Ram Mandir प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारी ज़ोर-शोर से चल रही है। अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि राम मंदिर के महोत्सव की सारी तैयारियां 15 जनवरी तक पूरी हो जाएंगी और ‘प्राण प्रतिष्ठा’ का पूजन कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू होकर 22 जनवरी तक चलेगा। पौष शुक्ल द्वादशी, विक्रम संवत 2080 सोमवार, 22 जनवरी 2024 को रामलला को नूतन विग्रह के गर्भगृह में प्रतिष्ठित किया जाएगा। अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के बाद 23 जनवरी से राम मंदिर श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खुल जाएगा। अयोध्या (Ayodhya) नगर निगम ने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ महोत्सव में शामिल होंगे। 1 जनवरी से 15 जनवरी तक घर-घर जाकर निमंत्रण दिए जाएंगे
मोदी ने किया शिलान्यास, मोदी ही करेंगे प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या (Ayodhya) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी की दोपहर अभिजीत मुहूर्त में 12.20 बजे मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। वे रामलला को नमन करेंगे और राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की सबसे पहली आरती भी वहीं करेंगे। राम जन्मभूमि (Ram Janma Bhoomi) पर बनने वाले इस मंदिर के प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही अयोध्या में मौजूद साधु संत राम मंदिर में दर्शन करेंगे। भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या का समस्त भारतीय समाज के लिए आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से अत्यंत उच्च महत्व है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण 2024 की सबसे महत्वपूर्ण आयोजन साबित होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने ही 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर का शिलान्यास किया था और कहा था कि शिला पूजन के साथ ही सनातन धर्मियों का 500 वर्षों का लंबा इंतजार भी आज खत्म हो गया है।
प्राण-प्रतिष्ठा के बाद साल भर तक चलेंगे कार्यक्रम
राम मंदिर (Ram Mandir) के 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद 23 जनवरी से भले ही मंदिर जनसामान्य लोगों के लिए खुल जाएगा, लेकिन 24 जनवरी से अगले 48 दिनों तक ‘मंडल पूजा’ का कार्यक्रम चलेगा। ‘मंडल पूजा’ का आयोजन भी प्रतिष्ठा महोत्सव के हिस्से के रूप में किया जा रहा है। वैसे तो 55 दिनों तक चलेगा, लेकिन प्रतिष्ठा के पहले साल तक हर दिन शुभ आयोजन चलते रहेंगे। इस हिसाब के अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरी साल भर तचक चलेगा, लेकिन मुख्य प्रतिष्ठा महोत्सव 22 जनवरी को है। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में आने वाले मेहमानों के रुकने के लिए अयोध्या में कई जगहों पर व्यापक प्रबंध किए गए हैं। इसके अतिरिक्त अलग-अलग मठों, मंदिरों और अयोध्या में रहने वाले श्रद्धालु के परिवारों ने भी अपने घरों के 600 कमरे तैयार रखे हैं। जनवरी के पहले सप्ताह से ही राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या में आने वाले लोगों का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
राम लला करेंगे पवित्र नदियों के जल से स्नान
अयोध्या के इस राम मंदिर (Ram Mandir) में भगवान राम की पांच फीट की तीन मूर्तियों में से एक को गर्भगृह में ‘अचल मूर्ति’ के रूप में रखे जाने की सूचना है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दिन रामलला की मौजूदा ‘चल मूर्ति’ को पवित्र स्थान पर रखा जाएगा, जबकि वर्तमान में बनाई जा रही पांच फीट की तीन मूर्तियों में से एक को ‘अचल मूर्ति’ के रूप में गर्भगृह में रखे जाने की तैयारी है। अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा के पूरे वर्ष भर तक आयोजित होने वाले शुभ कार्यक्रमों के दौरान ‘चल मूर्ति’ के रूप में भी तीन में से एक मूर्ति स्थापित की जाएगी। राम जन्मभूमि (Ram Janma Bhoomi) पर बनने वाले इस मंदिर में रामलला की मूर्ति गर्भगृह के अलावा मंदिर की पहली मंजिल पर स्थापित की जाएगी. मंदिर की दूसरी मंजिल पर राम दरबार बनाया जाएगा. अभिषेक समारोह की विस्तृत योजना अगले साल मकर संक्रांति के दिन से शुरू होगी नई प्रतिमा को सरयू नदी और अन्य पवित्र नदियों के जल से स्नान के बाद अयोध्या शहर की यात्रा भी करेंगे।
कथा कुंज बढ़ाएगा राम से नई पीढ़ी का जुड़ाव
राम मंदिर (Ram Mandir) के इस महोत्सव को जीवन में स्थायी बसाने की कई कोशिशें की जा रही हैं। जिनमें से एक यह भी है कि भगवान राम के जीवन की महानता से युवा पीढ़ी को जोड़ने एवं उनके जीवन से प्रेरणा लेने लिए अयोध्या (Ayodhya) में राम जन्मभूमि (Ram Janma Bhoomi) परिसर में एक विशाल राम कथा कुंज कॉरिडोर निर्मित हो रहा है, जहां पर भगवान राम के पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर राम के राज्याभिषेक तक की घटनाओं को मूर्तियों के माध्यम से मनाने के लिए झांकियां सजाई जा रही हैं। इसके उद्देश्य यही है कि नई पीढ़ी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन को करीब से जान सके। राम कथा कुंज कॉरिडोर को भगवान राम के जीवन पर आधारित 108 प्रसंगों के माध्यम से सजाया जाएगा। इसके अलावा यात्री सुविधा केंद्र के मार्ग कॉरिडोर को भी सजाया जाएगा, जिससे अयोध्या में 16 जनवरी से शुरू होकर 22 जनवरी तक चलने वाला राम मंदिर (Ram Mandir) का प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव नई पीढ़ी के लिए प्रेरणापुंज साबित हो सके।
देश भर के मंदिर सजेंगे, चरण पादुका भ्रमण भी
राम मंदिर (Ram Mandir) प्रतिष्ठा महोत्सव को राष्ट्रीय उत्सव का रूप देने के लिए देश भर के सभी मंदिरों को सजाने के लिए स्थानीय मंदिर समितियों से भी बात की जा रही है। इसके साथ ही एक यात्रा भी देश भर में चल रही है, साथ ही अयोध्या (Ayodhya) में भगवान श्रीराम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद वहां रखी जाने वाली एक किलो सोने और सात किलो चांदी से बनी उनकी चरण पादुकाओं के देशभर में भ्रमण चल रहा है। राम जन्मभूमि (Ram Janma Bhoomi) पर बनने वाले इस मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव से पहले 19 जनवरी को इन पादुकाओं के अयोध्या पहुंचने का कार्यक्रम है। हैदराबाद के श्रीचल्ला श्रीनिवास शास्त्री द्वारा निर्मित चरण पादुका रामेश्वर धाम, सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, द्वारकाधीश नगरी और बद्रीनाथ के दर्शन पर हैं। इन पादुकाओं को हाथ में लेकर अयोध्या में श्रीचल्ला श्रीनिवास निर्माणाधीन मंदिर की 41 दिन की परिक्रमा भी कर चुके हैं।