Bihar: विधानसभा चुनाव में बिहार (Bihar) के नतीजों में बीजेपी (BJP) के नेतृत्व वाले एनडीए (NDA) की भारी जीत तय है। आरजेडी (RJD) और कांग्रेस (Congress) का विपक्षी महागठबंधन (India Alliance)इस बेहद रोमांचक चुनावी मुकाबले में दूसरे पायदान पर तो है, लेकिन बहुत पीछे है। बिहार ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को दसवीं बार राज्य का मुख्यमंत्री बनने का जनादेश लगभग दे दिया है। इस चुनाव में बीजेपी और जेडीयू के महागठबंधन को जबरदस्त बहुमत मिल रहा है। मगर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। फाइनल मतगणना से पहले तक के लगभग सभी रुझानों में एनडीए ने 200 सीटों के आसपास पहुंचकर महागठबंधन को शर्मनाक हालत में धकेल दिया है। अब देखना ये है कि बिहार के ‘सियासी क़िले’ का सरताज कौन बन पाता है। पिछली बार ज्याजदा सीटें होने के बावजूद बीजेपी ने अपना मुख्यमंत्री न बनाकर नीतिश कुमार से कुर्सी सौंपी थी, लेकिन इस बार तो यहां पर गौर करने वाली बात ये भी है कि अब तक आए नतीजों में नीतीश कुमार की जेडीयू सबसे बड़ी के तौर पर आगे बढ़ रही है।
सरकार को मिला महिलाओं का साथ
बिहार विधानसभा चुनाव इस बार बेहद ख़ास रहा क्योंकि सन 1951 के बाद बिहार में इस बार सबसे ज़्यादा वोट पड़े। इस बार बिहार में 67.13% मतदान हुआ जो कि पिछले विधानसभा चुनाव से 9.6% ज़्यादा है। एक खास बात यह भी रही कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान 8.15 प्रतिशत ज़्यादा रहा है। राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार का कहना है कि एग्जिट पोल में महिलाओं और ओबीसी का समर्थन एनडीए को मिलने की संभावना जताई गई थी, जो कि बिल्कुल सही साबित हुई। परिहार कहते हैं कि नतीजे साफ बता रहे हैं कि एनडीए को महिलाओं, ओबीसी और गरीब वर्ग का मजबूत समर्थन मिला है। बिहार चुनाव में, कांग्रेस की बेहद पतली हालत पर वरिष्ठ पत्रकार त्रिभुवन ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा – राहुल गांधी ने बहुत सही कहा था कि ‘वे’ हरियाणा की तरह बिहार में भी वोटों का फर्जीवाड़ा दिखाएंगे। राहुल बहुत ही दूरदर्शी नेता हैं और भविष्य की घटनाओं को बहुत अच्छी तरह भांप लेते हैं!
नीतीश का 10वीं बार सीएम बनना संभव
भारतीय राजनीति में नीतीश कुमार अकेले ऐसे नेता हैं, जिनको इतने लंबे समय तक सार्वजनिक जीवन में जनता का समर्थन प्रप्त करने का सौभाग्य मिला है। नीतीश कुमार अब तक 9 बार बिहार के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। 10 वीं बार सीएम की कुर्सी उनका इंतजार कर रही है। वह भारत के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता हैं। उनका कुल कार्यकाल 20 वर्ष से अधिक है। बिहार में, 3 मार्च 2000 को नीतीश पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन केवल 7 दिनों के लिएस मगर फिर 8 बार वे हर बार काफी समय तक शासन में रहे है।
हार की हताशा में आरजेडी की बयानबाजी
बिहार में मतगणना के बीच आरजेडी सांसद मनोज झा ने मतगणना की प्रक्रिया धीमी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि क़रीब 60 से 70 सीटें बहुत ही लो मार्जिन में हैं। इनमें हमारा पूरा भरोसा है, यहां परिस्थितियां बदल सकती हैं, इसकी पूरी संभावना है। रुझानों में एनडीए की बढ़त पर उन्होंने कहा कि बीजेपी जल्दबाज़ी में जश्न मना रही है, जबकि हमने शुरुआती रुझानों को बदलते और पलटते भी देखा है। हकीकत में, बिहार चुनाव के रुझानों में एनडीए को भारी बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक़, एनडीए 198 सीटों पर आगे है. वहीं महागठबंधन महज़ 39 सीटों पर आगे चल रहा है।
– आकांक्षा कुमारी
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