Sofia Qureshi: मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह ने भारतीय सेना की जांबाज अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया। इंदौर के महू में एक कार्यक्रम के दौरान शाह ने कहा, “जिन्होंने हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े, हमने उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई।” यह बयान कर्नल सोफिया कुरैशी से जोड़ा गया, जिन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की ब्रीफिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस बयान ने न केवल सोफिया की गरिमा को ठेस पहुंचाई, बल्कि भारतीय सेना और देश की एकता पर भी सवाल उठाए। दरअसल, यह नारी सम्मान का भी मामला है।
माफी मांगी, ठहाके लगाते हुए
कर्नल सोफिया कुरैशी, मध्य प्रदेश के नौगांव की रहने वाली, भारतीय सेना की सिग्नल कोर में अधिकारी हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए उन्होंने पाकिस्तान के झूठे नैरेटिव को ध्वस्त कर देश का मान बढ़ाया। उनकी बहादुरी और देशभक्ति को पूरे देश ने सलाम किया। ऐसे में, एक जिम्मेदार मंत्री द्वारा उनकी पहचान को धार्मिक और सांप्रदायिक रंग देना निंदनीय है। शाह का बयान न केवल महिला सशक्तिकरण के खिलाफ है, बल्कि यह सेना के सम्मान और सामाजिक सद्भाव को भी चोट पहुंचाता है। विवाद बढ़ने पर विजय शाह ने माफी मांगी। उन्होंने कहा, “मेरा परिवार सैन्य पृष्ठभूमि से है। अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची, तो मैं दस बार माफी मांगता हूं। कर्नल सोफिया मेरी बहन जैसी हैं।” हालांकि, उनकी माफी में ईमानदारी की कमी साफ दिखी। मीडिया में माफी मांगने के बाद ठहाके लगाने और बयान को “जोश में हुई गलती” बताने से यह स्पष्ट है कि वह अपने शब्दों पर पछतावा कम, डैमेज कंट्रोल ज्यादा कर रहे थे।

बीजेपी मौन, तो कांग्रेस हमलावर
सबसे चिंताजनक बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। शाह को भोपाल में पार्टी कार्यालय बुलाकर पार्टी ने मुलाकात की और स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन न तो उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया गया, न ही कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सोफिया के परिवार से मुलाकात कर उन्हें “देश की बेटी” बताया, जो डैमेज कंट्रोल की कोशिश थी। लेकिन पार्टी की यह चुप्पी और निष्क्रियता सवाल उठाती है कि क्या वह शाह के बयान को मौन समर्थन दे रही है विपक्ष, खासकर कांग्रेस, ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शाह को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, इसे “महिला विरोधी मानसिकता” का प्रतीक बताया। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर शाह के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने और आंदोलन की चेतावनी दी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शाह के बंगले पर कालिख पोती और नारेबाजी की।
बकवास करते रहे हैं विजय शाह
विजय शाह का इतिहास विवादों से भरा है। 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी पर टिप्पणी के कारण उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया गया था, लेकिन चार महीने बाद ही वापसी हो गई। एक बार उन्होंने छात्राओं को टी-शर्ट बांटते हुए यह भी कहा कि इनको दो दो टी-शर्ट दे देते हैं क्योंकि ये टी-शर्ट के भीतर जाने क्या पहनती हैं। उनकी राजनीतिक ताकत और आदिवासी क्षेत्रों में प्रभाव के चलते बीजेपी ने उन्हें बार-बार बचाया। यह सवाल उठता है कि क्या पार्टी नैतिकता और जवाबदेही से ज्यादा सियासी फायदे को तवज्जो दे रही है? यह मामला केवल एक बयान का नहीं, बल्कि देश की एकता, सेना के सम्मान और महिला सशक्तिकरण का है। कर्नल सोफिया कुरैशी जैसे अधिकारियों पर गर्व करने के बजाय, उन्हें सांप्रदायिक रंग देना न केवल शर्मनाक है, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी। बीजेपी को चाहिए कि वह शाह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, वरना यह धारणा मजबूत होगी कि वह ऐसी मानसिकता को बढ़ावा दे रही है। देश की जनता और सेना का सम्मान इसकी मांग करता है।
-राकेश दुबे
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