Exit Poll: महाराष्ट्र और झारखंड में मतदान पश्चात के अनुमानों में साफ तौर पर बीजेपी के गठबंधन वाली सरकार बनती नजर आ रही है। महाराष्ट्र (Maharashtra) में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति और झारखंड (Jharkhand) में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को बढ़त का अनुमान है। महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं और सत्ता के लिए किसी भी गठबंधन को 145 सीटों की ज़रूरत है। उधर, 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में सरकार बनाने के लिए इंडिया गठबंधन अथवा एनडीए को 41 सीटों पर जीतना जरूरी है। बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों बड़े दलों के नेतृत्व वाले गठबंधन बढ़त पाने को बेताब हैं। विधानसभा चुनावों के लिए मतदान 20 नवंबर को हुआ और नतीजे 23 नवंबर को आने है। लेकिन एग्ज़िट पोल्स (Exit Poll) के नतीजे आ रहे हैं, जिनमें दोनों प्रदेशों में बीजेपी के गठबंधन वाली सरकार आती दिख रही है।
एग्जिट पोल के बारे में विश्लेषकों की राय
हालांकि चुनाव विश्लेषकों की राय में आम तौर पर एग्जिट पोल के अनुमान नतीजों के आसपास भले ही सही होते रहे हैं, लेकिन हर बार एग्जिट पोल बिल्कुल ही सटीक नहीं होते। राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार कहते हैं कि एग्जिट पोल पर बहुत भरोसा करना ज्यादा ठीक नहीं, क्योंकि वे भी अंततः केवल अनुमान ही होते है। हाल ही में हरियाणा विधानसभा के एग्जिट पोल का उदाहरण देते हुए परिहार कहते हैं कि वहां का मतदाता सारे एग्जिट पोल को गलत साबित कर चुका है। नवभारत टाइम्स के राजनीतिक संपादक अभिमन्यु शितोले का कहना है कि एग्ज़िट पोल चुनावी नतीजों का पूर्वानुमान होता है, जो मतदाता से बात करने के बाद बताता है कि लोगों का रुझान किस की ओर जा सकता है। लेकिन जरूरी नहीं कि मतदाता अपने दिये वोट के बारे में हर बार सही ही बताता हो। वरिष्ठ पत्रकार शितोले कहते हैं कि शहरी मतदाता को तो फिर भी पता लगाना आसान है, लेकिन ग्रामीण मतदाता आम तौर पर जो मन में होता है, वह मन में ही रखता है। शितोले पिछले लोकसभा चुनाव की तरफ इशारा करते हैं, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 400 पार के नारे के इर्द गिर्द हर एग्जिट पोल में सीटें बताई जा रही थीं, लेकिन दो बार लगातार स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली बीजेपी को गठबंधन की सरकार बनानी पड़ी।
महाराष्ट्र का एग्जिट पोल बीजेपी के पक्ष में
महाराष्ट्र के लिए मैटराइज़ एग्ज़िट पोल में बीजेपी महायुति को 150 से 170 सीटें, कांग्रेस के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी को 110 से 130 सीटें मिलने का अनुमान है। इसी तरह पीपल्स पल्स के पोल में महायुति को 175 से 195 के बीच सीटें और महाविकास अघाड़ी को 85 से 112 सीटों सहित अन्य को 7 से 12 सीटें दी गई हैं। पी-मार्क ने महायुति को 137 से लेकर 157 के बीच सीटें दी हैं और महाविकास अघाड़ी के 126 से 146 के बीच सीटों पर जीतने का अनुमान लगाया है। चाणक्य स्ट्रैटेजीज़ ने बीजेपी गठबंधन को 152 से 160, कांग्रेस के गठबंधन को 130 से 38 और अन्य को छह से आठ सीटों पर बढ़त दिखाई है। पोल डायरी के अनुमान में महायुति को 122 से 186 सीटें, महा विकास अघाड़ी को केवल 69 से 121 सीटें और अन्य को 12 से लेकर 29 सीटें मिलने का अनुमान है। टाइम्स नाउ-जेवीसी ने महायुति को 150 से 167 के बीच सीटों का अनुमान जताया है, तो महाविकास अघाड़ी को 107 से लेकर 125 तथा अन्य को 13 से 14 सीटों पर जीतता हुआ दिखाया है।
महाराष्ट्र में निर्दलीय भी निर्णायक संभव
बीजेपी गठबंधन को सीधी बढ़ता वाले ज्यादातर एग्जिट पोल के उलट, दैनिक भास्कर के पोल में महायुति को 125 से लेकर 140, महाविकास अघाड़ी को 135 से 150 सीटों के साथ ही अन्य को 20 से 25 सीटें दी हैं। लोकशाही मराठी-रुद्र के पोल में अनुमान लगाया गया है कि महायुति को 128 से 142 तक सीटें मिल सकती हैं, महाविकास अघाड़ी को 125 से 140 सीटें और अन्य को 18 से 23 सीटें मिलेंगी। इन दोनों एग्जिट पोल के मुताबिक सरकार बनाने में निर्दलीय निर्णायक हो सकते हैं।
झारखंड के एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़त
