IndiGo एयरलाइंस देश की सबसे बड़ी यात्री सेवा विमान परिचालन कंपनी है। मगर, अगले कुछ महीनों में इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo) परेशानी में आने वाली है और उसकी कई उड़ानें निलंबित हो सकती है। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर सहित देश के कई हवाई अड्डों से आवाडजाही करनेवाले यात्रियों के इससे नई परोशानी हो सकती है। अगले कुछ सालों में लगभग 1000 विमानों वाली सबसे बड़ी कंपनी हो जाने के बावजूद इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo) के यात्रियों को अगले साल बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo) के 35 विमानों को आने वाले दिनों में उड़ान भरने से रोका जा सकता है। उसके 40 विमान पहले से ही उड़ान भरने के लिए प्रतिबंधित हैं और उनको ग्राउंड पर खड़ा कर दिया गया है। अब और 35 विमानों को ऑपरेशन से बाहर इसलिए किया जा सकता है, क्योंकि इन विमानों के इंजन की हालत अच्छी नहीं है। जेट एयरवेज के बंद होने के बाद भारत में इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo) ही सबसे ज्यादा उड़ानें भरनेवाली देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है। इंडिगो (IndiGo) को मार्च 2014 में अपने 35 विमानों को खराबी के कारण खड़ा करना पड़ सकता है। अगर, ऐसा होता है तो भारत में बड़े पैमाने पर विमान यात्री संकट में फंस सकते हैं कई रूट पर उड़ानें निरस्त तो होंगी ही, यात्री किरायों में भी बड़ा इजाफा देखने को मिल सकता है।
IndiGo के पास कुल 344 विमान, 1800 उड़ान
इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo) के विमानों के इंजन और स्पेयर पार्ट्स की सप्लाई में दिक्कतों के चलते इंडिगो पहले ही अपने 40 विमानों को ग्राउंडेड कर चुकी है और आने वाले दिनों में ग्राउंडेड विमानों की लिस्ट में 35 विमान और जुड़ जाएंगे। इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo) के पास कुल 334 विमानों का बेड़ा था, और भारत सहित दुनिया के विभिन्न देशों में रोजाना उसकी 1800 से ज्यादा उड़ानें संचालित होती हैं। मगर, अगले साल मार्च में बड़ी संख्या में उड़ान भरने वाले विमानों के इंजन में खराबी की आशंका के कारण इंडिगो (IndiGo) को क्षमता संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। हालांकि, बड़ी परेशानी को देखते हुए इंडिगो (IndiGo) इस हालात से निपटने के लिए जरूरी कदम भी उठाने की कोशिश का दावा करती है, मगर ये कदम क्य़ा होंगे, फिलहाल स्पष्ट नहीं है।
इंजन में खराबी, 40 विमान पहले से ही ठप
सूत्र बताते हैं कि इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo) के 40 विमानों के इंजन में खराबी की आशंका के बाद प्रारंभिक आकलन और इंजन पाउडर मेटल के मुद्दे पर प्रैट एंड व्हिटनी (Pratt & Whitney) से मिली जानकारी के आधार पर आशंका है कि आने वाले दिनों में 35 और विमानों को परिचालन से बाहर करना ही होगा। इंडिगो (IndiGo) ने एक बयान में कहा कि हमें हाल ही में प्रैट एंड व्हिटनी से पाउडर मेटल के मुद्दे पर अतिरिक्त जानकारी मिली है और इसके प्रारंभिक आकलन के आधार पर चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2024) में 35 विमानों को खड़ा किया जाएगा. प्रैट एंड व्हिटनी इंजन के साथ इंडिगो के लगभग 40 विमान पहले से ही उड़ान नहीं भर पा रहे हैं।
दुनिया भर में 600 से 700 विमानों पर खतरा
इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo) हालांकि काफी सावधानी से मामले का हल निकालने जा रही है, लेकिन फिर भी मार्च तिमाही में बड़ी संख्या में उड़ान भरने वाले विमानों के कारण क्षमता संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि वैश्विक स्तर पर कई एयरलाइंस (IndiGo) के विमान ग्राउंडेड होंगे। इंडिगो ने कहा कि वैश्विक स्तर पर हम समझते हैं कि 2023 और 2026 के बीच 600 से 700 विमानों को हटा दिया जाएगा। इनमें से दो-तिहाई विमानों को हटाने की योजना 2023 के आखिरी महीनों और 2024 के शुरुआती महीनों के लिए बनाई गई है। इंडिगो के पास सितंबर 2023 के अंत तक कुल 334 विमानों थे, जिनमें से 35 विमानों के इंजन का खतरा मंडरा रहा है, और पहले से ही 40 विमान ग्राउंडेड खड़े हैं।
IndiGo ने दिया 500 नए एयरक्राफ्ट बनाने का ऑर्डर
हालांकि, इंडिगो (IndiGo) ने जून 2023 में यूरोप की सबसे बड़ी एयरक्राफ्ट मेकर कंपनी, एयरबस (Airbus) को 500 नए एयरक्राफ्ट बनाने का ऑर्डर दिया, जो कि भारतीय इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट डिमांड ऑर्डर है। कंपनी 480 एयरक्राफ्ट का ऑर्डर पहले ही दे चुकी है, जो इस दशक के अंत तक डिलीवर होने की उम्मीद है। नए ऑर्डर के तहत इंडिगो (IndiGo) एयरबस A320 फैमिली के 500 एयरक्राफ्ट खरीदेगी। इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo) को उम्मीद है कि ऑर्डर में शामिल 500 नए एयरक्राफ्ट 2030 से 2035 के बीच डिलीवर हो जाएंगे। कंपनी के पास फिलहाल करीब 300 एयरक्राफ्ट हैं। उड़ान सेवाओं से कई विमानों के हटने के बाद भी इन 500 नए एयरक्राफ्ट के ऑर्डर के साथ इंडिगो के कुल विमान ऑर्डर की संख्या अब लगभग 1000 हो गई है।
-राकेश दुबे