Rajasthan: किसानों में लोकप्रिय जुझारू नेता और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) दिल खोल कर बात करते हैं। वे जब बोलते हैं, तो लोग उनको कान लगा कर सुनते हैं और वे हमले करते हैं तो भी पूरी ताकत से। बेनीवाल राजस्थान (Rajasthan) में एकमात्र नेता हैं, जो अपनी पार्टी बनाकर दो बार सांसद बनने और अपने विधायक जितवाने में सफल रहे हैं। वे कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर हमलावर हैं। राजस्थान के किसानों और युवाओं में उनका बहुत बड़ा समर्थक वर्ग है। मारवाड़ और शेखावाटी में उनका जनाधार जबदस्त है, लेकिन मेवाड़ या हाड़ौती जाते हैं या फिर अहमदाबाद, सूरत, मुंबई, पुणे, हैदराबाद या बैंगलुरू में भी उनके स्वागत में हजारों लोग इकट्ठा होते हैं। हनुमान बेनीवाल के राजनीतिक विरोधी भी उनकी लोकप्रियता के कायल हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल संसद में तो किसान और युवा के मुद्दे पर गरजते ही हैं, लेकिन राजस्थान में भी जहां भी जाते हैं, प्रदेश के हित की बात करते हैं, किसानों के मुद्दे उठाते हैं और युवाओं की नौकरियों और बेरोजगारी बढ़ने की बात करते हुए सरकार को घेरते हैं। हाल ही में सीकर पहुंचे, तो भी वे जबरदस्त गरजे। प्रस्तुत है बेनीवाल की बात, बेनीवाल के ही शब्दों में –

राजस्थान में कांग्रेस-बीजेपी दोनों मिले हुए
राजस्थान की बीजेपी सरकार कांग्रेस से हाथ मिलाकर काम कर रही है। एक सांपनाथ है तो दूसरी नागनाथ। अगर एक बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस को जिताओगे तो कभी भी राजस्थान का भला नहीं होगा। इसलिए हम सबको मिलकर एक नए राजस्थान का निर्माण करना होगा। यह दोनों मिलकर राजस्थान को गलत दिशा की ओर ले जा रही हैं। राजस्थान का नौजवान कांग्रेस-बीजेपी से ऊब चुका है। लोगों ने बीजेपी का शासन भी देख लिया है और पिछली अशोक गहलोत की सरकार को भी देख लिया। दोनों सरकारों में कोई फर्क नहीं है। एक भी नेता जेल नहीं जा रहा है, जबकि जाने चाहिएं। राजस्थान में पेपर लीक जैसी बड़ी घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन कोई नेता जेल नहीं गया। राजस्थान में मिलाजुला खेल चल रहा है। इस मिल-जुले खेल को खत्म करने के लिए आरएलपी संघर्ष कर रही है। बेरोजगारी राजस्थान की सबसे बड़ी समस्या है। सरकार डिग्रियां तो दे रही है, लेकिन बेरोजगारी से तंग आकर युवा आत्महत्या कर रहे हैं। सरकारें बेरोजगारी कम नहीं कर पाई।

राजस्थान में कांग्रेस को कोई फ्यूचर नहीं
कांग्रेस का राजस्थान में भी फ्यूचर नहीं है, क्योंकि सभी स्टेट में कांग्रेस घर बैठ गई। बिहार में कांग्रेस पांचवें नंबर पर तो यूपी में छठे नंबर पर है। राजस्थान में भी कांग्रेस 4 गुटों में बंटी हुई है, जिनमें पायलट, गहलोत, जूली और डोटासरा गुट हैं। कांग्रेस के पास पास एक भी चेहरा नहीं है। ‘विधानसभा में जो अध्यक्ष के रोने वाली घटना हुई है, वह अच्छी नहीं है। विधानसभा में जिस तरह कांग्रेस का आसन के प्रति व्यवहार था, वह ठीक नहीं था। पार्टी के मंझे हुए नेता इस तरह की हरकतें करते हैं तो एक गलत मैसेज जाता है। कांग्रेस ने राजस्थान की जनता के समय और पैसे को बर्बाद किया है। इन्होंने पहले तो हुड़दंग कर दिया और फिर माफी मांगी ली। माफी एक बार नहीं, दो बार मांगी है। या तो करो मत, अगर करो तो फिर पीछे मत हटो। कांग्रेस नेता सिर्फ हो हल्ला करके अपना टाइम पास कर रहे हैं। हुड़दंग तो कोई भी कर सकता है। इसलिए यह हालत राजस्थान राजस्थान के ठीक नहीं हैं। आज जो हालात राजस्थान में बने हैं, उसमें जो सबसे बड़ा भरोसा राजस्थान के लोगों में एक दूसरे की जाति के प्रति था, वह टूट गया। राजस्थान में गुर्जर और मीणा को लड़ाया गया, जाट राजपूत को आपस में लड़ाया। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी लड़ाया और इसके बाद भी नेता यही काम करते रहे।

किसान और युवा के लिए सरकार को झुकाते रहेंगे
बीजेपी कहती है की डबल इंजन की सरकार है, इसलिए सरकार को प्रदेश में महंगाई किस तरह से कम हो इस पर ध्यान देना चाहिए। किसान कर्ज माफी, एमएसपी पर फसल की खरीद, पेपर लीक की घटनाएं लगातार राजस्थान में हो रही हैं। इसके साथ ही राजस्थान में भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है। कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। राजस्थान में गैंगवार की घटनाएं भी बढ़ी हैं। बढ़ते अपराध के कारण आज राजस्थान सुरक्षित नहीं है। लोग कहते हैं राजस्थान अपराध का अड्डा है और अपराधियों की ऐशगाह बन चुका है। आज राजस्थान को अपराधियों की सबसे सुरक्षित स्थान की श्रेणी में माना जाता है। हम चाहते हैं कि एक सुरक्षित राजस्थान का निर्माण हो। आरएलपी राजस्थान के जवान-किसान को साथ लेकर नए राजस्थान के निर्माण का प्रयास करेगी। आरएलपी आगे बढ़ रही है। आरएलपी सरकार को झुकाती रही है और आगे भी सरकार को झुकाकर किसान, नौजवान और गरीब को न्याय दिलाने का काम करती रहेगी।