निरंजन परिहार
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेताओं खिलाफ केंद्रीय एजेंसियां हमलावर हैं। हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत काफी पहले ही इस आशय की आशंका जाहिर कर चुके थे। लेकिन सरकारी सूत्र बताते हैं कि मौका भले ही चुनाव का हो, मगर यह तो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच करने की एक सामान्य प्रक्रिया है। ईडी के निशाने पर कांग्रेस के नेताओं में गोविंद सिंह डोटासरा, वैभव गहलोत और ओमप्रकाश हुड़ला है। केंद्रीय एजेंसियों के सक्रियता से मारे जा रहे छापों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आक्रामक हैं। खबर यही बताई जा रही है कि राजस्थान के बहुचर्चित पेपर लीक घोटाले के तार तलाशने के लिए यह छापेमारी हो रही है। लेकिन मौका चुनाव का है, तो इन छापों को राजनीतिक नजरिये से देखा जाना भी सहज है।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के घर पर प्रवर्तन निदेशालय का छापा पड़ा है और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत को भी समन भेजा गया है। निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुड़ला पर भी छापेमारी चल रही है। राजस्थान में सभी दो सौ विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को मतदान है और उससे पहले हो रही इस छापेमारी को बीजेपी के चुनाव जीतने की कोशिश में सरकारी एजेंसियों को चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के नजरिये से देखा जा रहा है। डोटासरा अक्सर अपने जानदार और लोकलुभावने अंदाज में बीजेपी और उसके नेताओं के खिलाफ मुखर रहे हैं और अपने खास अंदाज में उनकी फिरकी लेते रहे हैं।
राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ईडी की कार्रवाई शुरू होने को राजनीति नजरिये से बदले की कार्रवाई माना जा रहा है। डोटासर के जयपुर और सीकर स्थित आवास पर ईडी की टीम रेड कर रही है। डोटासरा के अलावा हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए महुआ से निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुड़ला के ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है। वैभव गहलोत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे हैं और कांग्रेस की अब तक दो सूचियां जारी होने तक तो कहीं से भी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। मगर, वैभव को ईडी की लपेटिये में लेने के पीछे मुख्यमंत्री को परेशानी में डालने की कोशिश माना जा रहा है। डोटासरा सीकर जिसे में लक्ष्मणगढ़ सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार है और वहीं से वे फिलहाल विधायक भी हैं। डोटासरा के सामने बीजेपी उम्मीदवार के रूप में दमदार नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष पर छापेमारी को पूरी कांग्रेस पर हमला माना जा रहा है। निर्दलीय विधायक हुड़ला ने चुनाव से पहले कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है और वे फिर से चुनाव मैदान में हैं। ईडी के हुडला पर हमले से माना जा रहा है कि जिस जिसने कांग्रेस के समर्थन में खड़े होने की हिमाकत की है, उसे भी परिणाम तो भुगतने ही होंगे।
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के यहां प्रवर्तन निदेशालय के छापों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस ने बुधवार को राजस्थान की महिलाओं के लिए गारंटी स्कीम की घघोषमा की, तो आज राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष के यहां ईडी की रेड पड़ गई है। मेरे बेटे वैभव गहलोत को भी ईडी ने बुलावा भेजा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के में ये ईडी की रेड रोज इसलिए होती है क्योंकि भाजपा नहीं चाहती कि राजस्थान में महिलाओं को, किसानों को, गरीबों को कांग्रेस द्वारा दी जा रही गारंटियों का लाभ मिल सके। इसी से आप समझ सकते हैं, जो मैं कहता आ रहा हूं, वही होने जा रहा है।