झारखंड के सभी एग्ज़िट पोल में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत का अनुमान है। मैटराइज़ एग्ज़िट पोल्स में एनडीए को 42 से लेकर 47 सीटें, जेएमएम के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन को 25 से लेकर 30 सीटें और अन्य को 1से 4 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। चाणक्य स्ट्रैटेजीज़ के पोल में एनडीए को 45 से लेकर 50, इंडिया गठबंधन को 35से 38 और अन्य को 3 या 5 सीटें मिलने के अनुमान जताए जा रहे हैं। पीपल्स पल्स के एग्ज़िट पोल्स में एनडीए को 44 से 53 सीटें और इंडिया गठबंधन को 25से लेकर 37 तक सीटें मिलने के अनुमान हैं। टाइम्स नाउ-जेवीसी ने झारखंड की 40 से 44 सीटों पर एनडीए को और 30 से 40 सीटों पर इंडिया गठबंधन को आगे दिखाया है। वहीं अन्य को एक सीट पर बढ़त दिखाई है।
झारखंड के दो एग्जिट में एनडीए फिर पीछे
एक्सिस माइ इंडिया ने इंडिया गठबंधन को 53 सीटों पर और एनडीए को केवल 25 सीटों पर जीतते हुए दिखाया है तथा झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा को 2 और अन्य को 1 सीट दी है। इस हिसाब से, बाकी एग्ज़िट पोल्स से उलट एक्सिस माइ इंडिया ने झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने का अनुमान जताया है।
महाराष्ट्र में सत्ता की बिसात का हिसाब
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव इस बार नतीजों के मामले में काफ़ी दिलचस्प है। यहां पर छह पार्टियों वाले दो अलग-अलग गठबंधन, महाविकास अघाड़ी और महायुति के बीच मुख्य मुकाबला है। पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़े देखें, तो बीजेपी के 105, शिवसेना के 56, एनसीपी के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक जीते थे। उसके बाद बीजेपी से नाराजगी के कारण उद्धव ठाकरे के नेत-त्व में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने साथ मिलकर सरकार बना ली, लेकिन ढाई साल में ही जून 2022 में गठबंधन की यह सरकार गिर गई। क्योंकि शिवसेना के 40 विधायकों को साथ लेकर पार्टी से निकले एकमाथ शिंदे बीजेपी के साथ मिलकर मुख्यमंत्री बन गए गए और इतने ही विधायकों के साथ अजीत पवार भी एनसीपी से अलग होकर सरकार में उप मुख्यमंत्री बन गए। अब दोनों ही फिर से बीजेपी के साथ खुलकर गठबंधन बनाकर फिर से स्तात में आने की तैयारी में हैं। महाराष्ट्र में अब दो शिवसेना और दो राष्ट्रवादी कांग्रेस हैं।
झारखंड में कैसे बैठेगा जीत का गणित
झारखंड में सरकार बनाने के लिए इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच मुकाबला है। इंडिया गठबंधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा के अलावा कांग्रेस, आरजेडी और वामपंथी दल शामिल हैं। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में आजसू, जेडीयू और एलजेपी जैसी पार्टियां शामिल हैं। कुल 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए आंकड़ा 41 का है। सन 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा को 30, कांग्रेस को 16, आरजेडी और सीपीएम को एक-एक सीटें मिली थीं। इस गठबंधन ने सरकार बनाई। बीजेपी को 25 सीटें मिली थीं। राजनीति के जानकार बताते हैं कि झारखंड की 81 सीटों में से सभी की निगाहें झारखंड मुक्ति मोर्चा के गढ़ संथाल परगना की 18 सीटों और कोल्हान डिविजन की 14 विधानसभा सीटों पर हैं। पिछले चुनाव में संथाल की 18 सीटों में बीजेपी सिर्फ तीन पर जीती थी और कोल्हान में तो 14 में से बीजेपी को 1 सीट भी नहीं मिली थी। लेकिन इस बार तस्वीर बदल गई है। झारखंड आंदोलन के मज़बूत नेता चंपाई सोरेन हेमंत सोरेन का साथ छोड़ चुके हैं, उनको कोल्हान टाइगर के नाम से जाना जाता है और कहते हैं कि चंपाई सोरेन ने कोल्हान की कुछ विधानसभा सीटों पर बीजेपी को जिताने में मजबूत भूमिका निभाई हैं।
वैसे, एग्जिट पोल के नतीजे तो महाराष्ट्र और झारखंड, दोनों ही प्रदेशों में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन के हक में ही जा रहे हैं, लेकिन असली नतीजे 23 नवंबर को ही सबके सामने आएंगे। फिर पता भी चल जाएगा कि कौन सही है और कौन गलत साबित होता है।
-राकेश दुबे (वरिष्ठ पत्रकार)
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