Congress: जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल 2024 (JLF) में महिला कांग्रेस की दिल्ली की पूर्व अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी (Sharmistha Mukherjee) ने कहा है कि कांग्रेस (Congress) को अब गांधी परिवार के बाहर अपना नेतृत्व तलाश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की लीडरशिप में कांग्रेस बार-बार हार रही है तो अब पार्टी को सोचना चाहिए। बीजेपी (BJP) में ऐसा नहीं होता। वर्तमान हालातों को देखते हुए गांधी परिवार के बाहर नेतृत्व तलाशना अब जरूरी हो गया है। शर्मिष्ठा ने कहा कि उनके पिता प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) इंदिरा गांधी के अंधभक्त थे। लेकिन अपने जीवन के आखिरी दिनों में वे कांग्रेस के हालात से परेशान थे।
Congress विचारधारा आरएसएस को बताने गए थे प्रणब दा
राजस्थान की राजधानी जयपुर में चल रहे साहित्य के महाकुंभ कहे जाने वाले जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल 2024 (JLF) में 5 फरवरी को शुरुआती सत्र में चर्चा में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी अपने पिता पर लिखी उनकी किताब ‘प्रणब माई फादर: ए डॉटर रिमेम्बर्स’ को लेकर चर्चा कर रही थीं। मीडिया से बातचीत के दौरान शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सन 2018 में नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय जाने का किस्सा भी सुनाया। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जब उनके पिता नागपुर आरएसएस के कार्यक्रम पहुंचे थे तब उनका काफी विरोध हुआ था, लेकिन उन्होंने समझाया था कि वो आरएसएस के कार्यक्रम में कांग्रेस की विचारधारा को बताने गए थे।
इंदिरा गांधी ने प्रणब मुखर्जी को सूट पहनने की सलाह दी
प्रणब मुखर्जी की बेटी ने बताया कि उनके पिता इंदिरा गांधी का बहुत सम्मान करते थे। इस दौरान शर्मिष्ठा ने अपने पिता के राजनीतिक जीवन के कई किस्से साझा करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी के प्रति उनके पिता के मन में बहुत सम्मान था। उन्हीं की वजह से वे राजनीति में आए थे। वे इंदिरा गांधी के अंधभक्त थे और यहां तक कि कपड़े भी इंदिरा गांधी को पूछकर पहनते थे। शर्मिष्ठा ने बताया कि जब उनके पिता मंत्री बने तो इंदिरा गांधी ने उन्हें धोती-कुर्ता छोड़कर सूट पहनने की सलाह दी थी। शर्मिष्ठा ने बताया कि उनके पिता ने अपनी डायरी में अपनी राजनीति की यात्रा के बारे में काफी कुछ लिखा है। अपने पिता पर लिखी पुस्तक ‘प्रणब माई फादर: ए डॉटर रिमेम्बर्स’ हाल ही में शर्मिष्ठा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट की थी।
कांग्रेस को मजबूत करना पार्टी नेतृत्व का काम
जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल 2024 (JLF) में शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि उनके पिता प्रणब मुखर्जी कांग्रेस के हालात से परेशान थे और कहते थे कि मैं हार्डकोर कांग्रेसी हूं, लेकिन पार्टी के मौजूदा हालातों से हर कार्यकर्ता की तरह मुझे भी बहुत परेशानी होती है। शर्मिष्ठा ने कांग्रेस की मजबूती के सवाल पर कहा कि लोकसभा में कांग्रेस की सीटों की संख्या कम हो गई है, लेकिन इसके कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति में बहुत मजबूत उपस्थिति है, क्योंकि वह देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है। कांग्रेस की तीन प्रदेशों, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक में सरकार में है और देश में आज भी कांग्रेस सबसे बड़ा राष्ट्रीय जनाधार वाली मुख्य विपक्षी पार्टी है। लोगों के दिलों में उसका स्थान निर्विवाद है। लेकिन इस राष्ट्रव्यापी उपस्थिति को और कैसे मजबूत किया जाना चाहिए, इस पर विचार करना कांग्रेस नेतृत्व का काम है। शर्मिष्ठा ने कहा कि कांग्रेस समर्थक और एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मुझे भी कांग्रेस पार्टी की चिंता है। उल्लेखनीय है कि शर्मिष्ठा सन 2021 तक दिल्ली में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष थीं, लेकिन सितंबर 2021 में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
-आकांक्षा कुमारी
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