Godwad: राजस्थान के पाली, जालौर और सिरोही जिलों के मध्य में फैला गोड़वाड़, अपनी ऐतिहासिक समृद्धि, प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक वैभव के लिए प्रसिद्ध है। अरावली पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा यह इलाका पिछले कुछ वर्षों में पर्यटन (Tourism) के क्षेत्र में तेजी से उभरा है। यहां के ऐतिहासिक स्थल, मंदिर, हवेलियां, और जवाई (Jawai) इलाके के जंगल और लेपर्ड (Leopard) पर्यटकों को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। साथ ही,आधुनिक सुविधाओं और नए पर्यटन रुझानों ने गोड़वाड़ को एक लोकप्रिय गंतव्य के रूप में स्थापित किया है। राज्यसभा सांसद नीरज डांगी का कहा है कि विभिन्न सहायक व्यावसायिक पहलुओं का भी तेजी से विस्तार और विकास हुआ है और जवाई के आईने में गोड़वाड़ के चमकदार भविष्य की संभावनाओं को रेखांकित होते देखा जा सकता है। पर्यटन व्यवसायी और कांग्रेस नेता ठाकुर अभिमन्यु सिंह फालना कहते हैं कि गोड़वाड़ ऐतिहासिक स्थलों और मंदिरों का इलाका है, जहां विकसित होते होटल और रिजॉर्ट्स, तथा पर्यटकों के आवास में तब्दील होते हवेलियां और ठाकुरों के राजपूती शान के रावळों के साथ साथ जवाई लेपर्ड सफारी (Jawai Leopard Safari) ने गोड़वाड़ को नई पहचान दी है। राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार कहते हैं कि गोड़वाड़ में पर्यटन विकास से यहां की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी यह इलाका नया आकर्षण बनकर उभरा है। जिससे रोजगार के अवसरों का विकास भी हुआ है। परिहार कहते हैं कि बॉलीवुड के फिल्मी सितारों की आवाजाही से जवाई इलाके को नया बूस्ट अप मिला है, तो भारत के सबसे महंगे टैंक कॉटेजेज वाली टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में भी इस इलाके को नई पहचान मिली है।
ऐतिहासिक स्थलों और मंदिरों का इलाका
गोड़वाड़ का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्र कभी गोंड गोत्रिय मीणाओं और बाद में राजपूत शासकों के अधीन रहा। यहां के ऐतिहासिक स्थल और मंदिर इसकी समृद्ध विरासत के प्रतीक हैं। रणकपुर जैन मंदिर, जो अपनी बारीक नक्काशी और शांत वातावरण के लिए विश्व प्रसिद्ध है, गोड़वाड़ का एक प्रमुख आकर्षण है। इसके अलावा, आशापुरा माता मंदिर नाडोल, परशुराम महादेव मंदिर, और मुछाला महावीर मंदिर जैसे धार्मिक स्थल यहाँ की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान को उजागर करते हैं। सांडेराव, जिसे “गोड़वाड़ का प्रवेश द्वार” कहा जाता है, अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। ये स्थान पर्यटकों को इतिहास और आस्था के संगम का अनुभव प्रदान करते हैं। गोड़वाड़ का पर्यटन विकास इसकी ऐतिहासिक और प्राकृतिक संपदा को संरक्षित करते हुए इसे आधुनिक पर्यटन के मानचित्र पर ला रहा है। यहां की विविधता और संभावनाएं इसे हर प्रकार के पर्यटक के लिए आकर्षक बनाती हैं। गोड़वाड़ का यह सुनहरा दौर इसके भविष्य को और भी समृद्ध और वैभवशाली बनाने की ओर अग्रसर है।

जवाई इलाका डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए नया आकर्षण
जवाई बांध क्षेत्र में शुरू हुई लेपर्ड सफारी ने गोड़वाड़ को एक नई और अनूठी पहचान दी है, तो गोड़वाड़ अब डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी एक उभरता हुआ केंद्र बन रहा है। । यहां के जंगलों में तेंदुओं की मौजूदगी ने इसे वन्यजीव प्रेमियों और साहसिक पर्यटकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बना दिया है। जवाई लेपर्ड सफारी न केवल तेंदुओं को करीब से देखने का अवसर देती है, बल्कि अरावली की पहाड़ियों और स्थानीय ग्रामीण जीवन की सुंदरता को भी प्रदर्शित करती है। इस सफारी ने गोड़वाड़ को पारंपरिक पर्यटन से अलग एक विशिष्ट स्थान प्रदान किया है, जिससे यह अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के बीच भी लोकप्रिय हो रहा है। यहाँ की हवेलियाँ, रिजॉर्ट्स और प्राकृतिक सुंदरता इसे शादी जैसे बड़े आयोजनों के लिए आकर्षक बनाती है। शाही अंदाज में विवाह करने की इच्छा रखने वाले जोड़े यहाँ की भव्यता और आतिथ्य से प्रभावित हो रहे हैं। इस नए रुझान ने न केवल पर्यटन को बढ़ावा दिया है, बल्कि स्थानीय सेवा उद्योग को भी मजबूती प्रदान की है। राणकपुर, सादड़ी, नारलाई, घाणेराव, फालना, जवाई बांध, कांबेश्वरजी, निंबोरानाथ, सांडेराव, सुमेरपुर, शिवगंज व आस पास के जंगल डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए नए आकर्षण के रूप में उभरे हैं। देश के विभिन्न कोनों से यहां आकर आयोजित होने वाले डेस्टिनेशन वेडिंग के आयोजन गोड़वाड़ को एक बहुआयामी गंतव्य के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।

