Nahar: मुंबई में नाहर इंटरनेशनल स्कूल (School) को एक ऐसे शैक्षणिक संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है, जिसे केवल एक दशक में ही शिक्षा को नए सिरे से परिभाषित करते हुए वैश्विक स्तर के नागरिकों का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का गौरव हासिल है। हाल ही में जारी ‘मिड डे इंटरनेशनल स्कूल सर्वे’ में नाहर इंटरनेशनल स्कूल (School) को मुंबई में टॉप 5वीं रैंक मिली है। विख्यात डेवलपर नाहर ग्रुप के संस्थापक सुखराज नाहर द्वारा मुंबई में विश्व स्तरीय शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करने के प्रयासों के तहत इस क्लू की शुरुआत की गई थी। केवल 10 साल में ही नाहर इंटरनेशनल स्कूल का मुंबई के टॉप 5 स्कूल्स की रैंक में आना, उसकी शैक्षणिक प्रतिबद्धता को तो साबित करता ही है साथ ही वहां की उच्च शिक्षण पद्धति को भी प्रतिष्ठित करता है। स्कूल के संस्थापक सुखराज नाहर कहते हैं कि नाहर इंटरनेशनल स्कूल में सिर्फ क्वालिटी एजुकेशन के साथ साथ छात्रों को समग्र विकास के अवसर भी मिलते हैं। ‘मिड डे इंटरनेशनल स्कूल सर्वे’ में इस स्कूल को टॉप 5वीं रैंक मिलने के कारण बताते हुए शिक्षा जगत के जानकार डॉ. हरिहर स्वामी कहते हैं कि नाहर इंटरनेशनल स्कूल जैसे विद्यालयों से निकले बच्चे कहीं नहीं अटकते, क्योंकि उनको वहां पर समग्र विकास का माहौल मिलता है।
इंटरनेशनल स्कूल की टॉप 5वीं रैंक में है नाहर स्कूल का नाम
मुंबई के पवई में सन 2014 में स्थापित, नाहर इंटरनेशनल स्कूल ने अपने पहले शैक्षणिक वर्ष में सिर्फ 99 छात्रों के साथ अपनी यात्रा शुरू की थी, लेकिन लगातार क्वालिटी एजुकेशन की दिशा में आगे बढ़ते हुए वर्तमान में 1200 से अधिक शिक्षार्थियों के एक विशाल समुदाय में यह स्कूल विकसित हुआ है। हाल ही में जारी ‘मिड डे इंटरनेशनल स्कूल सर्वे’ में नाहर इंटरनेशनल स्कूल को मुंबई में टॉप 5वीं रैंक मिली है, जो अपने आप में गर्व की बात है। खूबसूरत और बेहतरीन विकसित इलाके पवई स्थित नाहर अमृत शक्ति टाउनशिप में नाहर इंटरनेशनल स्कूल को प्री-प्राइमरी से ग्रेड 12 तक विश्व स्तर पर प्रसिद्ध कैम्ब्रिज असेसमेंट इंटरनेशनल एजुकेशन द्वारा मान्यता प्राप्त है और यह प्रतिष्ठित इंटरनेशनल बैकलॉरिएट डिप्लोमा प्रोग्राम भी प्रदान करता है। नई पीढ़ी को वर्तमान तकनीकी रूप से विकसित वैश्विक अर्थव्यवस्था में उत्कृष्टता प्राप्ति हेतु आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करने के लक्ष्य के साथ की सुखराज नाहर ने विश्व स्तरीय नाहर इंटरनेशनल स्कूल की स्थापना इसलिए की थी कि पवई जैसे समृद्ध इलाके में स्कूल भी शानदार ही होना चाहिए, ताकि वहां के अपने छात्रों को शैक्षणिक, व्यावहारिक, सामाजिक, मानसिक, सांस्कृतिक व खेल खेल सहित नेतृत्व सहित समग्र विकास के अवसर प्रदान मिल सके।
सुखराज नाहर के सपनों का स्कूल है ये
