Ashok Gehlot: कांग्रेस के दिग्गज नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) एक बार फिर कोरोना (COVID-19) संक्रमित हैं। जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल (SMS Hospital) में उनका इलाज चल रहा है, ठीक हो रहे हैं और चिकित्सकों ने आराम की सलाह दी है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत की बीमारी में भी, उनके पूर्व सहायक लोकेश शर्मा (Lokesh Sharma) के उन पर कसे जा रहे तंज सोशल मीडिया (Social Media) पर जबरदस्त चर्चा में हैं। लोकेश शर्मा ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर गहलोत के बारे में शरारती टिप्पणी की, तो लोग भी उन्हें बुरा भला कहने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। राजस्थान (Rajasthan) कांग्रेस के एक महासचिव ने कहा कि लोकेश शर्मा की घटिया मानसिकता को समझना मुश्किल है। प्रदेश कांग्रेस (Congress) के एक उपाध्यक्ष का कहना है – ‘किसी की कोरोना (Corona) जैसी बीमारी की खिल्ली उड़ाएं, ऐसा नहीं होना चाहिए, जबकि लोकेश ऐसा पहले भी करता रहा है।’ राजस्थान के कई वरिष्ठ पत्रकारों सहित अनेक लोगों ने लोकेश शर्मा के इस आचरण को बेशर्मी, घटियापन और टुच्चेपन की संज्ञा दी है। राजस्थान के एक वरिष्ठ पत्रकार का कहना है – ‘लोकेश शर्मा यह सब चर्चा में रहने के लिए कर रहा है।’ कांग्रेस में लोकेश के इस आचरण पर नकारात्मक प्रतिक्रिया हो रही है।
Ashok Gehlot का बीमार होना और अस्पताल जाना
जयपुर के मुख्यमंत्री निवास, 8 सिविल लाइंस में दो फरवरी की शाम काफी तेज हलचल थी। करीब पांच दिन से अस्वस्थ महसूस कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री की स्वास्थ्य जांच का मामला था। चिकित्सकों की मनाही के कारण चार – पांच दिन से केवल पारिवारिक लोगों के अलावा वे किसी से मिल भी नहीं रहे थे। गहलोत के पूर्व सहायक लोकेश शर्मा मुख्यमंत्री निवास से रुखसत कर दिए जाने के बावजूद बंगले पर आने जाने वालों पर पक्की नजर रखते हैं। उन्हीं के नजदीकी व्यक्ति से मिली जानकारी के अनुसार रात 9.30 तक पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चिकित्सा जांच चली, उस वक्त उनके साथ वहां पर उनकी पत्नी सुनीता गहलोत, पुत्र वैभव गहलोत, ओएसडी शशिकांत शर्मा एवं पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी निरंजन परिहार सहित केवल कुछ सुरक्षाकर्मी एवं चिकित्सा दल ही बंगले में था। लगभग 10 बजे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और तब तक पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत के सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की जानकारी आ गई थी। गहलोत ने कोरोना के साथ-साथ स्वाइन फ्लू से भी पीड़ित होने की भी जानकारी देते हुए बदलते मौसम में लोगों से भी अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अपील की।
कांग्रेस दंग, पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने फिर कसा तंज
एक तरफ कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, कार्यकर्ता व सामाजिक सक्रिय लोग गहलोत के बीमार होने की सूचना पाते ही उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना करने लगे, लेकिन हाल ही में बीते मुख्यमंत्रीकाल में उनके ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने गहलोत के सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर उनको कोट करते हुए रीपोस्ट किया, जिसमें तंज कसते हुए सलाह की भाषा में लंबी चौड़ी पोस्ट में लिखा कि अब तो कुर्सी ने भी आपको छोड़ दिया है, और इस उम्र में तमाम दूसरी चिंताओं को छोड़कर आपको शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए। दूसरे दिन जब गहलोत ने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर अपने स्वास्थ्य़ में सुधार की जानकारी दी, तो फिर लोकेश ने व्यंग्य की भाषा में लिखा – थैक गॉड, कल ही आपसे प्रार्थना की थी और आज आदरणीय ठीक महसूस कर रहे हैं। बीमारी पर तंज कसने की वहज से लोकेश शर्मा को सोशल मीडिया पर बहुत बुरा भला सुनाया जा रहा है। पहले भी ऐसा कई बार हुआ है, जब लोकेश शर्मा ने गहलोत की बीमारी का मजाक उड़ाया