Ashok Gehlot Manmohan singh: कांग्रेस के दिग्गज नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए केंद्र सरकार से निगमबोध घाट के अलावा अन्य किसी बेहतर स्थान पर की मांग की थी, लेकिन सरकार ने निगमबोध घाट पर ही उनका अंतिम संस्कार करने की इजाजत दी और वहीं हुआ। अब कांग्रेस को उम्ीद है कि सरकार उनके समृति स्थल के लिए बेहतर जगह देगी। गहलोत मनमोगृहन सिंह के काफी करीब रहे हैं। वे मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री काल में प्रदेश में मुख्यमंत्री रहे, तथा उससे पहले वे उनके साथ केंद्र में मंत्री भी रहे। मनमोहन सिंह के निधन पर गहलोत ने कहा कि उनका निधन देश के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। गहलोत पहले नेता रहे, जिन्होंने मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार तथा स्मारक के लिए विशेष जगह आवंटित कर यादगार स्मारक बनाने की अपील की। अपनी ओर से श्रद्धांजली देते हुए गहलोत ने कहा कि डॉ साहब सरल, सौम्य एवं ईमानदार के धनी थे। भारत के आर्थिक विकास, अर्थव्यवस्था की सुदृढ़ता एवं दुनिया में भारत को आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करने में मनमोहन सिंह जी का बहुत बड़ा योगदान है।

गहलोत ने शेखावत के अंतिम संस्कार के लिए दी थी बेहतर जगह
अशोक गहलोत ने कहा कि मनमोहन सिंह की जितने बड़े नेता रहे। देश के लिए अलग-अलग भूमिकाओं में अपना पूरा जीवन अर्पित कर देने वाले डॉ सिंह की आखिरी विदाई बेहद सम्मानजनक एवं गरिमापूर्ण होनी चाहिए। गहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार ने डॉ मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करने का आदेश निकाला है जो उनके महान व्यक्तित्व के अनुरूप नहीं है। जबकि मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर ही हुआ। गहलोत ने मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए विशेष स्थल आवंटित करने की मांग करते हुए कहा कि सन 2010 में जब पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत का देहांत हुआ तो हमारी सरकार ने पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर उनके अंतिम संस्कार के लिए जयपुर के विद्याधरनगर में विशेष जगह दी एवं वहां उनका स्मारक बनाया। इस निर्णय की सबने सराहना की थी। उसी तरह से मनमोहन सिंह को भी गरिमापूर्ण स्थान प्रदत्त कराया जाना चाहिए।
सामान्य परिवार से प्रधानमंत्री तक का प्रेरणादायक सफर रहा
मनमोहन सिंह के वित्त मंत्री काल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के रूप में ड़ सिंह ने भारत को नई दिशा देने वाला आर्थिक उदारीकरण जैसा बड़ा कदम उठाया। साथ ही प्रधानमंत्री के रूप में आपके कार्यकाल में राजस्थान को विशेष सहयोग मिला जिससे कारण पचपदरा रिफाइनरी जैसी बड़ी सौगात मिली। गहलोत ने कहा कि उनके कार्यकाल को अधिकार आधारित राजनीति की शुरुआत के लिए भी याद रखा जाएगा। एक सामान्य पृष्ठभूमि से निकलकर अर्थशास्त्री, रिजर्व बैंक के गवर्नर, वित्त मंत्री, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं प्रधानमंत्री तक का उनका सफर सभी के लिए प्रेरणादायक है। भावुक शब्दों में गहलोत ने कहा कि आपको हमेशा याद किया जाएगा डॉ मनमोहन सिंह जी।

मनमोहन सिंह का देश के विकास में रहा अद्वितीय योगदान
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से डॉ मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार तथा स्मारक के लिए विशेष जगह आवंटित कर यादगार स्मारक बनाने की अपील की है। इस संबंध में उन्होंने सोशल मीडिया माध्यम से बड़ी बात की है। गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील करता हूं कि सभी राजनीतिक दलों में सम्मानित डॉ मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार तथा स्मारक के लिए विशेष जगह आवंटित कर यादगार स्मारक बनाए जिससे आने वाली युवा पीढ़ी उनके व्यक्तित्व के बारे में जान सके एवं उनसे प्रेरणा ले सके। डॉ. मनमोहन सिंह के देश के विकास में योगदान को अद्वितीय बताते हुए गहलोत ने कहा है कि देश का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार आर्थिक उदारीकरण उनके कार्यकाल में हुआ जिससे भारत एक आर्थिक शक्ति बना है। डॉक्टर साहब की बदौलत भारत 2008 की वैश्विक मंदी से बचा जिससे भारत की अर्थव्यवस्था सुरक्षित रहे और करोड़ों लोगों की आजीविका सुरक्षित रही। उनके नेतृत्व में भारत-अमेरिका के बीच सिविल परमाणु करार हुआ जिसका लाभ आने वाले लम्बे समय तक देश को मिलता रहेगा। भारत के पहले और अभी तक के एकमात्र सिख समुदाय से आने वाले प्रधानमंत्री थे। पूरी दुनिया में डॉ मनमोहन सिंह का सम्मान था।
-राकेश दुबे
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