सुदूर ग्रामीण परिवेश से निकलकर राजस्थान से मुंबई पहुंचे सुखराज नाहर पारिवारिक कारणों से स्वयं कम पढ़े लिखे होने के कारण शिक्षा के महत्व को किसी भी अन्य व्यक्ति के मुकाबले बेहतर समझ सकते थे। नाहर ने लंबे संघर्ष से अपना मुकाम हासिल किया, लेकिन वे मानते हैं कि अगर वे अच्छे पढ़े लिखे होते, तो ज्यादा तेजी से जल्दी ही वे आज का मुकाम हासिल कर लेते। इसी वजह से उन्होंने नाहर इंटरनेशनल स्कूल के रूप में एक ऐसे शैक्षणिक संस्थान की स्थापना की जो बाकी स्कूलों से बहुत अलग है। वहां छात्रों को केवल एकेडेमिक एजुकेशन ही नहीं, बल्कि उससे परे भी वह बहुत कुछ सिखाया जाता है, जो उनके शैक्षणिक विकास के साथ साथ जीवन के विकास में भी ज्यादा जरूरी है। नाहर कहते हैं कि उनके इस स्कूल का समग्र दृष्टिकोण छात्रों को सिखाने की प्रक्रिया के साथ साथ उसके भविष्य को भी केंद्र में रखता है, साथ ही भावनात्मक, शारीरिक और बौद्धिक विकास को भी सहजता से एकीकृत करते हुए विकसित करने की दिशा में प्रेरित करता है। वे कहते हैं कि वेल-बीइंग, हमारे जीवन दर्शन का एक आधार है, यहां एक ऐसा वातावरण है जहां सहानुभूति, लचीलेपन और सहयोग से साथ सक्रिय रूप से सभी छात्रों को विकासे के अवसर मिलते हैं। इन मूल्यों को दैनिक तौर तरीकों के साथ सीखने की प्रक्रिया में शामिल करके, हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारे छात्र न केवल एकेडमिक रूप से तैयार हों, बल्कि तेजी से आगे बढ़ती दुनिया में विकसित होने के लिए आवश्यक बुद्धिमत्ता और पारस्परिक कौशल से भी लैस हों।
आकर्षक शैक्षिक यात्रा सुनिश्चित में भी नाहर स्कूल अग्रणी
नाहर इंटरनेशनल स्कूल में, छात्रों की कक्षा में पढ़ाई के साथ साथ उनमें नेतृत्व और प्रभाव के गुण विकसित करने की कोशिश के तहत हाई स्कूल के छात्र परिषद भी स्कूली समुदाय को नए आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। स्कूल में बन रहे ये युवा नेता निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में सक्रिय रूप से शामिल होते हैं, स्कूल की नीतियों और गतिविधियों के विकास में भी योगदान देते हैं, और स्कूल की वेबसाइट और सोशल मीडिया रणनीतियों में बेहतरीन अंतर्दृष्टि के साथ अपना सहयोग प्रदान करते हैं। उनका नेतृत्व स्कूल के कार्यक्रमों को व्यवस्थित करने, छात्र-नेतृत्व वाली कोशिशों को नए तरीकों से बनाने और सीखने के अनुभवों को विकसित करने के तरीकों पर अपनी राय देने, के साथ साथ एक आकर्षक शैक्षिक यात्रा सुनिश्चित करने की भूमिका में भी नाहर इंटरनेशनल स्कूल अग्रणी है।
छात्रों को वैश्विक नागरिक बनाना हमारा पहला उद्देश्य
