Covid: देश भर में हर तरफ मास्क पहने लोग एक बार फिर से दिख सकते हैं। कई प्रदेशों में कोविड संक्रमण एक बार फिर नई तेजी के साथ रफ्तार पकड़ता दिख रहा है। सरकार गंभीर है और लोगों से सतर्कता बचने की सलाह दी जा रही है। देश में कोविड से संक्रमित मरीजों की संख्या 2997 हो गई है, और अकेले 21 दिसंबर को ही देश में कुल 640 नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। कोविड (COVID) के नए वेरिएंट JN.1 ने भारत सरकार सहित स्वास्थ्य विभाग एवं देश के आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है। केरल में कोरोना की वजह से एक और मरीज की मौत की खबर है। स्वास्थ्य मंत्रालय इस मामले को लेकर गभीर है और कोविड लोगों ने डर के मारे मास्क फिर पहनने शुरू कर दिये हैं। कोविड को कोरोना (CORONA) कहा जाता है, तथा ये दोनों ही नाम हमारे देश ही नहीं दुनिया भर में काफी प्रचलित हैं।
Covid संक्रमण से लोग फिर डरने लगे
देश में कोविड (COVID) के नए मामले दर्ज किए जाने की संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिससे लोगों में डर बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार के 341 नए मामलों के बाद देश में कोरोना (CORONA) के कुल सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 2997 हो गई है। वहीं केरल में कोरोना से एक और मरीज के दम तोड़ने की खबर सामने आई है। इससे साफ लगता है कि कोरोना (CORONA) अभी खत्म नहीं हुआ है, तथा लोग किसी भी तरह की गलतफहमी में न रहें एवं मास्क पहनना शुरू कर दें। देशभर से कोरोना वायरस की खबरें आ रही हैं। पिछले दो सप्ताह के भीतर कोरोना मामलों में पांच गुना बढ़त देखी गई है। भारत में 8 दिसंबर को JN.1 वेरिएंट का पहला केस मिला था। उसके बाद महाराष्ट्र से एक मामला सामने आया। माना जा रहा है कि JN.1 के जो 18 केस गोवा में मिले हैं, उन्हीं अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों में से किसी से आया होगा, क्योंकि संक्रमित लोगों में से किसी की भी ट्रेवल हिस्ट्री अब तक सामने नहीं आई है।
तेजी से विस्तार पाता जा रहा है संक्रमण
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर प्रसारित किए गए 21 दिसंबर के आंकड़ों के अनुसार देश में महज 24 घंटों में ही कोविड (COVID) के 341 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से सबसे ज्यादा 292 लोग अकेले केरल में संक्रमित हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार केरल के 292 के अलावा तमिलनाडु में 13, महाराष्ट्र में 11, कर्नाटक में 9, तेलंगाना और पुद्दुचेरी में 4, दिल्ली और गुजरात में 3 तथा पंजाब और गोवा में एक-एक कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं। नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल का कहना है कि ताजा हालात को देखकर यह माना जा सकता है कि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। पॉल ने कहा कि यह कोई बहुत गंभीर बीमारी नहीं है, और लगभग 90% से अधिक बीमार घर पर ही ठीक हो रहे हैं। फिर भी इसके मौजूदा आउटब्रेक से इस बीमारी की गंभीरता में कोई बदलाव नहीं आया है।
स्वास्थ्य विभाग सजग, हालत चिंताजनक
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने कोविड (COVID) की ग्लोबल स्थिति और घरेलू हालात पर एक रिपोर्ट दी। उन्होंने कहा कि दुनिया के बाकी देशों की तुलना में भारत में कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या बेहद कम है। फिर भी पिछले दो हफ्तों में जो बढ़त हुई है, वह चिंताजनक है। पिछली 6 दिसंबर को कोविड के 115 केस आए थे जबकि बुधवार को 614 नए मामलों का पता चला और शुक्रवार को भी अकेले केरल में ही कुल 292 लोग संक्रमित पाए गए। हालांकि कोविड के कारण इलाज के लिए लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की दर में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, और लगभग 93% मामलों में लोग घरेलू इलीज से ही ठीक हो रहे हैं, ऐसे में इसे आइसोलेशन के लायक हल्की बीमारी माना जा सकता है। लेकिन उन्होंने भविष्य में इसके न बढ़ने को लेकर कोई खास जानकारी नहीं दी। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड का असर बढ़े, उससे पहले ही हर किसी को मास्क पहनना शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि कोविड अगर बढ़ गया, तो महामारी के रूप में फिर से वे ही दिन सामने खड़े हो सकते हैं, जो दो साल पहले हमें झेलने पड़े थे।