LokSabha Election 2024: सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी करके लोकसभा (Lok Sabha) चुनाव में बढ़त बनाने की कोशिश की है। बीजेपी (BJP) ने इस सूची में राजस्थान (Rajasthan) के 15 संसदीय उम्मीदवार भी घोषित कर दिए हैं। राजस्थान के चुनाव के लोकसभा उम्मीदवारों में बीजेपी ने कुछ सीटों पर जातिगत समीकरण साधने के लिहाज से भी उम्मीदवारों का चयन किया है, जिनमें बीजेपी अपनी निश्चित जीत तलाश रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) लगातार तीसरी बार बनारस से ही चुनाव लड़ेंगे और अमित शाह (Amit Shah) भी फिर गांधी नगर सीट से उम्मीदवार होंगे। राजस्थान के 25 में से घोषित 15 उम्मीदवारों में चार नए उम्मीदवार हैं, जिनमें चार केंद्रीय मंत्रियों, भूपेंद्र यादव, गजेंद्रसिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, कैलाश चौधरी के नाम शामिल हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े (Vinod Tawde) ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पर 2 मार्च को आयोजित एक प्रेस कॉफ्रेंस में उम्मीदवारों की घोषणा की।
राजस्थान के 15 उम्मीदवारों में चार बदले, 11 वही
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला कोटा से, चित्तौड़गढ़ से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, जोधपुर से गजेंद्रसिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल बीकानेर से, पाली से पीपी चौधरी, सीकर से स्वामी सुमेधानंद और और दुष्यंतसिंह झालावाड़ से उम्मीदवार होंगे। भरतपुर से रामस्वरूप कोली और बाड़मेर से कैलाश चौधरी बीजेपी के उम्मीदवार होंगे। लोकसभा चुनाव में जो पहली बार उम्मीदवार बन रहे हैं, उनमें केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव अलवर से चुनाव लड़ेंगे। जालोर – सिरोही में लुंबाराम चौधरी और चुरू में राहुल कस्वाँ का टिकट काटकर खिलाड़ी देवेंद्र झाझड़िया को उम्मीदवार बनाया गया है। उदयपुर से भी बीजेपी ने नए उम्मीदवार के रूप में मन्नालाल रावत को टिकट दिया है कांग्रेस से बीजेपी मे आए दो नेताओं, महेंद्रजीत मालविया और ज्योति मिर्धा को क्रमशः बांसवाड़ा-डूंगरपुर से नागौर से टिकट दिया गया है। वैसे, राजनीति में कब क्या हो, कोई नहीं जानता। खासकर तब, जब पार्टी बीजेपी हो, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णयों को कार्यान्वित करनेवाले अमित शाह जैसे ‘चाणक्य’। हर संभव को असंभव बनाने वाले इन दोनों नेताओं ने, जातियों के जनमानस को जानकर ज्यादातर जीत आसान की है।
विनोद तावड़े बोले – गहन मंथन से उम्मीदवारों का चयन
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने बताया कि 29 फरवरी को हुई सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक में सभी राज्यों से आए नेताओं के साथ गहन मंथन के बाद इन उम्मीदवारों का चयन किया गया है। बीजेपी ने जौनपुर से कृपाशंकर सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जो कांग्रेस की सरकार में महाराष्ट्र में गृह राज्य मंत्री थे। इस सूची में 28 महिलाओं को टिकट उम्मीदवार बनाया है, जिनमें नई दिल्ली सीट पर केंद्रीय मंत्री मिनाक्षी लेखी के बजाय इस बार बीजेपी की दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को उम्मीदवार होंगी और स्मृति ईरानी फिर अमेठी से चुनाव लड़ेंगी। बीजेपी की पहली पहली सूची में केंद्रीय मंत्रिमंडल के 34 सदस्य शामिल हैं। इस सूची में 47 नए चेहरे हैं, 28 महिलाएं हैं, 50 से कम उम्र वाले 47 उम्मीदवार हैं। एससी के 27, एसटी के 18 और ओबीसी के 57 उम्मीदवार हैं।
जमानत जब्त सांसद देवजी पटेल नहीं बन सके उम्मीदवार
गुजरात से लगते हुए लोकसभा क्षेत्र जालोर – सिरोही में लुंबाराम चौधरी लड़ेंगे, जिनको वर्तमान सांसद देवजी पटेल की जगह उम्मीदवार बनाया गया है। हाल ही के विधानसभा चुनाव में, लगातार तीसरी बार सांसद रहते हुई भी देवजी पटेल की जमानत जब्त हो गई थी। देवजी पटेल सांचोर से विधायक का टचुनाव लड़वाया गया था, जहां देवजी को शर्मनाक हार का मुंह देखना पड़ा था। उसी के बाद माना जा रहा था कि देवजी उम्मीदवार नहीं होंगे। हालांकि जातिगत ताकत दिखाते हुए यह माहौल बनाने की कोशिश की गई कि भले ही विधायक के चुनाव में सांसद देवजी पटेल की जमानत जब्त हो गई हो, लेकिन सांचोर की हार सामाजिक समीकरण की हार थी, रणनीतिक नहीं। फिर पीएम मोदी से देवजी के रिश्ते भी अच्छे बताए गए और जीत की गणित का जातिगत जनाधार भी मजबूत दर्शाया गया। इसी को मद्देनजर रखते हुए बीजेपी ने इस इलाके में चौधरी, पटेल व कळबी समाज के सबसे बड़े वोट बैंक को साथ भी रखने के नजरिये से लुंबाराम चौधरी को उम्मीदवार बनाकर देवजी पटेल का मुंह बंद कर दिया है।