Rajasthan Elections:राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) के नतीजे आ गए हैं और बीजेपी 115 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सरकार बनाने जा रही है। लेकिन जीतकर फिर से सत्ता में आने का दावा करनेवाली कांग्रेस (Congress) को केवल 69 सीटें मिली हैं और 15 सीटों पर निर्दलीय व अन्य जीते हैं। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी (BJP) के लिए राजस्थान में यह अच्छी खबर है। राजस्थान, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में बीजेपी की जीत के साथ ही देश का सियासी नक्शा बदल गया है। 3 दिसंबर की सुबह तक देश के 15 राज्यों में बीजेपी या उसके सहयोगियों की सरकारें थी. लेकिन अब 17 राज्यों की सत्ता में बीजेपी की सरकार हो गई है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव परिणाम से पहले बीजेपी लगातार कहती रही थी कि वह भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है जो कि वास्तव में सही साबित हुआ है, मगर कांग्रेस (Congress) के दावे खोखले साबित हो गए। मतगणना पूरी हो गई है और राजस्थान में बीजेपी (BJP) राज्यव्यापी बहुमत हासिल कर चुकी है और उसके नेता इस जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आबार व्यक्त कर रहे हैं।
देश के सबसे बड़े राज्य राजस्थान में लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले बीजेपी की यह जीत अगले साल 2024 में होने वाले आम चुनाव में हिंदी पट्टी के लोगों का बीजेपी (BJP) नेतृत्व पर भरोसा जताने का संकेत दे रही। राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) में जीत के साथ ही ब्रांड मोदी और मजबूत हुआ है। इस बार बीजेपी (BJP) ने चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई और उन्हीं के चेहरे पर ही लड़ा था। राजस्थान में अब चुनावी तस्वीर साफ है, और प्रदेश में बीजेपी की नई सरकार के मुख्यमंत्री का इंतजार है।हालांकि बीजेपी के तीन बड़े नेता राजेंद्र राठोड और सतीश पूनिया चुनाव हार गए हैं, मगर प्रदेश में कांग्रेस (Congress) के 17 मंत्री व कई बड़े नेताओं की बुरी तरह से हुई हार से बीजेपी के हौसले बुलंद हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब राजस्थान में तेजी से विकास होगा। प्रदेश बीजेपी के प्रभारी सिंह ने इस जीत के लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त किया।
विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) में कांग्रेस की इस बुरी हार का कारण बताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम अपनी योजनाओं व अच्छे कार्यों को जनता तक नहीं पहुंचा पाए। मगर, राजस्थान में बीजेपी (BJP) के मिले इस भारी बहुमत पर राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार कहते हैं कि इस चुनाव में बीजेपी (BJP) को जो बहुमत मिला है, वह सीधे सीधे कांग्रेस (Congress) के विधायकों व मंत्रियों के भारी भ्रष्टाचार के विरोध में लोगों के गुस्से का परिणाम है। वरिष्ठ पत्रकार अरविंद चोटिया ने कहा कि राजस्थान ने अपनी परंपरा को निभाते हुए सरकार बदल दी है। चोटियाी ने सत्ताधीशों पर तंज कसते हुए कहा कि यह प्रदेश किसी का भी अहंकार नहीं झेलता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस (Congress) ने बेरहमी से टिकट काट दिए होते तो आज कांग्रेस की यह हालत नहीं होती।
कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी को बहुमत के आंकड़े 100 से 15 सीटें ज्यादा मिलने पर राजस्थान बीजेपी (BJP) के अध्यक्ष सीपी जोशी ने जनता का ईभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि इस जीत का सारा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है, तथा अब प्रदेश के प्रगति के पथ पर अग्रसर होने के अवसर बढ़ेंगे। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा इन नतीजों के ट्रेंड पर कहा है कि जादूगर का जादू ख़तम हो गया है और बीजेपी (BJP) राजस्थान में भारी बहुमत से जीती है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राजस्थान में राजनीतिक के जादूगर के नाम से भी जाना जाता है। विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) में बीजेपी की जीत के रुझान सामने आते ही जयपुर में बीजेपी (BJP) के प्रदेश मुख्यालय पर राजस्थान महिला मोर्चा की अध्यक्ष रक्षा भंडारी के नेतृत्व में सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं ने में बीजेपी की जीत का जश्न मनाना शुरू कि्या, जो लगातार चलता रहा।
विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) में राजनीतिक दलों के बीच मुकाबले को समर्थन और विरोध की रूपरेखा में कांग्रेस (Congress) के पिछड़ते देख मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस्तीफा देने की बात कही तथा यह भी कहा कि राजस्थान की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि यह सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है। विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) की यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे। गहलोत ने नई सरकार को शुभकामनाएं देते हुए बीजेपी (BJP) को सलाह दी है कि हम काम करने के बावजूद कामयाब नहीं हुए इसका मतलब ये नहीं कि वो सरकार में आने के बाद काम ही ना करें। उन्होंने अपनी लोकप्रिय योजनाओं पुरानी पेंशन, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा सहित तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जो विकास की रफ्तार इन पांच सालों में राजस्थान को हमने दी है, बीजेपी (BJP) इसे आगे बढ़ाएं। गहलोत ने सभी कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने इस चुनाव में पूरी मेहनत की एवं कांग्रेस पर विश्वास करने वाले सभी मतदाताओं का भी उन्होंने आभार व्यक्त किया।
