Rajasthan: देश के प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार आज नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) शपथ लेंगे। उनके साथ उनकी सरकार के मंत्रियों (Ministers) का भी शपथ ग्रहण होगा। कुल लगभग 50 कैबिनेट व राज्य मंत्री शपथ ले सकते हैं। मोदी सरकार के तीसरे दौर के मंत्रिमंडल में राजस्थान (Rajasthan) से चार मंत्री संभावित हैं, जिनमें अर्जुन मेघवाल (Arjun Meghwal), गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) और भागीरथ चौधरी (Bhagirath Chaudhary) और भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) का नाम सामने आ रहा है। इन सांसदों को मंत्री की शपथ लेने के लिए कॉल आ गए हैं और वे प्रधानमंत्री निवास पर सुबह की बैठक में भी शामिल हुए। दिल्ली में 9 जून की शाम सवा 7 बजे शपथ ग्रहण समारोह होना है। इसके साथ ही मंत्रिमंडल का भी गठन हो जाएगा और राजस्थान को भी उसमें प्रतिनिधित्व मिलना तय है। लेकिन पिछली बार से कम मंत्री होंगे, क्योंकि इस बार प्रदेश से सभी 25 नहीं बल्कि 14 सांसद ही बीजेपी जीत सकी है।
राजस्थान को पहले के मुकाबले कम जगह
राजस्थान से भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुनराम मेघवाल तीनों ही पीएम मोदी की पिछली सरकार में भी मंत्री रहे हैं, तो भागीरथ चौधरी भी नई सरकार में मंत्री बनेंगे। माना जा रहा था कि राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सीपी जोशी भी मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं, लेकिन जो जानकारी आ रही हैं, उसके मुताबिक सीपी जोशी का नाम फिलहाल इस सूची में नहीं है। मोदी कैबिनेट में राजस्थान से पिछली बार चार मंत्री थे। लोकसभा अध्यक्ष जैसे अहम पद पर भी राजस्थान के कोटा से सांसद ओम बिड़ला थे। सन 2019 के लोकसभा चुनाव तक बीजेपी ने लगातार दूसरी बार राजस्थान की सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार वह केवल 14 सीटों पर अटक गई है। ऐसे में तय है कि मोदी सरकार में इस बार राजस्थान को पहले के मुकाबले कम जगह मिलेगी।
बीजेपी के सभी दिग्गज मोदी मंत्रिमंडल में
आज शाम बन रहे मंत्रिमंडल में मोदी सरकार में शामिल होने वाले मंत्रियों के रूप में बीजेपी के अमित शाह, नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह, मनसुख मंडाविया, अश्विनी वैष्णव, पीयूष गोयल, जितेंद्र सिंह, शिवराज सिंह चौहान, हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरन रिजिजू, गिरिराज सिंह, मनोहरलाल खट्टर, सुरेश गोपी, धर्मेंद्र प्रधान, जितिन प्रसाद, सीआर पाटिल और रक्षा खडसे के नाम प्रमुख हैं। जानकारी मिली है कि नीतीश कुमार और चंद्राबाबू नायड़ू से सहयोग से बन रही सरकार में बड़ी संख्या में सहयोगी दलों को भी शामिल किया जाना है, जिनमें चिराग पासवान, जीतनराम मांझी, जयंत चौधरी और अनुप्रिया पटेल, रामनाथ ठाकुर आदि के भी नाम हैं। आज लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं।

गहलोत ने की विशेष राज्य के दर्जे की मांग
इस बीच राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीसरी बार पीएम बनने जा रहे नरेंद्र मोदी से राजस्थान को लिए विशेष दर्जे की मांग की है। गहलोत ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि देश के सबसे बड़े राज्य के पिछड़ेपन को देखते हुए इसे विशेष दर्जा दिया जाना चाहिए। गहलोत ने लिखा – श्री नरेंद्र मोदीजी, आप प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ लेंगे। मीडिया की खबरों से लगता है कि इस सरकार की स्थिति कमजोर होने के कारण बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा मिलने वाला है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि विशेष राज्य के दर्जे या केन्द्र सरकार के विशेष ध्यान की सबसे पहली आवश्यकता राजस्थान को है क्योंकि हमारा राज्य सबसे बड़ा रेगिस्तानी राज्य है। पूरे राज्य में केवल एक छोटे से हिस्से में साल भर बहने वाली नदी है और भौगोलिक स्थितियां चुनौतीपूर्ण हैं। राजस्थान का क्षेत्रफल देश का 10% है परन्तु पानी केवल 1% ही है। हमारे यहां गांवों के बीच दूरी इतनी ज्यादा हैं कि बिजली, पानी, सड़क समेत हर सर्विस की डिलीवरी की कॉस्ट बहुत अधिक आती है। उदाहरण के तौर पर यहां जल जीवन मिशन में पानी का एक कनेक्शन लगाने का खर्च कहीं-कहीं 20,000 रुपये से भी ज्यादा है। हमारे यहां के कुछ जिलों का क्षेत्रफल तो देश के राज्यों से भी ज्यादा है। ऐसे में विशेष राज्य के दर्जे की हमारी पुरानी मांग कायम है। मैं मनोनीत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मांग करना चाहता हूं कि विशेष राज्य के दर्जे पर पहला हक राजस्थान का है। इसको पूरा किया जाना चाहिए।