Narendra Modi Parliament: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हमारी सरकार के तीसरी बार फिर से सत्ता में आने में केवल सौ- सवा सौ दिन बाकी है। अबकी बार 400 पार पूरा देश कह रहा है, कांग्रेस (BJP) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) जी भी यही कह रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि बीजेपी (BJP) कम से कम 370 सीटें और एनडीए (NDA) कुल 404 सीटों पर जीतकर वे फिर से सत्ता में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने लंबे समय तक सत्ता से बाहर रहने का फैसला कर लिया है, मैं उसके संकल्प की सराहना करता हूं। उन्होंने कहा कि जनता जनार्दन ईश्वर का रूप है, आपको वह अगले कई दशकों तक विपक्ष में बैठने का आशीर्वाद देगा। प्रधानमंत्री के भाषण में कांग्रेस पर तंज थे, परिवारवाद पर व्यंग्य थे और विपक्ष पर जोरदार हमला था। उन्होंने कांग्रेस के राज में सुपर हिट दो गानों, महंगाई मार गई और महंगाई डायन खाई जात है का भी जिक्र करते हुए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। प्रधानमंत्री लोकसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर संसद (Parliament) में धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल रहे थे। वे लगभग 1 घंटा 39 मिनट तक लोकसभा (Lok Sabha) में बोले। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि कांग्रेस एक ही प्रोडक्ट को बार बार लॉच करने की कोशिश करती है, लेकिन हर बार असफल होती है।
कांग्रेस भारतीयों को आलसी मानती है
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर संसद में अपनी बात रखते हुए प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा कि राष्ट्रपति जी ने भारत के उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए चार मजबूत स्तंभों पर हम सबका ध्यान केंद्रित किया है। राष्ट्रपतिजी ने देश की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब भाई-बहन और देश के किसान की चर्चा की है, जो विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करेगी। उनका सही आंकलन है कि देश के चार स्तंभ जितने ज्यादा मजबूत होंगे, हमारा देश उतनी ही तेजी से समृद्ध होगा। प्रधानमंत्री ने लोकसबा में करीब डेढ़ घंटे तक भाषण दिया। अपने इस बाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी सहित मनमोहन सिंह को निशाने पर लिया। मोदी ने जवाहर लाल नेहरू के लाल किले से दिए गए भाषण का हवाला देते हुए कहा कि नेहरू भारत के लोगों को आलसी समझते थे, दूसरे देशों के लोगों को ऊपर बताकर हमारे लोगों को नीचा दिखाते थे। उन्होंने इंदिरा गांधी की सोच को नेहरू जैसी ही बताते हुए कहा कि उनकी सोच भी कुछ अलग नहीं थी। इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री के तौर पर अपने एक भाषण में लाल किले से कहा था कि दुर्भाग्यवश हमारी आदत ये है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने को होता है तो हम आत्मसंतुष्टि की भावना से ग्रस्त हो जाते हैं और जब कोई कठिनाई आ जाती है तो हम नाउम्मीद हो जाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में कांग्रेस को देश की जनता को दुनिया में बदनाम करनेवाली पार्टी के तौर पर बताया।

कांग्रेस की वजह से एलाअंस का एलाइनमेंट बिगड़ गया
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सुस्त रफ्तार पर कहा कि इस रफ्तार का कोई मुकाबला नहीं है। उन्होंने आज विपक्ष की हालत के लिए कांग्रेस को दोषी बताते हुए कहा कि कुछ दिन पहले भानुमति का कुनबा जोड़ा, लेकिन बाद में एकला चलो रे.. की तर्ज पर चलने लग गए। कांग्रेस को एक अच्छा विपक्ष बनने का बहुत बड़ा अवसर मिला था, लेकिन 10 वर्षों में ये उस दायित्व को निभाने में भी विफल हो गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की वजह से एलाअंस का ही एलाइनमेंट बिगड़ गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारें जो काम कई सालों में नहीं कर सकी, वो काम हमारी सरकार ने दस सालों में करके दिखाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का विश्वास हमेशा एक परिवार पर रहा है, वे एक परिवार के आगे न कुछ सोच सकते हैं और न ही कुछ देख सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नौ दिन चले, ढाई कोस कहावत कांग्रेस को पूरी तरह परिभाषित करती है। उन्होंने कांग्रेस को केंसल कल्चर में फंसा हुआ बताकर कहा कि हम जब मेक इन इंडिया, वंदे भारत, लोकल फॉर वोकल की बात करते हैं तो कांग्रेस केवल कैंसल करने को कहती है।

कांग्रेस को 100 साल लग जाते ये सारे काम करने में
आज देश में जिस रफ्तार के साथ काम हो रहा है, उसके बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में कहा कि कांग्रेस सरकार इस रफ्तार की कल्पना भी नहीं कर सकती। हमने गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए इसमें से 80 लाख पक्के मकान शहरी गरीबों के लिए बने। अगर कांग्रेस की रफ्तार से काम हुआ होता तो ये सारे काम पूरे होने में 100 साल लगते, 100 पीढ़ियां बीत जातीं। प्रधानमंत्री मोदी ने हमलावर अंदाज में कांग्रेस पार्टी के नेताओं से संसद में पूछा कि कब तक टुकड़ों में सोचते रहोगे, कब तक समाज को बांटते रहोगे, बहुत तोड़ा देश को, अच्छा होता कि जाते-जाते तो कम से कम इस चर्चा के दरमियान कुछ सकारात्मक बातें होती, कुछ सकारात्मक सुझाव आते, लेकिन हर बार की तरह आपने देश को काफी निराश किया। संसद में आज वे बहुत हमलावर थे, उनके तेवर से साफ लग रहा था कि विपक्ष बेहद कमजोर है और विपक्ष को चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की सेना के बार में विपक्ष हल्के शब्द बोलना छोड़े, उन्होंने कहा कि देश कभी सेना का अपमान स्वीकार नहीं करेगा।