Exit Poll: लोकसभा चुनाव के आखरी दौर के समाप्त होते ही जो एग्जिट पोल (Exit Poll) सामने आ रहे हैं, उनके मुताबिक नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपनी तीसरी पारी के लिए एक बार फिर से प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बार के लोकसभा चुनाव (Parliament Election) के एग्जिट पोल में कांग्रेस सत्ता के करीब भी नहीं पहुंचती दिख रही है और उसके समर्थक दलों की भी हालत खराब दिख रही है। देश की जानी मानी चुनाव प्रबंधन कंपनियों, चुनावी रणनीतिकारों, राजनीतिक विश्लेषकों और आंकड़ों के खेल के माहिर लोगों की राय में बीजेपी (BJP) और उसके साथी दल बहुत आसानी से 360 से ज्यादा सीटें जीतकर फिर से सत्ता में आ रहे हैं और बहुत कोशिशों के बावजूद कांग्रेस (Congress) व उसके साथी दलों का इंडी गठबंधन 150 सीटों के पार पहुंचने में भी बेहद मुश्किल में दिखाई दे रहा है। तस्वीर साफ है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की सरकार फिर से बनने जा रही है, और बहुत कोशिशों के बावजूद राहुल गांधी को इस चुनाव में आशातीत सफलता नहीं मिल पा रही है। उधर, कांग्रेस के नेता अशोक गहलोत ने कहा है कि फिर से बीजेपी को सत्ता दिला रहे एग्जिट पोल प्रधानमंत्री मोदी की धमक का परिणाम है।
बीजेपी को साफ तौर पर 303 के पार सीटें संभव
विख्यात चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का कहना है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 303 सीटें साफ तौर पर मिलती दिख रही है। लोकसभा चुनाव में मतदान के आखरी दिन प्रशांत किशोर ने अपने पूर्वानुमान को बरकरार रखते हुए बीजेपी को 303 से ज्यादा सीटें मिलने की बात कही है। प्रशांत किशोर का कहना है कि बीजेपी इस बार के लोकसभा चुनावों में 2019 में मिली सीटों की बराबरी में या उससे थोड़ा अच्छा प्रदर्शन भी कर सकती है। प्रशांत किशोर ने ‘द प्रिंट’ को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि ‘मेरे आंकलन के अनुसार, बीजेपी पिछली बार जितने ही या थोड़े बेहतर नंबरों के साथ वापस आ रही है। पश्चिमी भारत और उत्तरी भारत में प्रशांत को बीजेपी की सीटों की संख्या में कोई खास बदलाव नहीं दिख रहा है और देश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों से बीजेपी को संतोषजनक समर्थन मिलता दिख रहा है। वे मानते हैं कि इस चुनाव के नतीजों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से पीएम बनने जा रहे हैं और तीसरी बार देश की बागडोर सम्हालेंगे।
पीएम मोदी की धमकी से निकला एग्जिट पोल
कांग्रेस के दिग्गज नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत का कहना है कि ये एग्जिट पोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतिम सभा में दी गई धमकी का परिणाम है। गहलोत ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह धमकाने वाली भाषा का इस्तेमाल पब्लिक रैली में किया था उसी का असर एग्जिट पोल में दिख रहा है और चैनल उसी डर में भाजपा को एकतरफा जीतता हुआ दिखा रहे हैं। जनहित इसी में है कि एग्जिट पोल का हाल 2004 की तरह हो। राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार मानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी के नेतृत्व में बीजेपी एक बार फिर से सत्ता में वापस आ रही है। परिहार कहते हैं कि बीजेपी को पिछले चुनाव में जितनी सीटें मिली थी, उसके आसपास सीटें फिर से मिलती दिख रही हैं और इस बार न तो बीजेपी और न ही पीएम के रूप में मोदी के खिलाफ कोई बड़ा गुस्सा लोगों के मन में नहीं था। उनका कहना है कि बीजेपी गठबंधन को 365 से 385 के बीच सीटें मिल सकती है। परिहार कहते हैं कि खास तौर पर बेरोजगारी व महंगाई इस चुनाव में लोगों के लिए मुद्दा तो रहा, लेकिन वोट देने के मामले में यह विषय मुद्दा नहीं बना, क्योंकि लोग मानने लगे हैं कि सरकार सभी को रोजगार नहीं दे राजनीतिक विश्लेषक परिहार का कहना है कि विपक्ष ने बहुत कोशिश की परंतु जनता की धारणा यही देखने को मिली कि विपक्ष के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टक्कर का कोई विश्वसनीय चेहरा नहीं है। इसीलिए जनता ने इस बार मोदी को फिर से सत्ता सौंपने के नाम पर वोट डाला है।
