Arvind Kejriwal Bail: लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) आखिर 50 दिन बाद जेल से बाहर आ गए। शराब घोटाले में 1 अप्रेल से जेल में बंद केजरीवाल का आम चुनाव (Parliament Election) के दौरान जेल से बाहर आना आम आदमी पार्टी सहित स्वयं उनके लिए बड़ी राहत माना जा रहा है। केजरीवाल 1 अप्रेल को जेल गए थे, उससे पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया केजरीवाल 11 दिन तक प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत में थे। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने 10 मई को केजरीवाल को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दी है। वे अगले 20 दिन तक जेल से बाहर रहेंगे। अभी दिल्ली और पंजाब में केजरीवाल की पार्टी की सरकार है और वहां पर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) मजबूत है, जहां प्रचार का पूरा मौका अरविंद केजरीवाल के पास है। नतीजे अगर केजरीवाल के पक्ष में नहीं भी आए तो ये कहने का मौका नहीं होगा कि प्रचार करने ही नहीं दिया गया। आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार केजरीवाल को जस्टिस संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की पीठ ने जमानत देते हुए कहा कि केजरीवाल को 2 जून को आत्मसमर्पण करना होगा और जेल वापस जाना होगा। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल के चुनाव प्रचार करने पर कोई पाबंदी नहीं लगाई है, लेकिन कुछ शर्तें जरूर लगाई हैं, जिनके तहत वे सीएम दफ्तर और दिल्ली सचिवालय नहीं जा सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल के सीएम दफ्तर और दिल्ली सचिवालय जाने पर रोक लगाने के साथ ही किसी भी सरकारी कागज पर हस्ताक्षर करने की बी पाबंदी लगाई है। इस सबके बीच सवाल यह है कि आखिर लोकसभा चुनाव के माहौल में जेल से बाहर आए केजरीवाल का अगला कदम क्या होगा?
केजरीवाल की जमानत यानी लोकतंत्र व संविधान की जीत
आम आदमी पार्टी ने अपने नेता केजरीवाल को मिली जमानत को सच्चाई और संविधान की जीत बताया है। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा – यह लोकतंत्र की जीत है। यह लाखों लोगों की प्रार्थनाओं और आशीर्वाद का परिणाम है। सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद। सुनीता अपने पति के स्वागत के लिए तिहाड़ जेल पहुंची। आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल को जमानत पर खुशी जाहिर की है। चुनावी रणनीतिकार अशोक भाटी ने केजरीवाल की जमानत पर कहा कि इस फैसले से देश की जनता का हमारी न्याय व्यवस्था में विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा है कि यह सत्य की जीत है और साथ ही लोकतंत्र व संविधान की भी जीत है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित अन्य दलों के नेताओं ने भी केजरीवाल को जमानत मिलने पर खुशी जाहिर की है। इसके साथ ही केजरीवाल की पार्टी ने बीजेपी पर जमकर हमला भी बोला।
जमानत मिलने पर अब क्या करेंगे अरविंद केजरीवाल?
लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के नाम पर जेल से जमानत पर बाहर आए केजरीवाल 11 मई की सुबह हनुमान मंदिर जाएंगे। जेल से बाहर निकलने के बाद मैग्सेसे पुरस्कार विजेता मुख्यमंत्री केजरीवाल आम आदमी पार्टी और इंडी गठबंधन के लिए पूरे देश में प्रचार करेंगे। कई प्रदेशों में उनकी प्रीट के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जहां पर अबी मतदान बाकी है। केजरीवाल वहां प्रचार करने भी जाएंगे। उन्होंने खुशी जताते हुए कार्यकर्ताओं को संबोधित किया व सुप्रीम कोर्ट का आभार जताया। केजरीवाल ने कहा – मैंने कहा था कि मैं जल्दी आऊंगा, आ गया। सुप्रीम कोर्ट का बहुत शुक्रिया। आप लोगों के बीच आकर अच्छा लग रहा है। मैं तन मन धन से तानाशाही के खिलाफ संघर्ष कर रहा हूं। केजरीवाल 11 मई को आम आदमी पार्टी के ऑफिस भी जाएंगे, जहां 1 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। शीर्ष अदालत ने अपना आदेश सुनाते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और वह समाज के लिए खतरा नहीं हैं। इसी से समझा जा सकता है कि केजरीवाल अगले 20 दिनों तक देश भर में राजनीतिक रूप से स्वतंत्र रूप से प्रचार करेंगे।
ईडी के विरोध के बावजूद जमानत मिली केजरीवाल को
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए 1 जून तक अंतरिम जमानत दी है। देश की शीर्ष अदालत ने केजरीवाल को जमानत देने का अपना आदेश सुनाते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और वह समाज के लिए खतरा नहीं हैं। जमानत देने से एक दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केजरीवाल की जमानत का विरोध किया था। ईडी ने कहा था कि सामान्य नागरिक की तुलना में एक राजनेता किसी विशेषाधिकार का दावा नहीं कर सकता। अपराध करने पर उसे किसी अन्य नागरिक की तरह ही गिरफ्तार और हिरासत में लिया जा सकता है। दिल्ली शराब उत्पाद शुल्क नीति घोटाले के सिलसिले में मार्च में प्रवर्तन निदेशालय ने केजरीवाल को गिरफ्तार किया था।