Vikasit Bharat Sankalp Yatra से बढ़ता लोगों का जुड़ाव
एक तरफ बीजेपी चुनावी तैयारियों को लेकर अपने साथियों के साथ गठबंधन के ने समीकरण बना रही है, लेकिन प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के बीच बैठकों और मेल-मिलाप का दौर लगातार जारी है। कांग्रेस की और से मकुल वासनिक के नेतृत्व वाली टीम अशोक गहलोत की अगवाई में गठबंधन के लिए दलों से बात कर रही है। लेकिन इस सब पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकसित भारत संकल्प यात्रा बहुत भारी पड़ रही है। क्योंकि अब तक वह देश में 11 करोड लोगों तक अपने पहुंच बन चुकी है और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी अभी अपनी भारत जोड़ो नया यात्रा पर कुछ दिन बाद निकलेंगे। आलमगीर राहुल की यात्रा की व्यापक पैमाने पर लोगों से संपर्क के लिए निकल रही है लेकिन वह भी एक सीमित हद तक की लोगों से जुड़ पाएंगे। दोनों ही गठबंधन अपनी-अपनी रफ्तार से लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं। लेकिन, बैठकों और तैयारियों के इन सिलसिलों के बीच भाजपा और मोदी सरकार मतदाताओं को अपने साथ जोड़ने के लिए देशव्यापी अभियान चला रही है, जो बहुत तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं इस देशव्यापी अभियान का जिम्मा संभाल रखा है और सरकार के सारे मंत्री एवं पार्टी के सभी सांसद इस अभियान को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। इस अभियान के जरिए जहां सरकार एक तरफ लाभार्थियों को मजबूती के साथ अपने संकल्प से जोड़ने की कोशिश कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ नए वोटरों को भी अपना बनाने की कोशिश कर रही है।
पौने दो महीने में 11 करोड़ लोगों से संपर्क,
‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के तहत सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एक अभियान चलाया। समग्र भारत में प्रधानमंत्री मोदी ने समाज में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाकर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को सामने रखा है। इस कड़ी में 15 नवंबर, 2023 को ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की शुरूआत की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना से शुरू हुई इस यात्रा के महज पौने दो महीने में ही देश के कुल 11 करोड़ लोगों तक पहुंचने के आंकड़े का बड़ा महत्व है, क्योंकि सन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को देश में 23 करोड़ से केउच्च ही कम मिले थे और यह यात्रा अभी टीम महीने और जारी रहने के संकेत हैं।
लाभार्थियों से 5 बार खुद प्रधानमंत्री की सीधी चर्चा
भारत के इतिहास में यह पहला अवसर है जब देश के प्रधानमंत्री ने अपने चुनाव अभियान के कमान खुद अपने हाथ में रखी हो। प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह से इस अभियान की कमान अपने हाथ में ले रखी है, उससे यह तो समझ में आता है कि वह इस यात्रा को जीत के महत्वपूर्ण नतीजे तक पहुंच कर ही दम लेंगे। यह इसलिए भी साफ हो गया है कि 15 नवंबर, 2023 से ही यानी विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत के साथ ही प्रधानमंत्री अब तक पांच बार लाभार्थियों से लाइव चर्चा कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी वाराणसी में लाभार्थियों से आमने-सामने बातभी की और मीरा मांझी के घर पर भी जाकर चाय पी चुके हैं। प्रधानमंत्री ने 9 जनवरी को भी पांचवीं बार लाभार्थियों से बातचीत की। राजनीति के जानकार मानते हैं कि इस यात्रा से निश्चित तौर पर चुनावों में बीजेपी को इसका लाभ मिलना तय है।