India Today – C-Voter Survey: देश में अगर आज चुनाव हो जाएं, तो बीजेपी (BJP) व उसके साथी दलों का गठबंधन एनडीए (NDA) भारी बहुमत से फिर सरकार बनाने जा रहे हैं। बीजेपी को हिंदी भाषी प्रदेशों में जबरदस्त समर्थन मिलने जा रहा है और सीधे सीधे उन्हीं के बल पर वह केंद्र में फिर से नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में बीजेपी सरकार बना रही है। यह पता चला है देश की प्रतिष्ठित समाचार पत्रिका इंडिया टुडे और सी वोटर India Today – C-Voter Survey के एक सर्वे ‘मूड ऑफ द नेशन’ (Mood of the Nation) से, जिसके 8 फरवरी 2024 तक आए 504 सीटों के नतीजों में बीजेपी और उसके सहयोगी संगठन 300 सीटों के पार जा रहे हैं। कांग्रेस (Congress) व उसके साथियों को केवल 127 सीटें हासिल हो रही हैं और अन्य के खाते में 64 सीटें जा रही हैं। चुनावी सर्वेक्षण एजेंसी प्राइम टाइम भी इसी तरह का एक सर्वे कर रही है, जिसके नतीजे फरवरी के अंत में आएंगे। कुछ अन्य चुनावी सर्वे एजेंसियां भी इसी तरह के काम में जुटी हैं। चुनाव होने तक नतीजे क्या होंगे, यह तय कहा नहीं जा सकता, लेकिन नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में पसंद किया जा रहा है और बीजेपी को पार्टी के रूप में लोग सबसे बड़ी और मजबूत पार्टी मानते हैं, उसका लाभ उसे मिल रहा है।
राजस्थान, गुजरात, दिल्ली, उत्तराखंड व हिमाचल में कांग्रेस जीरो
राजस्थान, गुजरात, दिल्ली, उत्तराखंड व हिमाचल में ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे के नतीजों को देखें, तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ होता नजर आ रहा है। राजस्थान की 25 में से 25, गुजरात की 26 में से 26, दिल्ली की 7 में से 7, हिमाचल की 4 में से 4 व उत्तराखंड में 5 में से सभी 5 सीटें इस सर्वे के मुताबिक बीजेपी जीतने जा रही है। इंडिया टुडे और सी वोटर के एक सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को इन प्रदेशों में एक भी सीट मिलती नजर नहीं आ रही है। इन पांचों प्रदेशों में बीजेपी भारी वोट शेयर के साथ शत प्रतिशत सीटें हासिल करने जा रही हैं। बीजेपी को सीटों की संख्या के मामले में भले ही शत प्रतिशत बहुमत इन प्रदेशों में मिले, लेकिन ज्यादा सीटों की संख्या अन्य प्रदेशों में मिलने जा रही है। बीजेपी को जिन प्रदेशों में सबसे ज्यादा सीटें हासिल होने जा रही हैं, उनमें मध्य प्रदेश सबसे आगे हैं, जहां पर 27 में से 25, छत्तीसगढ़ में 11 में से 10, उत्तर प्रदेश में 80 में से 72, बिहार में 40 में से 32, झारखंड में 14 में से 12, कर्नाटक में 28 में से 24, हरियाणा में 10 में से 8 और असम में 14 में से 12 सीटें बीजेपी को मिलने जा रही है।

केरल, तेलंगाना और आंध्र में बीजेपी को एक सीट भी संभव नहीं
बीजेपी को लोकसभा सीटें मिलने के मामले में कुछ प्रदेशों में बड़ा नुकसान होने जा रहा है। केरल की 20, तमिलनाड़ु की 39 और आंध्र प्रदेश की 25 सीटों में से बीजेपी को एक भी सीट हासिल नहीं हो रही है। गोवा में बीजेपी का सरकार है, लेकिन वहां की 2 में से 1 सीट ही इस सर्वे में उसे मिल रही है। महाराष्ट्र में बड़ी जोड़-तोड़ के साथ बीजेपी फिर से सत्ता में लौटी है, लेकिन वहां की 42 में से केवल 22 सीटें ही उसे हासिल होने का अनुमान है। इसी तरह से तेलंगाना की 17 में से 3, पंजाब की 13 में से 2, जम्मू कश्मीर की 5 में से 2, पश्चिम बंगाल की 42 में से 19 बीजेपी को मिल रही हैं। उड़ीसा व पूर्वोत्तर के कुछ प्रदेशों के नतीजे आने हैं। लेकिन फिर भी अब तक कुल जिन सीटों के नतीजे सामने आए हैं, उनमें 504 में से 313 बीजेपी को हासिल हो रही हैं।

बीजेपी गठबंधन 17 प्रदेशों में, मगर हर जगह मजबूत नहीं
देखा जाए, तो देश के 28 प्रदेशों तथा विधानसभा वाले 2 केंद्र शासित प्रदेशों को मिलाकर कुल 17 प्रदेशों में बीजेपी की स्वतंत्र या उसके गठबंधन एनडीए की सरकारें हैं। देश के 11 प्रदेशों, राजस्थान, गुजरात, यूपी, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा सहित असम, अरुणाचल, मणिपुर और त्रिपुरा में बीजेपी की पूर्ण बहुमत वाली सरकारें है। इसके अलावा देश के 6 राज्यों, महाराष्ट्र, हरियाणा, मेघालय, सिक्किम, नगालैंड और बिहार में बीजेपी के गठबंधन की एनडीए की सरकारें है। माना जा रहा है कि इन प्रदेशों में बीजेपी का बहुमत और बढ़ेगा। इंडिया टुडे और सी वोटर के एक सर्वे महाराष्ट्र में भले ही आज 48 में से केवल 22 सीटें एनड़ीए को मिलती बताई जा रही हैं, लेकिन आनेवाले दिनों में वहां पर कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कमजोर होगी, यह तय है। चुवावी सर्वे ऐजेंसी प्राइम टाइम महाराष्ट्र में सर्वे कर रही है। उसके सूत्र बताते हैं कि आज जो 22 का आंकड़ा सामने आया है, वह आने वाले दिनों में 36 से 38 सीटों तक भी जा सकता है। इसी तरह से मध्य प्रदेश में जो 2 सीटें कांग्रेस को जा रही है, उनमें से 1 का घाटा आने वाले दिनों में हो सकता है। इंडिया टुडे और सी-वोटर का यह सर्वे डेढ़ महीने तक चला जिसमें डेढ़ लाख लोगों को शामिल किया गया। 35 हजार लोगों से आमने सामने बात हुई और ‘देश का मूड’ समझा, तो ये नतीजे सामने आए।