Budgetः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश कर दिया है। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि मुश्किल दौर में भी भारत की अर्थव्यवस्था चमक रही है। यह मोदी सरकार का 11वां और बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का पहला बजट है। भारत इस साल दो बजट देख रहा है, एक अंतरिम बजट फरवरी में पेश हुआ था, और दूसरा आज 23 जुलाई का पूर्ण बजट। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मौजूदा सरकार आम चुनावों से पहले पूर्ण बजट पेश नहीं कर सकती। वैसे औज बजट पेश करने के साथ ही निर्मला सीतारमण लगातार सात बार बजट पेश करने वालीं भारत की पहली वित्त मंत्री बन गईं।
सभी के लिए पर्याप्त अवसर के लिए 6 प्राथमिकताएं
निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि भारत की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में अपना विश्वास जताया है और उन्हें ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल के लिए दोबारा चुना है। उन्होंने कहा कि इस बजट में सभी के लिए पर्याप्त अवसर पैदा करने के लिए 9 प्राथमिकताओं पर निरंतर प्रयास करने की परिकल्पना की गई है, जो हैं – कृषि में उत्पादकता और लचीलापन, रोजगार और कौशल, समावेशी मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय, विनिर्माण और सेवाएँ, शहरी विकास, ऊर्जा सुरक्षा, बुनियादी ढांचा, नवाचार अनुसंधान और विकास तथा अगली पीढ़ी के सुधार। उन्होंने काशी की तर्ज पर बोधगया में कॉरिडोर बनाने तथा बिहार में पर्यटन पर बजट में जोर दिया। नालंदा में पर्यटन का विकास, बिहार में राजगीर टूरिस्ट सेंटर का निर्माण, बाढ़ आपदा पर बिहार के लिए 11000 करोड़ का प्रावधान किया। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के लिए 15 हजार करोड़ रुपए के विशेष प्रावधान की घोषणा की।
लगातार 7 बजट पेश करनेवाली पहली वित्त मंत्री
पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने देश के वित्त मंत्री के नाते अब तक सबसे ज्यादा 10 बार बजट पेश किया था। सन 1962 से 1969 तक मोरारजी देसाई देश के वित्त मंत्री थे। उनके बाद पी. चिदंबरम ने 9 बार और प्रणब मुखर्जी ने 8 बार बजट पेश किया है। लेकिन निर्माला सीतारामन की तरह भारत में किसी को भी लगातार 7 बार बजट पेश करने का अवसर नहीं मिला। इस तरह से वित्त मंत्री सीतारामन देश में लगाचतार 7 बजट पेश करनेवाली वित्त मंत्री बन गई है।
बजट में युवा वर्ग का सबसे ज्यादा ख्याल
लोकसभा में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पहली बार नौकरी पाने वालों को दो साल तक हर महीने 300 रुपये अतिरिक्त पीएफ देगी सरकार। इसी तरह देशी संस्थानों में पढ़ने के लिए 10 लाख रुपए तक का अनसिक्योरड एजुकेशन लोन मिलेगा। 30 लाख युवाओं को स्किल ट्रेनिग दी जाएगी, इसके लिए बजट में 2 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया गया। केंद्र सरकार 4.1 करोड़ युवाओं को रोज़गार के लिए पांच योजनाएं लाएगी, जिस पर आने वाले 5 साल में दो लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी सरकार। अगले 5 सालों में 1 करोड़ युवाओं को सरकार इंटर्नशिप प्रदान कराएगी. एक साल के इंटर्नशिप में हर महीने 5000 हजार रुपये की आर्थिक मदद मिलेगी.
अटलजी ने दिया था बजट पेश करने का वक्त
अंग्रेजी राज में भारत में बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था। आज़ादी के बाद भी भारत में बजट भाषण के लिए शाम 5 बजे का समय ही प्रचलित था। लेकिन इस परंपरा को अटल बिहारी वाजपेयी ने बदल दिया। दिनांक 27 फरवरी, 1999 को वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में वित्त मंत्री सिन्हा ने सुबह 11 बजे भारत का पहला बजट पेश किया। यह बदलाव इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि भारत अब ब्रिटिश उपनिवेश नहीं था और उसे लंदन के समय क्षेत्र के अनुसार ढलने की ज़रूरत नहीं थी। पहले 5 बजे बजट पेश इसलिए किया जाता था ताकि लंदन और भारत में एक ही समय पर घोषणाएं की जा सकें। भारतीय मानक समय ब्रिटिश ग्रीष्मकालीन समय से 4 घंटे 30 मिनट आगे है। इसलिए, भारत में जब शाम 5 बजते हैं, तो ब्रिटेन में दोपहर के 12.30 बजते हैं। भारत में शाम 5 बजे बजट पेश करने से ब्रिटिश सरकार के लिए यह सुनिश्चित हो जाता था कि यूनाइटेड किंगडम में यह दिन के समय दोपहर 12.30 बजे पेश किया गया।
तंजानिया असेंबली अध्यक्ष तुलिया एक्सन की उपस्थिति
भारतीय संसद में पेश होने वाले बजट को देखने के लिए अंतरसंसदीय संघ की प्रेसिडेंट और तंजानिया संयुक्त गणराज्य की नेशनल असेंबली की अध्यक्ष तुलिया एक्सन भी आई थीं। उनके स्वागत में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि वे हमारी सम्मानित अतिथि के रूप में भारत की आधिकारिक यात्रा पर पहुंची हैं। इसके अलावा लोकसभा स्पीकर ने तंजानिया के सभी संसद सदस्यों, तंजानिया गणराज्य की सरकार और वहां की जनता को भार की ओर से बधाई और शुभकामनाएं दीं।