किसको कितनी सीट, अपना अपना एग्जिट पोल
देश की विभिन्न चुनाव चुनाव प्रबंधन कंपनियों व चुनावी रणनीतिकारों के एग्जिट पोल देखें, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस बार एनडीए को 290 से 360 सीटों के बीच मिलती दिख रही है। इसी तरह से इंडी गठबंधन को 120 से 160 सीटों के बीच मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। ‘चाणक्य’ के एग्जिट पोल के मुताबिक भी एनडीए सरकार की वापसी तय है। ‘रिपब्लिक भारत – मेट्रिज’ के मुताबिक एनडीए को 351 से 368 के बीच सीटें मिल सकती है तो इंडी गठबंधन को 118 से 133 तथा अन्य को केवल 43 से 48 के बीच सीटें ही मिल रही है। ‘जन की बात’ के पोल में एनडीए को 362 व 392 के बीच सीटें मिलती दिख रही है, तो इंडी गठबंधन को 141 से 161 के बीच सीटें ही मिल रही है। इसी तरह ‘प्राइम टाइम भारत’ के एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए को 365 से 385 के बीट सीटों पर जीत हासिल होती दिख रही है, तो इंडी गठबंधन को केवल 114 से 128 के बीच सीटें ही मिलती दिख रही है। ‘रिपब्लिक टीवी – मार्क’ के अनुमान में एनडीए को 359 और इंडी गठबंधन को 154 सीटें मिलती दिख रही है, व अन्य को केवल 30 सीटों का अनुमान है। इस तरह से साफ तौर पर फिर से प्रधानमंत्री नरेंदेर मोदी की सरकार सत्ता में आने का अनुमान है।
कभी सही, कभी गलत साबित हुए हैं चुनावी आकलन
हालांकि, राजनीतिक विश्लेषक संदीप सोनवलकर मानते हैं कि एग्जिट पोल के नतीजे कई बार सही तो कभी कभार गलत भी साबित होते रहे हैं। सोनवलकर बताते हैं कि इतिहास गवाह है कि सन 2004 के लोकसभा चुनाव में एग्जिट पोल के परिणाम चुनावी नतीजों से एकदम उलट थे। लोकसभा चुनाव 2004 में एग्जिट पोल में बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी बनना बताया जा रहा था, और एनडीए की सरकार बनने का दावा भी किया गया था, लेकिन नतीजों में एनडीए 189 पर ही सिमट गया। जबकि जिस कांग्रेस को कम सीटें दिखाई जा रही थी, वह कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी और मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए की सरकार बनी। वरिष्ठ राजनैतिक पत्रकार अभिमन्यु शितोले बताते है कि सन 2009 के लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल में भी यूपीए व एनडीए में जबरदस्त टक्कर दिखाई जा रही थी, लेकिन नतीजों में यूपीए को 262 सीटें मिली, जबकि एनडीए को केवल 159 सीटों पर ही जीत हासिल हुई। हालांकि शितोले कहते हैं कि नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय परिदृश्य में आने के बाद हुए चुनावों में सन 2014 और सन 2019 के लोकसभा चुनावों के एग्जिट पोल एकदम सही साबित हुए और दोनों ही बार मतगणना से पहले जारी हुए एग्जिट पोल में बीजेपी की जीत व सीटों का अनुमान बिल्कुल सही साबित हुआ। राजनीतिक विश्लेषक संदीप सोनवलकर बताते हैं कि अब, 2024 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी के बारे में माना जा रहा है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए साफ तौर पर फिर से सत्ता में आ रहा है और सीटें 350 के पार उसे मिल सकती है। लेकिन वे इंतजार करने की सलाह देते हुए कहते हैं कि देखते हैं, इस बार के एग्जिट पोल कितने सही साबित होते हैं।
-राकेश दुबे (वरिष्ठ पत्रकार)
ये भी पढ़ियेः India Today – C-Voter Survey: बीजेपी गठबंधन फिर आसानी से सत्ता में, कांग्रेस व साथियों के लिए रास्ता बहुत मुश्किल
ये भी पढ़ियेः Narendra Modi: आखिर क्यों नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय है ?