नाहर ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन मंजू याज्ञिक कहती है कि नाहर इंटरनेशनल स्कूल एक ऐसी शैक्षणिक संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है जहां छात्र केवल शिक्षार्थी नहीं, बल्कि परिवर्तनकारी दूरदर्शी व्यक्ति के रूप में निखरते हैं। छात्रों में विकसित विचारों को आगे बढ़ाने और व्यापक परिवर्तन की संस्कृति को विकसित करने की मूल मान्यता के साथ नाहर इंटरनेशनल स्कूल छात्रों को नेतृत्व करने और प्रभावशाली निर्णय लेने के अवसर प्रदान करके व्यापक वैश्विक समुदाय में सार्थक परिवर्तन लाने की उनकी क्षमता का पोषण किया जाता हैं। मंजू याज्ञिक कहती है कि सहयोग व सामंजस्यपूर्ण वातावरण के साथ परस्पर सम्मान प्रदान करने और एक दूसरे से सीखने के साझा माहौल में विकसित होने में नाहर इंटरनेशनल स्कूल अपने छात्रों को सक्षम बनाता है। साथ ही उनके मन में यह विश्वास बनाता है कि हर व्यक्ति में भविष्य को आकार देने की अपार क्षमता है। मंजू याज्ञिक कहती है कि नाहर इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ाई के साथ वैश्विक नागरिक बनने के लिए छात्रों को आवश्यक नेतृत्व गुणों से संपन्न किया जाता है, ताकि वे परिवर्तन को प्रेरित कर सकें, भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें और एक बेहतर दुनिया बनाने में अपना योगदान दे सकें। नाहर ग्रुप के चेयरमेन सुखराज नाहर कहते हैं कि हमारे शैक्षणिक मिशन का मूल उद्देश्य छात्रों में ऐसे नैतिक मूल्यों का विकास करना है जो हमारे समस्त संसार के सभी जीवों के प्रति करुणा और जीवन की हर जिम्मेदारी के प्रति जागरूकता की भावना को विकसित करें और उनको कर्तव्यनिष्ठ वैश्विक नागरिक बनने के लिए सशक्त बनाएं।
नाहर का आगामी एक दशक का शैक्षणिक विजन
अगले दशक के लिए नाहर इंटरनेशनल स्कूल का विजन डॉक्यूमेंट प्रदर्शित करते हुए सुखराज नाहर कहते हैं कि उनका यह शैक्षणिक संस्थान एक सुरक्षित, रचनात्मक और बौद्धिक रूप से चुनौतीपूर्ण वातावरण में सामाजिक रूप से जिम्मेदार वैश्विक नागरिकों का शैक्षणिक विकास करने के अपने मिशन पर लगातार आगे बढ़ता रहेगा। समग्र शिक्षा की नींव पर निर्मित, नाहर इंटरनेशनल स्कूल छात्रों को एक निरंतर विकसित वैश्विक परिदृश्य में पनपने के लिए सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस विजन के हिस्से के रूप में, नाहर ग्रुप ने चांदीवली, नाहर अमृत शक्ति में अपना पहला कैम्ब्रिज अर्ली इयर्स प्रीस्कूल, ‘बीज़ एंड क्ब्ज़’ लॉन्च किया है। लगभग एक लाख वर्ग फीट में फैले इस प्रीस्कूल को 500 से अधिक बच्चों के लिए डिज़ाइन किया गया है। नाहर ग्रुप की उपाध्यक्ष मंजू याज्ञिक का कहना है कि ‘बीज़ एंड क्ब्ज़’ हमारी सबसे नई पीढ़ी को प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने के हमारे समर्पण का प्रतीक है। हमारे स्कूल में अल्पायु के इन बच्चे- बच्चियों के मन में जिज्ञासा, रचनात्मकता और करुणा को बढ़ावा देना और उन्हें आजीवन सीखते रहने की जिज्ञासा जगाने और उनके व्यक्तिगत विकास के मार्ग पर स्थापित करना ही हमारा मूल उद्देश्य है। मंजू याज्ञिक कहती है कि विकसित सुविधाओं और शिक्षकों की एक समर्पित टीम के साथ, नाहर इंटरनेशनल स्कूल राष्ट्र के भविष्य निर्माताओं की नई पीढ़ी को विकसित करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ हैं।
-आकांक्षा कुमारी