है। ऐसी ही पहले की गई हरकतों के कारण राजनीति में लोकेश शर्मा को अब एक ऐसे कार्यकर्ता के रूप में देखा जाने लगा है, जिसकी सोशल मीडिया में अपने ही नेताओं की बदनामी की आदत है, इसी कारण फॉलोवर्स भी लोकेश को बुरा भला कह रहे हैं। एक मामूली कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में लोकेश ने अशोक गहलोत से नजदीकियां बढ़ाई, तो दिग्गज नेता गहलोत ने भी सदाशयता दर्शाते हुए उसे सोशल मीडिया का अपना सहायक बना दिया था। लेकिन अब वह जो कर रहा है, उसे अहसानफरामोशी माना जा रहा है। कांग्रेस देग है और एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारी पार्टी में इस तरह की हरकतों को सब देख रहे हैं, ऐसे लोगों पर पार्टी भरोसा नहीं करती।
बीमारी में भी ट्रोल करने पर वरिष्ठ पत्रकार की शर्मा को सलाह
राजस्थान के जाने माने राजनीतिक समीक्षक अरविंद चोटिया ने इस पूरे प्रकरण पर लोकेश शर्म के संबोधित करते हुए लिखा कि अशोक गहलोत जी द्वारा अस्वस्थ होने की सूचना देने पर सभी लोगों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की, ट्रोल सिर्फ आपने किया। किसी की हजार आलोचना करो, हजार सवाल उठाओ, लेकिन भारतीय परंपरा है कि अगर कोई अस्वस्थ है, तो हम उसके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना ही कर सकते हैं। अशोकजी के अघोषित राजनीतिक सलाहकार आप पहले भी थे और आपने सार्वजनिक रूप से लंबी चौड़ी सलाह दी, जिसकी एक लाइन पर भी अशोकजी अमल नहीं करने वाले हैं। जब आप अशोकजी के विश्वास पात्र और परम कृपा पात्र हुआ करते थे तब उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि वे अगले 20-25 साल कहीं नहीं जाने वाले हैं। फिर एक दूसरे कार्यक्रम में उन्होंने एक बात और कही थी कि उनकी कही हुई हर बात का मतलब होता है। वे ऐसे ही बयान नहीं देते। अशोक जी के बयानों पर कोई और यकीन करें या ना करें लेकिन मैं पूरा यकीन करता हूं। जब उन्होंने पूरा जीवन राजनीतिक स्वास्थ्य को दिया है तो उम्र का यह पड़ाव क्या और वह पड़ाव क्या? वे उम्र के हर पड़ाव पर राजनीति ही करेंगे और इसलिए उनके सक्रिय रहने तक युवा नेताओं को अपनी महत्वाकांक्षाएं सीमित ही रखनी चाहिए। सौ युवा नेता सलटते हैं तब जाकर कोई एक अशोक गहलोत का निर्माण होता है। आप यह नहीं समझ पाए हैं तो यह घोर आश्चर्य का विषय है। इसके अलावा भी वरिष्ठ पत्रकार चोटिया ने बहुत कुछ और भी लिखा है, जो लोकेश शर्मा के लिए एक सीख है।
बहुत गालियां मिल रही हैं सोशल मीडिया पर शर्मा को
वैसे, सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर लोकेश शर्मा के इस तंज को कोई उनकी करतूत बता रहा है, तो कोई अहसानफरामोशी, कोई गंदी नाली का कीड़ा कह रहा है, तो कोई गालियां लिखने में भी शर्म महसूस नहीं कर रहा। लोकेश शर्मा पर दलपतगिरी गोस्वामी ने लिखा है कि नीचता और गिरने के हर स्तर को तुमने पार कर लिया है, तो सुरजीत सिंह ने लिखा कि लोकेश तू कितना गिरा हुआ आदमी हैं । कमलेश बिश्नोई ने लिखा कि थोड़ा बहुत तो एहसान रखिए, आपदा में अवसर नही.. भगवान सबकुछ देख रहा है। दाऊ मोहता ने लिखा है कि आप इतने गिरे हुए व्यक्ति हो जो बीमारी में भी व्यंग्य कस रहे हो, जिस पर आप व्यंग्य कस रहे हो उसकी वजह से आपको पहचान मिली। शर्म आती है आप जैसे व्यक्ति को हमने सम्मान दिया जो कभी इस काबिल नहीं था। एक बेनामी अकाउंट से लिखा गया है कि जिस थाली में खाया, उसी में थूकने की तुम्हारी आदत है। मदन चौधरी ने लिखा कि इतने टुच्चेपन पर उतर गए, आपके इस आचरण के कारण कोई कभी विश्वास नहीं करेगा। गणपत कुमार ने लिखा कि लोकेश तू अपनी देख, कितना जमीर बेचेगा खुद का, तेरे जैसे जयचंद का कुछ भी नहीं हो सकता। भरत कुमार सैनी ने लिखा है कि कुत्तों को घी हज़म नहीं होता। दीपक राजपुरोहित ने लिखा कि तुम निहायती घटिया इंसान बनते जा रहे हो। पुष्पेंद्र चौधरी ने लिखा है कि तेरा वजूद खत्म है तेरे को गहलोत साहब की वजह पहचान मिली, नहीं तो तेरे को कौन पहचानता था, अब किराने की दुकान खोल दे गद्दार। ऐसे ही करीब 350 से भी ज्यादा जवाबों में ज्यादातर लोग काफी बुरा भला कह रहे हैं।
-राकेश दुबे
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