J&K जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान (Pakistan) की तरफ से आए आतंकियों ने अखनूर सेक्टर में 23 दिसंबर की रात एक बार फिर घुसने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को मार गिराया, तो बाकी बचे तीन भाग निकले। बुधवार को राजौरी और पुंछ जिलों में आतंकी हमलों के बाद यह दूसरी घुसपैठ है। जम्मू व कश्मीर (Jammu & Kashmir) के राजौरी और पुंछ जिलों में वहां इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है और आतंकियों की तलाश के लिए ऑपरेशन भी जारी है। इस बीच पाकिस्तानी आतंकियों ने शनिवार को एक बार फिर घुसपैठ करने की कोशिश की, जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया।
J&K में रात के अंधेरे में चार सीमा में घुसे, एक को उडाया
जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के अखनूर सेक्टर में 22 दिसंबर की रात हुई पाकिस्तान (Pakistan) की तरफ से आए चार आतंकवादियों ने भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश की। भारत की सीमा में प्रवेश करते देख हमले की आशंका से सुरक्षाबलों ने उन पर जवाबी कार्रवाई की जिसमें एक आतंकवादी मौके पर ही मारा गया, तो डर के मारे बचे हुए तीन आतंकी अपने मरे हुए साथी का शव घसीटते हुए लेकर पाकिस्तान की सीमा की तरफ भाग गए। अखनूर के आईबी सेक्टर में इस घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करने से पहले सेना के जवानों ने अपने नाइट विजन निगरानी उपकरणों के माध्यम से चार आतंकवादियों की संदिग्ध गतिविधि देखी, जिसके बाद तगड़ी रणनीति के तहत प्रभावी ढंग से गोलीबारी की गई तो उनमें से एक आतंकी मारा गया, फिर मौत के डर से भाग रहे बाकी तीनों आतंकी चौथे आतंकवादी के शव को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार घसीट कर ले जाते हुए देखे गये।
राजौरी सेक्टर में तलाशी अभियान तेज, इंटरनेट बंद
जम्मू-कश्मीर (J&K) के राजौरी में हुए बुधवार को पाकिस्तान (Pakistan) की तरफ से आए आतंकियों के हमले में पांच भारतीय जवान शहीद हो गए थे और दो जवान घायल हो गए थे जिसकी पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने जिम्मेदारी ली है। सेना ने क्षेत्र की हवाई निगरानी के बीच, विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के पुंछ जिले के राजौरी सेक्टर में डेरा की गली के वन क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। इसी वजह से 23 दिसंबर की रात एक बार फिर घुसने की कोशिश की तो वहां तैनात सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को मार गिराया। जम्मू-कश्मीर (J&K) में पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट (PAFF) निर्दोष नागरिकों की हत्या करने, कुछ सरकारी अधिकारियों, भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला करने, आतंकवादियों की भर्ती के लिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और बंदूकें, गोला-बारूद और विस्फोटकों को संभालने के प्रशिक्षण के लिए जिम्मेदार है।
पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट आतंकवादी संगठन घोषित
पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट (PAFF) एक आतंकवादी संगठन है जो पाकिस्तान (Pakistan) की तरफ से पोषित जम्मू-कश्मीर (J&K) में उग्रवाद में सक्रिय रूप से शामिल है। जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद ऐसा पहली बार देखने को मिला। 7 जनवरी 2023 को, पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट (PAFF) को भारत के गृह मंत्रालय द्वारा एक आतंकवादी समूह घोषित किया गया था। लश्कर-ए-तैयबा के साथ, पीएएफएफ (PAFF) को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA), 1967 की धारा 35 के तहत आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल किया गया है। पीएएफएफ अपने हमलों को फिल्माने के लिए बॉडी कैमरों का उपयोग करता है। फिर आतंकवादी समूह इन वीडियो के जरिए अपने आतंक का प्रचार करता है।
खतरनाक अत्याधुनिक हथियारों से लैस आतंकी
जम्मू-कश्मीर (J&K) में हमले के बाद पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट (PAFF) आतंकियों ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी कीं, जिसमें वे अमेरिकी निर्मित एम4 कार्बाइन राइफल का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं. M4 कार्बाइन राइफल 1980 के दशक के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका में निर्मित एक हल्की और गैस से चलने वाली बन्दूक है। यह अमेरिकी सशस्त्र बलों का मुख्य हथियार है और 80 से अधिक देशों द्वारा इसका उपयोग किया जाता है। एम4 को नज़दीकी लड़ाई के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह बहुत घातक है। यह सटीक, विश्वसनीय और विभिन्न युद्ध स्थितियों के लिए उपयुक्त भी है। इसीलिए इसका प्रयोग सैन्यकर्मियों द्वारा किया जाता है। यह पहली बार नहीं है कि जम्मू-कश्मीर (J&K) में आतंकियों द्वारा एम4 कार्बाइन राइफल का इस्तेमाल किया गया है। जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) में सन 2016 के बाद से, सुरक्षा बलों ने इलाके में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकवादियों से स्टील की गोलियों के साथ चार M4 राइफलें बरामद की हैं।