Bharat Ratna: राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी एवं पंजाब के नेता सुखजिन्दर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhaw
a) देश के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) को ‘भारत रत्न’ (Bharat Ratna) दिए जाने पर अपने बयान को लेकर फंस गए हैं। रंधावा का कहना है कि ‘भारत रत्न’ तो मरे हुए लोगों को दिया जाता है। कांग्रेस (Congress) नेता रंधावा के इस बयान पर राजस्थान का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है।
राजेंद्र राठौड़ ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया रंधावा के बयान को
कांग्रेस नेता रंधावा अब बीजेपी के निशाने पर हैं। बीजेपी नेता उनके बयान को शर्मनाक बता रहे हैं और जुबानी हमले तेज हो गए हैं। राजस्थान बीजेपी के नेता राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि कांग्रेस नेता रंधावा का यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने पूछा है कि – ‘जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए खुद को ही भारत रत्न से सम्मानित करने का जो अनूठा कीर्तिमान रचा था, तब तो वे जीवित ही थे न? या इसमें भी कोई संदेह है?’ बीजेपी नेता पूछ रहे हैं कि कांग्रेस प्रभारी रंधावा का सामान्य ज्ञान भले ही खराब हो, लेकिन कांग्रेस के अपने नेता नेहरू और इंदिरा गांधी पर तो उन्हें जानकारी होनी ही चाहिए।
नेहरू, इंदिरा, सचिन और मंगेशकर को जीते जी ‘भारत रत्न’
कांग्रेस प्रभारी रंधावा ने राजस्थान के डीडवाना में कहा कि नरेंद्र मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दे दिया, जबकि भारत रत्न तो मरे हुए लोगों को दिया जाता है। उनको सम्मान ही देना था तो राममंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में ले जाते। दरअसल, रंधावा अपने इस बयान में बड़ी चूक कर गए। भारत रत्न मृत व्यक्ति को ही नहीं दिया जाता। उनकी अपनी ही पार्टी कांग्रेसी सरकार ने मनमोहन सिंह के शासनकाल में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और स्वर सामग्री लता मंगेशकर को भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया था। तेंदुलकर आज भी जिंदा और स्वस्थ हैं और लता मंगेशकर उस समय जीवित थीं। खास बात यह है कि रंधावा ने उस समय लता मंगेशकर और तेंदुलकर को भारत रत्न दिए जाने के सराहना करते हुए बधाई भी दी थी और भारत का गौरव बताया था लेकिन अब खुद ही भूल गए और कह दिया कि भारत रत्न तो मृत लोगों को दिया जाता है, जबकि कांग्रेस के सबसे बड़े नेता जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी भी जीते जी भारत रत्न से सम्मानित हुए थे। अब रंधावा को अपना यह अपना बयान समेटना भारी पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर लोग कांग्रेस नेता रंधावा के सामान्य ज्ञान पर कई तरह के ऊलजुलूल कमेंट कर रहे हैं और बीजेपी उनके विरोध में उतर आई है। कांग्रेस नेता रंधावा के इस बयान को आडवाणी के देश के प्रति त्याग, समर्पण और सम्मान से जोड़ कर देखा जा रहा है।
कांग्रेस में कोई बचाव नहीं कर रहा रंधावा का
बीजेपी के वरिष्ठ नेता आडवाणी के इस अपमान पर बयानबाजी जारी है, जबकि कांग्रेस चुप है। लग रहा है कि कांग्रेस ने अपने नेता की जुबान फैसलने पर हुई गलती को उन पर ही छोड़ दिया है। रंधावा ने अब तक ना तो यह बयान वापस लिया है और ना ही किसी तरह की माफी मांगी है। लेकिन इस बीच रंधावा का यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। राजस्थान में जगह-जगह कांग्रेस नेता के इस बयान का विरोध हो रहा है और निंदा की जा रही है। रंधावा के सामान्य ज्ञान को लेकर भी सोशल मीडिया पर कई तरह के कमेंट हो रहे हैं और बीजेपी ने इसे शर्मनाक और दुर्भाग्यजनक बताया है। जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें सुखजिंदर सिंह रंधावा कह रहे हैं – ‘इतना ही राम मंदिर का था तो आडवाणी जी को वहां लेकर जाते, जिन्होंने रथ यात्रा की थी, उनको तो कह दिया कि भारत रत्न दे दो, जबकि ‘भारत रत्न’ तो मरे हुए को दिया जाता है।’