अक्षय कुमार, सारे के सारे सितारे अपनी ज्यादातर बातें ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ब्लॉग वगैरह के सहारे ही शेयर करते हैं। इसी कारण, सोशल मीडिया मीडिया अब वैचारिक जंग के भी नए मैदान के रूप में हमारे सामने है।
सोशल मीडिया पर चली कुछ ताजा जंग देखें, तो बात साफ है कि यह बहुत ताकतवर रूप में समाज में अपनी हैसियत बना चुका है। कोई इस पर अपनी हैसियत दिखा रहा है तो कोई इसके जरिए सामनेवाले को उसकी औकात का अहसास करा रहा है। दुनिया के मुंह बंद करने के हथियार के रूप में भी इसका इस्तेमाल हो रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश यात्रा के दौरान जब बर्लिन गए, तो वहां हमारी हीरोइन प्रियंका चोपड़ा से हुई उनकी मुलाकात बहुत चर्चित रही। इस मुलाकात में प्रधानमंत्री के सामने अपनी खुली टांगें लेकर बैठने पर प्रियंका की सोशल मीडिया पर जबरदस्त खिंचाई हुई। तो प्रियंका ने प्रधानमंत्री से मुलाकात में कपड़ों पर आपत्ति जतानेवालों को इसका कोई सीधे जवाब न देते हुए करीब 60 साल पार की अपनी मां के साथ दोनों की खुली टांगों वाली तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर करके लोगों के मुंह पर ताला लगाने की कोशिश की। दुनिया को करारा जवाब देने का उनका यह अंदाज भी खूब चर्चा में रहा।
पार्श्व गायक सोनू निगम ने मसजिदों पर लगे भोंपू से होती परेशानी पर अपने मन की बात व्यक्त करने को लेकर पिछले दिनों दुनिया भर में जबरदस्त बवाल मचाया। दुनिया भर की मसजिदों के भोंपूओं पर हर तरफ चर्चा होने लगी। उसके बाद सोनू ने अभिजीत भट्टाटार्य का ट्विटर अकाइंट सस्पेंड करने के खिलाफ गुस्से में आकर ट्विटर से खुद ही नाता तोड़ दिया है। यह जंग परेश रावल के लेखिका अरुंधती रॉय पर किए गए एक ट्वीट से शुरू हुई थी। अरुंधती ने कश्मीर में सेना द्वारा एक युवक को जीप के सामने बांधे जाने पर आपत्ति दर्ज करते हुए टिप्पणी की। तो, परेश रावल ने करारा जवाब देते हुए अरुंधती को जो कुछ कहा था, वह दुनिया भर के अखबारों में छपा, टीवी चैनलों पर दिखा और सोशल मीडिया पर भी खूब चला। इसी पर अभिजीत भट्टाचार्य की सनसनाती टिप्पणी आई, तो ट्विटर ने उनका अकाउंट ही बंद कर डाला। दरअसल, सोशल मीडिया जंग का नया मैदान है। इस जंग में ना गोली है, ना बंदूक। फिर जंग हो जाती है। ट्विटर के जरिए बड़े विवाद रचे जा रहे हैं। स्वयं को विचारवान के रूप में चमकाने करने का सोशल मीडिया नया आसमान है।
अमिताभ बच्चन तो वैसे भी बहुत सालों से अपने ज्यादातर विचार सोशल मीडिया के सहारे ही परोसते रहे हैं। उनका ब्लॉग उनकी जिंदगी की सारी बातों का स्रोत माना जाता है। बीजेपी के सांसद और फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा वास्तव में तो कोई ऐसी हरकत नहीं करते, जिससे वे पार्टी विरोधी साबित हो सकें, लेकिन अपने राजनीतिक विचारों को सोशल मीडिया पर अंजाम देकर अपनी पार्टी से जंग लड़ते रहते हैं। कुछ समय पहले आयशा टाकिया और सिद्धार्थ माल्या की जंग भी ट्विटर पर ही चली। जब आयशा ने एक एयर लाइन अपनी बहन निशा के साथ हुई अभद्रता की बात ट्विटर पर शेयर की, तो तब बहुत तेजी से उन दिनों बरबादी की तरफ बढ़ रही किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक के बेटे सिद्धार्थ मालया ने भी ट्विटर पर ही आयशा को बुरा भला कहा। इससे नाराज आयशा के पति फरहान आजमी ने भी ट्विटर पर ही कहा कि जब आयशा ने किसी भी एयरलाइंस का नाम तक नहीं लिया, तो सिद्धार्थ माल्य़ा को उड़ता तीर लेने की जरूरत ही नहीं थी।
न कोई किसी को सीधे फोन पर कुछ कहता है, न कोई आमने सामने मिलकर बात करता है। न कोई व्यक्तिगत रूप से चिट्ठी लिखकर अपने ऐतराज भेजता है, और न ही कोई संदेश साझा करता है। फिर भी जंग हो जाती है और दुनिया उसे न केवल देखती है, बल्कि उसमें शामिल भी हो जाती है और मजे भी लेती है। यही सोशल मीडिया का असली तेवर है, जिसे सिनेमा के संसार में अपनी ताकत को प्रदर्शित करने के साधन के रूप में खूब इस्तेमाल किया जा रहा है। सुनील ग्रोवर ने ‘द कपिल शर्मा शो’ छोड़कर कपिल को अपनी ताकत दिखाने का अहसास कराया, तो कपिल शर्मा ने सुनील ग्रोवर को अपने ट्विटर अकाउंट से से अनफॉलो करके उन्हें अपनी हैसियत दिखाने का प्रयास किया। कपिल ने सिर्फ सुनील को ही नहीं बल्कि शो में नानी बनने वाले अली असगर और चंदन प्रभाकर को भी अनफॉलो करके खुद को ताकतवर साबित करने की कोशिश की। मतलब, साफ है कि सोशल मीडिया अपनी ताकत दिखाने का सबसे मजबूत माध्यम बनता जा रहा है। ताजा तस्वीर से साफ लगने लगा है कि हमारे सिनेमा के सितारों के लिए साइबर वर्ल्ड में उपस्थिति अब बेहद जरूरी हो गई है। क्योंकि सायबर वर्ल्ड ही अपने प्रमोशन से लेकर ताकत दिखाने और तेवर के तीखे इस्तेमाल की सबसे शानदार तकनीक साबित हो रहा है।