Adani: देश का प्रमुख औद्योगिक समूह अदाणी ग्रुप (Adani Group) एक बार फिर से खबरों में हैं। निवेशकों में हल्ला मचा है और शेयर मार्केट में उसकी कंपनियों के भाव गिर रहे हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी कह रहे हैं कि भारत के दिग्गज उद्यमी अमीर गौतम अदाणी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनकी कंपनियों की जांच होनी चाहिए क्योंकि मामला भारत में अदाणी पॉवर (Adani Power) के विस्तार के लिए 2200 करोड़ रपए की रिश्वत देने का है। लेकिन राहुल यह भी कहते हैं कि भारत में जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, अदाणी सेफ है, उनका कुछ भी नहीं बिगड़ सकता, क्योंकि दोनों एक हैं।मगर, अदाणी ग्रुप का कहना है कि हम कानून को मानने वाली कंपनी हैं और आरोप बेबुनियाद हैं, इसलिए हम सारे ही कानूनी विकल्प देखेंगे। अदाणी ग्रुप पर ये आरोप कितने सच है, कितने झूठ, इसकी तथ्यात्मक विवेचना अभी बाकी है। लेकिन अमेरिकी कोर्ट के ऑर्डर और राहुल गांधी के आरोपों के बाद अदाणी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैपिटल 2 लाख करोड़ रुपये गिर गया और निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।
दो हजार करोड़ रुपये की रिश्वत के आरोप
अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने आरोप लगाया है कि अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी, उनके भतीजे सागर अदाणी और छह अन्य सहयोगियों ने भारत में अपनी रिन्युबल एनर्जी कंपनी के लिए 25 करोड़ डॉलर यानी तकरीबन दो हजार करोड़ रुपये से अधिक की रिश्वत दी और अमेरिका में पूंजी जुटाने के वक़्त निवेशकों से ये जानकारी छिपाई। ये सभी आरोप अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और अजू़र पावर ग्लोबल से जुड़े हैं। अदाणी एनर्जी भारत में लिस्टेड है, जबकि अज़ूर पवार भारत में लिस्टेड नहीं है। न्यूयॉर्क की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं।
अदाणी ग्रुप ने किया आरोपों का खंडन
अदाणी ग्रुप ने न्यूयॉर्क की अदालत में दाखिल आरोप पत्र पर एक बयान जारी करते हुए कहा है कि अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट और एक्सचेंज कमीशन द्वारा अदाणी ग्रीन के निदेशकों के ख़िलाफ़ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और हम उनका खंडन करते हैं। कंपनी ने कहा है कि इस मामले में वे हर तरह के कानूनी विकल्प तलाशेंगे। कंपनी ने बयान में कहा है कि हम अपने सहयोगियों और कर्मचारियों को भरोसा देना चाहते हैं कि हम कानून का पालन करने वाली कंपनी हैं जो सभी कानूनों का पालन करती है।
‘मोदीजी और अदाणी एक हैं तो सेफ हैं’
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अदाणी पर आरोपों की खबर सामने आते ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की तथा कहा कि अडाणी पर आरोप हैं कि उन्होंने भारत में सोलर पॉवर प्रोजेक्ट्स के कॉंट्रेक्ट और फाइनेंस हासिल करने लिए बड़े पैमाने पर 2 हजार करोड़ रुपए की रिश्वत दी, जिसके लिए अमेरिकी निवेशकों से स्वीकृति नहीं ली थी। लेकिन मैं जानता हूं कि भारत में जब तक नरेंदेर मोदी प्रदानमंत्री हैं, अदाणी का कुछ भी नहीं बिगड़ेगा। राहुल गांधी ने कहा कि मुझे आश्चर्य हो रहा है कि इतना होने के बावजूद अदाणी इस देश में एक स्वतंत्र व्यक्ति की तरह क्यों घूम रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने नारा दिया था कि ‘एक हैं तो सेफ हैं।’ हम देख रहे हैं कि इंडिया में अदाणी जी और मोदी जी एक हैं तो सेफ हैं।
निवेशकों को 2 लाख करोड़ का नुकसान
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी और उनके भतीजे सागर अदाणी पर रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप में अमेरिकी कोर्ट ने अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर धड़ाम हो गए और कई शेयर में लोअर सर्किट तक लग गया। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में यह सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है। इस गिरावट से अदाणी ग्रुप के सभी 11 शेयरों का कुल मार्केट कैपिटल लगभग 2 लाख करोड़ रुपये घटकर 12.3 लाख करोड़ रुपये रह गया।
-आकांक्षा कुमारी
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