Operation Sindoor: भारत ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की है, नाम था – ऑपरेशन सिंदूर। कुल 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें दागी गईं, जिसमें कमसे कम 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है। भारत को सदा से निशाने पर रखने वाले जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मसूद अजहर का परिवार उजड़ गया है। भारत की एयरस्ट्राइक में अजहर के परिवार के 10 से ज्यादा सदस्य मारे गए हैं। परिवार के खात्मे के बाद मसूद अजहर को यह कहते सुना गया कि मैं भी मर जाता तो अच्छा होता। पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ भारत की बहुप्रतीक्षित कार्रवाई बुधवार (7 मई) की सुबह ऑपरेशन सिंदूर के रूप में हुई। भारतीय सशस्त्र बलों ने नौ आतंकी ठिकानों पर सैन्य हमले किए – चार पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में। ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी ठिकानों पर सैन्य हमले के तुरंत बाद, पाकिस्तानी सैनिकों ने पलट वार करते हुए जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ जिलों में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलीबारी की। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए जम्मू प्रांत के पांच सीमावर्ती जिलों में शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है।

रात 1.44 बजे पर किया गया पहला हमला
भारतीय सशस्त्र बलों ने कहा है कि उन्होंने बुधवार को 1.44 बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम से सैन्य हमले किए। इस ऑपरेशन के तहत सेना की तीनों शाखाओं ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ढाँचे को निशाना बनाया, जहाँ से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई और निर्देशित किया जाता रहा है। प्रतिष्ठान के सूत्रों ने कहा है कि सशस्त्र बलों ने सटीक हमला करने वाले हथियार प्रणालियों का इस्तेमाल किया, जिसमें लोइटरिंग म्यूनिशन भी शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया गया, जिनमें से प्रत्येक का भारत में निर्देशित प्रमुख आतंकी साजिशों और घुसपैठ के प्रयासों से संबंध था। ऑपरेशन सिंदूर में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के चार ठिकानों पर हमला किया गया, जिसमें बहावलपुर भी शामिल है, जिसे व्यापक रूप से मसूद अजहर के नेतृत्व वाले आतंकी समूह के मुख्यालय के रूप में जाना जाता है। इसी तरह, भारत के सशस्त्र बलों ने मुरीद के और मुजफ्फराबाद सहित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन ठिकानों पर हमला किया। ऑपरेशन सिंदूर में हिजबुल मुजाहिदीन के दो ठिकानों पर भी हमला किया गया।

मैं भी मर जाता तो अच्छा होता – मौलाना मसूद
पहलगाम हमले के बाद नरेंद्र मोदी सरकार के हर फैसले में विपक्ष के साथ देने के आश्वासन के बावजूद विपक्ष के कुछ नेताओं की जुबान विरोधी राह पर चलने ही लगी थी, कि पाकिस्तान की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर केहोने सबूत पेश किये जाने लगे, तो सबको यू-टर्न लेने को मजबूर होना पड़ा। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी सेना के शौर्य की तारीफ की। भारत की इस ताबततोड़ सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के करीब 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं तथा टॉप आतंकी मसूद अजहर का परिवार खत्म हो गया है। पाकिस्तान के बहावलपुर में एयरस्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अजहर के परिवार के करीब 10 से ज्यादा सदस्य मारे गए हैं जबकि उसके चार खास गुर्गे भी ढेर हो गए हैं। जैश-ए-मोहम्मद ने बयान जारी कर इस घटना की पुष्टि की है। एयरस्ट्राइक में मारे गए अजहर के परिवार के सदस्यों और करीबियों को आज ही दफ्नाया जाएगा। आतंकी संगठन की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि मौलाना मसूद अजहर की बड़ी बहन और मौलाना कशफ का पूरा परिवार, मुफ्ती अब्दुल रउफ के पोते-पोतियां इस हमले में मारे गए। जबकि कई परिवार के सदस्य घायल हो गए। परिवार के सजदस्यों की लोसें देखने के बाद मसूद अजहर को यह कहते सुना गया कि वह भी मर जाता तो अच्छा होता।

पीएम मोदी ने जो कहा था, वही किया
दो हफ़्ते पहले, 22 अप्रैल को, दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घास के मैदान के देवदार के जंगल से आतंकवादी निकले और 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिससे भारतीय और दुनिया भर के लोग स्तब्ध रह गए। ज़्यादातर पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए उस नृशंस आतंकवादी हमले के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कसम खाई थी कि पहलगाम आतंकी हमले के अपराधियों का धरती के अंत तक पीछा किया जाएगा और न्याय सुनिश्चित करने के अपने संकल्प में राष्ट्र एकजुट है। भारत हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें दंडित करेगा। हम उन्हें धरती के आखरी छोर तक खदेड़ेंगे। आतंकवाद को बख्शा नहीं जाएगा। न्याय सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। पूरा देश इस संकल्प में एक है। जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प लिया था, न्याय का वह क्षण 7 मई की सुबह-सुबह आया, जब भारत की सशस्त्र सेनाओं – थलसेना, नौसेना और वायुसेना – ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमले किए।

आने वाले कुछ दिन भारत के लिए संवेदनशील
भारत के सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिए जाने के दौरान देश के वरिष्ठ अधिकारियों ने कई देशों के अपने समकक्षों से नई दिल्ली द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में बात की। जिन देशों को जानकारी दी गई उनमें अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और रूस शामिल थे। अमेरिका में भारतीय दूतावास ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। आने वाले कुछ दिन भारत के लिए संवेदनशील हो सकते हैं क्योंकि 6 मई की देर रात ऑपरेशन सिंदूर के तत्काल बाद 7 मई की सुबह होते ही भारत पर जवाबी हमला किया।
-निरंजन परिहार
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