Bageshwar Dham: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती और बाबा बागेश्वर धाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सहित हिंदू धर्म समर्थक अब आमने सामने हैं। कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी इल्तिजा पर निशाना साधा है। इल्तिजा ने हिंदुत्व को एक बीमारी बताया तो धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि ये वो लोग हैं जिनको अपने चाचा और अब्बू से भी शादी करने में शर्म नहीं आती। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम पीठ के पीठाधीश्वर हैं, कथावाचक हैं और देश में उनकी बड़ी लोकप्रियता है। इल्तिजा जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और कभी बीडेपी की सहयोगी रही महबूबा मुफ्ती की बेटी हैं, जिन्होंने हाल ही में हिंदुत्व को एक बीमारी बताते हुए इस बीमारी का इलाज करने की जरूरत बताई थी। बीजेपी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी कहा है कि इल्तिजा मुफ़्ती को यह समझना चाहिए कि उनके पूर्वज भी हिंदू थे। और सनातन धर्म को गाली देना हिंदुओं को गाली देना है, और यह उनके अपने पूर्वजों का अपमान करना है। इससे पहले भी बागेश्वर धाम ने साईं बाबा को भगवान मानने पर भी
बागेश्वर बोले – विश्व में शांति के लिए जरूरी है हिंदुत्व
बागेश्वर धाम पीठ के पीठाधीश्वर कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इल्तिजा को मूर्ख बताया है। उन्होंने इल्तिजा को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा है कि ये वो लोग हैं जो अपने चाचा और अब्बू से भी शादी कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि इल्तिजा को समझना चाहिए कि हिंदुत्व एक बीमारी नहीं बल्कि एक दवा है, जो पूरे विश्व में शांति के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसे बीमारी बताने वालों को अपने दिमाग का इलाज करवाना चाहिए। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने साथ ही कहा कि एक तरफ हिंदुत्व बेटी में गौरी (देवी मां) को देखता है, जबकि ये वो लोग हैं जो अपने चाचा और अब्बू से भी शादी रचा लेते हैं। बागेश्वर बाबा ने कहा, ‘ये मूर्ख हैं, जबकि हिंदुत्व तो एक जीवनशैली है, हिंदुत्व एक जीवन जीने की विचारधारा है, हिंदुत्व इस संसार में एकता के लिए अति आवश्यक तत्व है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व को बीमारी बताने वाली इल्तिजा का इलाज करना पड़ेगा, उन्होंने यह बहुत ही वाहियात बात कही है। वे अपनी मानसिकता ठीक करें, और सुधार न हो, तो मेंटल हॉस्पिटल में जा कर अपने दिमाग का इलाज करवाएं। ये इल्तिजा जो भी हों इन्हें शर्म आनी चाहिए। ये बिल्कुल वाहियात हैं, इनको अपनी मानसिक स्थिति के चेकअप के लिए डॉक्टर के पास जाने पर ही समझ में आएगा।

इल्तिजा मुफ्ती ने बताया था हिंदुत्व को बीमारी
दरअसल, इल्तिजा ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक मुस्लिम बच्चे की कथित तौर पर पिटाई करने का वीडियो पास्ट करते हुए लिखा था – ‘यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि नाबालिग मुस्लिम लड़कों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से पीटा जा रहा है क्योंकि उन्होंने ‘राम’ का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है। उन्होंने कहा था कि मैने हिंदुत्व को क्रिटिसाइज किया और मैं यह बात डंके की चोट पर कहती हूं कि हिंदुत्व एक बीमारी है, और इस बीमारी का इलाज हमें करना होगा। लाखों भारतीय हिंदुत्व की बीमारी से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि ‘जय श्री राम’ का नारा अब ‘रामराज्य’ के बारे में नहीं रह गया है और इसका इस्तेमाल ‘मॉब लिंचिंग’ के दौरान किया जाता है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम बोले – इल्तिजा के पूर्वज हिंदू थे
बीजेपी नेता एवं कल्कि पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी कहा है कि इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदू धर्म का अपमान किया है और अपील की कि वह 200 साल पुराना अपने वंश का इतिहास पढ़ें और समझें कि उनके पूर्वज हिंदू ही थे। आचार्य प्रमोद ने इल्तिजा सनातन धर्म को अपमानित करने की बजाय एक अच्छी नेता बनने का प्रयास करें। अब इस मामले में इल्तिजा के बारे में देश में कई तरह की चर्चा की जा रही है। उनमें से एक बात यह भी सामने आई है कि इल्तिजा को खबरों में आना था, उसी वजह से उन्होंने यह विवादित बात कही है। इल्तिजा मुफ्ती को हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, जबकि उनको जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी और उनसे भी पहले मुख्यमंत्री रहे मुफ्ती मौहम्मद सईद की नाती होने का बड़ा गर्व है। उनको लगा था कि वे परिवार का प्रबाव के कारण चुनाव जीत जाएगी, लेकिन … से हार गई।