Asaram Bapu: राजस्थान की जोधपुर (Jodhpur) जेल में बीते 11 सालों से बंद संत आसाराम बापू (Asaram Bapu) का मुकदमा लड़ने आए उनके वकील को उन्हीं के भक्तों ने पीट डाला। यह घटना 18 जनवरी को जोधपुर में राजस्थान हाईकोर्ट (Rajasthan High Court) के न्यू कैंपस में हुई, जहां देश की राजधानी दिल्ली से एडवोकेट (Advocate) विजय साहनी आसाराम बापू की पैरवी करने आए थे। मारपीट की घटना से जोधपुर के वकील नाराज हैं और मारपीट करने वाले पुलिस के हवाले। पकड़े गए आरोपियों में गुस्सा था कि दिल्ली से वकील बुलाए जाते हं, फिर भी सही तरीक़े से आसाराम मामले की पैरवी नहीं करते। बीते दशक भर में आसाराम बापू के समर्थकों की हरकतों से कानून व्यवस्था बिगड़ी रही और प्रशासन भी परेशान है। जब जब आसाराम बापू को जेल से बाहर अदालत में पेश होने के लिए लाया गया, तब तो समर्थकों का उत्पात कुछ ज्यादा ही देखा जाता रहा है।
Asaram Bapu मामले के लंबा होने से भक्त नाराज
आसाराम के समर्थकों से पीड़ित वकील विजय साहनी ने बताया कि आसाराम बापू के मामले में सुनवाई होनी थी, वो न्यू हाई कोर्ट परिसर में एक वकील के साथ खड़े थे, तभी अचानक बापू के कुछ समर्थक वहां पहुंचे और कोटा निवासी डॉक्टर कपिल भोला व दिल्ली निवासी विशाल खन्ना उनके साथ धक्का – मुक्की करने लगे। वकील विजय साहनी ने उन्हें रोका और पूछा तो बिना कारण बताए ही सीधे उनके साथ मारपीट करने लगे। दोनों आरोपियों का कहना था कि दिल्ली से आए वकील विजय साहनी आसाराम मामले की सही तरीक़े से पैरवी नहीं करते हैं और मामले को जान बूझकर लटका रहे हैं। मारपीट के दौरान ही वकीलों ने आरोपी को पकड़ लिया। उसके बाद वकीलों ने आरोपी को जोधपुर के कुड़ी पुलिस थाना के हवाले कर दिया है। थानाधिकारी देवेंद्र देवड़ा के मुताबिक वकील विजय साहनी की रिपोर्ट पर कोटा निवासी डॉक्टर कपिल भोला व दिल्ली निवासी विशाल खन्ना को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जोधपुर के वकील आसाराम समर्थकों से नाराज
आसाराम बापू के स्वास्थ्य कारणों को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट की मुख्य बैंच में एक पिटीशन पेश की गई थी। 18 जनवरी को इस मामले पर सुनवाई होनी थी। वकील विजय साहनी उसी मामले में संत आसाराम की पैरवी करने जोधपुर आए थे। जोधपुर के नए हाइकोर्ट परिसर में गुरुवार को उनसे आसाराम के समर्थकों, द्वारा ही मारपीट करने की इस घटना को लेकर वकीलों में भारी आक्रोश व्याप्त है। आसाराम मामले में समर्थकों द्वारा वकीलों के साथ हुई मारपीट की यह पहली घटना नहीं बल्कि इससे पहले भी आसाराम के समर्थक गवाहों तथा वकीलों प अन्य लोगों से लड़ते – झगड़ते रहे हैं।