PM Modi Diwali: लगातार ग्यारह साल हो गए, हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) दीपावली खास तरीके से मनाते हैं, जवानों के बीच। मोदी जब सन 2014 में देश की सत्ता में आए थे, तो प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली दीपावली (Diwali) उन्होंने जवानों के साथ मनाई। उसके बाद से ही वे उस परंपरा को लगातार निभाते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल दीपावली का उत्सव गुजरात के कच्छ (Kutch) इलाके के लख्खी नाला में सीमा सुरक्षा बल, थल सेना, नौसेना और वायुसेना के जवानों के साथ मनाया। भारत से सटी पाकिस्तान सीमा के पास स्थित इस बीएसएफ चौकी पर पहुंचकर पीएम मोदी ने जवानों से बातचीत की और दीपावलीकी शुभकामनाएं साझा की। प्रधानमंत्री बनने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी अलग-अलग जगहों पर देश की सुरक्षा में तैनात जवानों के साथ दीपावली मनाते आए हैं। कच्छ में सुरक्षा बलों के जवानों के साथ इस साल की दीपावली भी प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष बना दी। पीएम मोदी ने सर क्रीक इलाके का निरीक्षण भी किया और इस दौरान उन्होंने बीएसएफ के जवानों की सराहना भी की।
साल दर साल मोदी की दीपावली लगातार सैनिकों के साथ
सन 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने अपनी पहली दीपावली सियाचिन में मनाते हुए जवानों के साहस और दृढ़ संकल्प की प्रशंसा की थी। साल 2014 से लेकर साल 2024 तक पीएम मोदी ने देश में अलग-अलग इलाकों के सुरक्षा बलों के साथ दीपावली मनाई है। इस दौरान हर बार उनका एक अलग और नया अंदाज देखने को मिलता है। सन 2015 में प्रधानमंत्री मोदी अमृतसर में स्थित डोगराई युद्ध स्मारक गए थे, जहां सन 1965 के युद्ध में शहीदों की याद में बनाए गए तीन स्मारकों में भी पहुंचे थे। सन 2016 की दीपावली पर प्रधानमंत्री चीन की सीमा पर सैनिकों के साथ रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने उस दौरान समुदोह में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, डोगरा स्काउट्स और सेना के जवानों से खास बातचीत की पीएम मोदी चांगो गांव भी गए थे। सन 2017 में मोदी दीपावली पर कश्मीर के गोरज़ घाटी में एलओसी के पास तैनात जवानों के साथ रहे। जहां पीएम मोदी ने कहा था कि ‘लोग परिवार के साथ दीपावली मनाते हैं, लेकिन मेरा तो ये जवान ही परिवार है।’ उसके बाद सन 2018 में पीएम मोदी दीपावली पर केदारनाथ धाम पहुंचे थे और बाबा केदारनाथ की पूजा-अर्चना की व गुफा में रह कर ध्यान भी किया था, लेकिन उसके तत्काल पहले उन्होंने उत्तराखंड के हर्षिल में सैनिकों के साथ दीपावली मनाई थी और सैनिकों को मिठाई बी खिलाई थी। आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली दीपावली सन 2019 में मोदी ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तैनात सुरक्षाबलों के साथ मनाई थी। सन 2020 में पीएम मोदी दीपावली पर राजस्थान के जैसलमेर सेक्टर में पाकिस्तान सीमा पर लोंगेवाला चौकी पर थे। वहां पीएम मोदी ने टैंक की सवारी की थी और फिर जैसलमेर एयरबेस पर बहादुर जवानों को संबोधित किया। जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में सन 2021 की दीपावली पर पीएम मोदी ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा था कि हर साल सैनिकों के साथ दीपावली मनाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। पीएम मोदी का 2019 के बाद यह राजौरी का दूसरा दौरा था। सन 2022 की दीपावली कारगिल में सैनिकों के साथ मनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद सन 2023 की दीपावली पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश में सैनिकों के साथ मनाई। प्रधानमंत्री मोदी हिमाचल के लेप्चा में सुरक्षा बलों के साथ दीपावली मनाते हुए बेहद प्रसन्न दिखाई दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने जवानों को दीपावली की शुभकामनाएं देने के अलावा उनके जज्बे को सलाम किया।
दुनिया को हमारे सैनिकों में दिखती है समूचे भारत की ताकत
कच्छ में सुरक्षा बलों के जवानों को दीपावली की शुभकामना देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मां भारती की सेवा में तैनात देश के हर जवान को दीपावली की शुभकामनाएं देता हूं। मोदी ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी ये अटल इच्छाशक्ति, आपका ये अथाह शौर्य, पराक्रम की पराकाष्ठा… देश जब आपको देखता है तो उसे सुरक्षा और शांति की गारंटी दिखाई देती है। दुनिया जब आपको देखती है, तो उसे भारत की ताकत दिखाई देती है और दुश्मन जब आपको देखता है, तो उसे बुरे मंसूबों का अंत दिखाई देता है। जब आप जोश में दहाड़ते हैं, तो आतंक के आका कांप जाते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस देश में ऐसी सरकार है जो देश की एक इंच जमीन के साथ भी समझौता नहीं कर सकती। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं कभी-कभी कहता हूं कि एक आर्मी, एक एयर फोर्स और एक नेवी हमें एक-एक-एक नजर आते हैं। लेकिन जब उनका संयुक्त अभ्यास होता है तो एक-एक-एक नहीं, एक सौ ग्यारह नजर आते हैं। उन्होंने जवानों को मिठाई खिलाई और अपने मन की खुशियों के उनके साथ साझा किया।
-आकांक्षा कुमारी
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