फिल्मी सितारों की आवाजाही से मिला बूस्ट अप
हाल के वर्षों में, गोड़वाड़ का जवाई इलाका फिल्म उद्योग की हस्तियों के लिए छुट्टियां गुजारने का पसंदीदा स्थान बन गया है। अक्षय कुमार, सलमान खान, शाहरुख खान, अल्लू अरविंद, विक्की कौशल, कटरीना कैफ, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, उर्फी जावेद आदि कई बॉलीवुड हस्तियों का यहां आना हुआ है, तो इंटरनेशनल लेवल की डॉक्यूमेंट्री फिल्मों की शूटिंग यहां हुई है, जिसने इस क्षेत्र को व्यापक पहचान दिलाई है। फिल्मी सितारों की मौजूदगी और यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य ने पर्यटकों का ध्यान आकर्षित किया है। जवाई पर्यटन सर्किट का शांत वातावरण और आकर्षक दृश्यावली पर्यटकों के लिए इसे एक आदर्श लोकेशन बनाते हैं। इस प्रसिद्धि ने स्थानीय स्तर पर व्यवसायों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया है और गोड़वाड़ को एक ट्रेंडी पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया है। पर्यटन के विकास ने गोड़वाड़ की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। होटल, रिजॉर्ट्स, सफारी, और हेरिटेज स्थलों से जुड़े व्यवसायों ने यहां रोजगार के कई अवसर पैदा किए हैं। स्थानीय टूर, ट्रेवल्स, टैक्सी, गाइड, ड्राइवर, शिल्पकार और आतिथ्य क्षेत्र में काम करने वाले लोग अब बेहतर आय प्राप्त कर रहे हैं।

विकसित होते होटल, रिजॉर्ट्स, हवेलियां और रावळे
पर्यटन की बढ़ती मांग के साथ गोड़वाड़ में होटल और रिजॉर्ट्स का तेजी से विकास हुआ है। पहले यहाँ आवास की सीमित सुविधाएं थीं, लेकिन अब यहाँ आधुनिक और विलासितापूर्ण विकल्प उपलब्ध हैं। जवाई बांध के आसपास और अरावली की पहाड़ियों में कई लग्जरी रिजॉर्ट्स और बुटीक होटल्स स्थापित किए गए हैं। ये रिजॉर्ट्स प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ राजस्थानी आतिथ्य का अनुभव प्रदान करते हैं। कई होटल स्थानीय वास्तुकला को अपनाते हुए पर्यटकों को क्षेत्र की संस्कृति से जोड़ते हैं। यह विकास न केवल पर्यटकों की सुविधा बढ़ा रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न कर रहा है। गोड़वाड़ की शानदार हवेलियां और ठाकुरों के रावळे यहाँ की राजपूती शान और वैभव को दर्शाते हैं। नारलाई, फालना गांव, बेड़ा, मादा, घाणेराव और बीजापुर जैसे स्थानों पर स्थित ये हवेलियां और राजपूती ठिकाने अपनी भव्यता और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध हैं। ये संरचनाएं राजपूतों के शाही जीवन और उनकी परंपराओं की झलक प्रस्तुत करती हैं। कई पुरानी हवेलियों को हेरिटेज होटलों में परिवर्तित किया गया है, जो पर्यटकों को आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ ऐतिहासिक अनुभव प्रदान करते हैं। यह पहल न केवल पर्यटन को बढ़ावा दे रही है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण में भी योगदान दे रही है।
गोड़वाड़ का पर्यटन मानचित्र पर भविष्य उज्ज्वल
गोड़वाड़ का भविष्य पर्यटन के क्षेत्र में अत्यंत उज्ज्वल दिखाई देता है। पर्यटकों की लगातार बढ़ती संख्या ने हस्तशिल्प और खानपान उद्योग को भी प्रोत्साहित किया है। यह आर्थिक विकास गोड़वाड़ के ग्रामीण क्षेत्रों में भी समृद्धि ला रहा है, जिससे जीवन स्तर में सुधार भी हो रहा है। सरकार और निजी क्षेत्र के संयुक्त प्रयासों से यहाँ बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है। बेहतर सड़कें, परिवहन, और अन्य सुविधाएँ पर्यटन को और बढ़ावा दे रही हैं। जवाई लेपर्ड सफारी, डेस्टिनेशन वेडिंग, और फिल्म उद्योग की रुचि ने गोड़वाड़ को एक विविधतापूर्ण पर्यटन स्थल बना दिया है। कोई बड़ी अड़चन नहीं आी और पर्यटन विकास की यदि यह गति जारी रही, तो गोड़वाड़ आने वाले वर्षों में राजस्थान और भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक बनने की राह पर है।
– ज्योति मुणोत
(लेखिका पर्यावरण क्षेत्र में सक्रिय हैं)
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