Gift City: गुजरात में इंटरनेशनल लेवल पर विकसित हो रहे गिफ्ट सिटी (Gift City) में अब लोग शराब पी सकेंगे। इस फैसले के अनुसार गिफ्ट सिटी में काम करने वाले अधिकृत कर्मचारियों व आगंतुकों को शराब पीने की अनुमति होगी। वैसे तो पूरे गुजरात (Gujarat) राज्य में शराबबंदी है लेकिन केवल गिफ्ट सिटी को शराबबंदी से मुक्त रखने का फैसला किया गया है। लेकिन राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस फैसले का विरोध किया है। दोनों दलों के नेताओं के कहने का सार यही है कि गांधी के गुजरात में यह फैसला मंजूर नहीं किया जाना चाहिए। गुजरात सरकार के नारकोटिक्स और उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा एक शराब परमिट के संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।
Gift City कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां
गुजरात (Gujarat) में इंटरनेशनल लेवल पर विकसित हो रही गिफ्ट सिटी यानी गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंशियल टेक सिटी (गिफ्ट सिटी) में दुनिया भर की कंपनिया आ रही हैं और वहां पर कई देशों से आनेवाले लोगों के लिए यह फैसला लिया गया है। गुजरात की राजधानी गांधीनगर के पास गिफ्ट सिटी (Gift City) भारत का पहला विकसित स्मार्ट सिटी (Smart City) है। गुजरात की राजधानी जो लगभग 900 एकड़ में फैला हुआ है। गिफ्ट सिटी एक वैश्विक वित्तीय और प्रौद्योगिकी केंद्र है, जहां का गिफ्ट सिटी का बुनियादी ढांचा अद्वितीय है। यहां पर आर्थिक गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं और कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियों के कार्यालय हैं, जहां हर रोज हजारों लोग विदेश से भी आते हैं, ऐसे में राज्य सरकार के लिए शराब पर फैसला लेने का दबाव माना जा रहा था।
तेजी से बढ़ रहा है गिफ्ट सिटी
गांधी नगर के पास अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस गिफ्ट सिटी (Gift City) अपने आप में बेहद उच्च स्तरीय शहर तथा वास्तव में स्मार्ट सिटी (Smart City) है। गिफ्ट सिटी (Gift City) में दो साल पहले तक 225 कंपनियां काम कर रही थीं, तो अब बढ़कर लगभग 300 के आसपास पहुंच गई हैं और कुल 17,000 लोगों को रोजगार मिला है, जो लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बैंक, आईटी कंपनियां, बीमा कंपनियां, अंतर्राष्ट्रीय शेयर बाजार और भारत का पहला अंतर्राष्ट्रीय वित्त सेवा केंद्र (आईएफएससी) हैं। यहां होटल, क्लब हाउस, किफायती घर और आवासीय इकाइयां शामिल हैं। गिफ्ट सिटी (Gift City) में जल उपचार संयंत्र भी अनोखा है। आप गिफ्ट सिटी के किसी भी परिसर में नल से पीने का पानी प्राप्त कर सकते हैं। कोई भी टावर परिसर दीवारों में कैद नहीं है। भूमि के बेहतर उपयोग के लिए यह प्रणाली अपनाई गई है।
इंटरनेशनल अवधारणा पर विकासित शहर
गुजरात के इस अत्याधुनिक शहर गिफ्ट सिटी (Gift City) के हर कॉम्प्लेक्स में डिस्ट्रिक्ट कूलिंग सिस्टम, यूटिलिटी टनल, कचरा संग्रहण के लिए स्वचालित प्रणाली जैसी सुविधाएं भी हैं। आमतौर पर, ऊंची इमारतों में पानी, जल निकासी और वायरिंग लाइनों को ले जाने के लिए खाइयों को खोदने की आवश्यकता होती है, लेकिन गिफ्ट सिटी (Gift City) में एक सुरंग से सभी प्रकार की लाइनें गुजरती हैं। हर इमारत की हर मंजिल पर एक खिड़की एक सुरंग से जुड़ी हुई है जिसमें सारा कचरा कचरा प्रबंधन संयंत्र में चला जाता है और जैविक कचरे से खाद बनाई जाती है। गिफ्ट सिटी (Gift City) में फिलहाल जो टॉवर्स हैं, उनमें से किसी भी टॉवर में अलग से एयर कंडीशंड इक्विपमेंट नहीं है। सेंट्रल कूलिंग प्लांट ही हर जगह एसी मुहैया कराता है और बिजली बिल में 30 प्रतिशत की बचत करता है। देश का इस तरह का पहला शहर गुजरात (Gujarat) में है, जिसे इंटरनेशनल अवधारणा के तहत स्मार्ट सिटी (Smart City) के तौैर पर विकसित किया जा रहा है।
शराबबंदी के बावजूद शराब की बिक्री
हालांकि गुजरात (Gujarat) में शराब बंदी है, लेकिन सबसे बड़ा कारोबार ही अवैध शराब का है। वैसे, शराबबंदी होने के बावजूद स्वास्थ्य कारणों व अन्य खास नियमों के तहत सरकार से परमीट लेकर शराब खरीदी और पी जा सकती है। गुजरात में इन परमिट धारकों में से केवल 52,000 परमिट धारक गुजराती हैं, जबकि 3.13 लाख परमिट गुजरात के बाहर के पर्यटकों और व्यापार प्रतिनिधियों को जारी किए गए थे। लाइसेंस प्राप्त दुकानों से शराब की बिक्री में सूरत सबसे आगे है, उसके बाद अहमदाबाद, वडोदरा और कच्छ हैं। यह सब राज्य सरकार के विशेष नियमों के तहत हो रहा है। इसके बावजूद गुजरात (Gujarat) में अवैध शराब का कारोबार बहुत बड़ा है। हर साल सैकड़ों करोड़ की अवैध शराब पकड़ी जाती है।
कांग्रेस व आम आदमी पार्टी का विरोध
गुजरात में शराबबंदी है, इसीलिएगिफ्ट सिटी में शराब पीने की इजाजत देने के सरकार के फैसले की निंदा करते हुए गुजरात (Gujarat) कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा है कि सरकार जानती है कि शराब के कारण गुजरात में हजारों परिवार बर्बाद हो गए हैं। फिर भी सरकार विकास के नाम पर लाखों परिवारों को नशे की आग में झोंकना चाहती है। आम आदमी पार्टी के गुजरात (Gujarat) के अध्यक्ष ईसुदान गढ़वी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है इस फैसले से गांधी के गुजरात में बीजेपी सरकार ने न केवल गांधीजी बल्कि सभी गुजराती लोगों का अपमान किया है। महात्मा गांधी ने गुजरात में शराबबंदी की सिफारिश की थी और तब से गुजरात में शराबबंदी है, लेकिन बीजेपी ने शराबबंदी में धीरे-धीरे ढील देने की योजना बनाई है। उनका कहना है कि समार्ट सिटी (Smart City) के बहाने गुजरात में शराब की छूट देना नैतिक अपराध भी है।