राजस्थान में बीजेपी को मिले स्पष्ट बहुमत पर राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार कहते हैं कि इस चुनाव में मतदाता बीजेपी के साथ खड़ा हो गया और कांग्रेस को आम जनमत की नाराजगी झेलनी पड़ी है। परिहार कहते हैं कि कांग्रेस (Congress) के विधायकों व मंत्रियों का हर स्तर पर भारी भ्रष्टाचार उसे ले डूबा है। विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) के परिणामों से जुड़े राजनीतिक घटनाक्रमों ने राजस्थान की राजनीतिक स्थिति में परिवर्तन लाया और राज्य की जनता ने नए नेतृत्व के साथ एक नये युग की शुरुआत की। राजस्थान में बीजेपी को मिल रहे जबरदस्त समर्थन पर बीजेपी (BJP) के महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रक्षा भंडारी ने कहा कि हमारे सब कार्यकर्ताओं ने मेहनत की है और हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में जीतते हुए प्रदेश में सरकार बनाने जा रहे हैं।
चुनाव परिणाम देखें तो राजस्थान सहित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी में भी बीजेपी सरकार बनाने जा रही है। परिहार कहते हैं कि इन तीनों ही राज्यों में बीजेपी (BJP) के इस शानदार प्रदर्शन से एक बार फिर ‘ब्रांड मोदी’ चमका है। क्योंकि इस बार बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही चुनाव हुआ और बीजेपी तीनों प्रदेशों में जीत रही है। परिहार कहते हैं कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, तीनों ही राज्यों में बीजेपी ने चुनाव के लिए टिकटें तो कई महीने पहले ही बांट दी थी, लेकिन खुद को आगे रखते हुए मुख्यमंत्री का चेहरा किसी भी राज्य में घोषित नहीं किया था। जबकि, 2018 के चुनाव में बीजेपी ने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान में वसुंधरा राजे और छत्तीसगढ़ में रमणसिंह को आगे करके चुनाव लड़ा था, और तीनों प्रदेशों में बीजेपी (BJP) को हार का सामना करना पड़ा था। इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान में 15 रैलियां और जयपुर और बीकानेर में बड़े रोड करके खुद को मजबूत किया और 2024 के आम चुनाव में जीत की नींव रखी। परिहार कहते हैं कि राजस्थान सहित तीनों प्रदेशों के विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) परिणाम बताते हैं कि ‘ब्रांड मोदी’ फिर चमका है, और लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी (BJP) के लिए यह अच्छी खबर है, क्योंकि आने वाले चार महीनों बाद लोकसभा के चुनाव होने हैं, जिसमें मोदी को फिर से नई ताकत जुटानी है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) में कांग्रेस (Congress) को बुरी हार का सामना करना पड़ा है। उसके 17 मंत्रियों सहित मुख्यमंत्री के 5 सलाहकार एवं 10 बड़े नेता चुनाव हार गए हैं। कांग्रेस ने अपने इस चुनाव के प्रचार अभियान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में अपनी कई जानलाभकारी योजनाएं बताईं। उन सभी योजनाओं का केंद्रीय विषय राज्य की जनता के बीच अपनी पहुंच को मजबूत बनाने का था, जिसमें कांग्रेस सफल भी रही, मगर वह समर्थन वोट में बदलने में नाकाम रही। राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार की राय में कांग्रेस (Congress) सरकार ने मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में समृद्धि और विकास को भले ही बढ़ावा दिया, मगर एक तो उसके पास कार्यकर्ताओं की कमी रही एवं दूसरी व सबसे अहम बात यह रही कि उसके स्थानीय नेताओं व मंत्रियों सहित उसके विधायकों का स्थानीय स्तर पर किया गया भारी भ्रष्टाचार कांग्रेस की हार का सबसे बड़ा कारण रहा है। चुनाव विश्लेषक विश्लेषक अभिमन्यु भारती का कहना है कि तीन प्रदेशों के विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) में बीजेपी (BJP) की इस जीत को आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी को राजस्थान, एमपी व छत्तीसगढ़ में संभावित समर्थन के संकेत के नजरिये से भी देखा जाना चाहिए। भारती कहते हैं कि इस चुनाव में मोदी के प्रति लोगों में भरोसा झलका है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election)की सभी 199 विधानसभा सीटों के लिए परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, बीजेपी (BJP) बम बम है व कांग्रेस (Congress) खेमे में निराशा का माहौल है। बीजेपी कुल 199 सीटों का एक बड़ा हिस्सा 115 पर जीती है और राजस्थान में कांग्रेस अपनी पिछली 99 सीटों को भी सहेज नहीं पाई व 30 सीचें कम जीती है। कांग्रेस (Congress) का आंकडा 69 पर आकर थम गया है। विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) के इस परिणाम के बाद, बीजेपी (BJP) के पास सरकार बनाने लायक बहुमत साफ तौर पर मिल रहा है और अब सवाल यह है कि बीजेपी में मुख्यमंत्री कौन बनेगा?
-राकेश दुबे