कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने राजस्थान में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने को कोशिश की, लेकिन उसमें सफलता कितनी मिलेगी, यह कहा नहीं जा सकता। आम तौर पर अब तक का तो इतिहास यही रहा है कि कांग्रेस और उसके नेताओं को मोदी को घेरने में सफलता तो नहीं मिलती है, उल्टे लेने के देने पड़ जाते हैं। राहुल गांधी या प्रियंका गांधी जब जब राजस्थानके मामले में कुछ बोलते हैं, तो प्रदेश के नेता उनको करारा जवाब देते रहे हैं। लेकिन फिर भी कांग्रेस को भरोसा है कि प्रियंका गांधी सफल हो सकती है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार फाइनल करने से पहले दौसा जिले के सिकराय में 20 अक्टूबर को एक रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि क्या वे यहां पर मुख्यमंत्री बनकर आने वाले है, जो उनके चेहरे पर चुनाव हो रहा है। हालांकि ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा। प्रधानमंत्री मोदी साफ तौर पर कह चुके हैं कि प्रदेश में कमल का निशान ही पार्टी का चेहरा होगा। बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रियंका पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका भाषण कांग्रेस सरकार के कुशासन, अकर्मण्यता, अपराध, भ्रष्टाचार से पीड़ित प्रदेश की जनता के घाव पर नमक छिड़कने जैसा है। जोशी ने कहा कि प्रियंका ने अपने भाषण में केंद्र सरकार की आलोचना और गहलोत सरकार की प्रशंसा के अलावा कोई नई बात नहीं कही और गहलोत सरकार ने जिन योजनाओं के आंकड़े लिख कर दिए उन्हें पूरे जोश के साथ बोल दिया।
उधर, सांसद और विद्याधर नगर सीट से बीजेपी की उम्मीदवार दीया कुमारी ने प्रियंका के दौरे पर कहा कि अब चुनाव शुरू होने पर वो अपनी शक्ल दिखाने आ रही हैं, वैसे तो वे केवल पिकनिक मनाने ही राजस्थान आती हैं। दीया कुमारी ने यह भी कहा कि वे रणथंभौर में पिकनिक मनाने आती हैं पर प्रदेश में जगह जगह महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के दौरान न कहीं दिखती है और न ही बोलती हैं। अब चुनाव हो रहा है, तो वे आ रही हैं मगर प्रियंका कहती हैं – लड़की हूं लड़ सकती हूं, तो क्या राजस्थान की लड़कियां, लड़की नहीं हैं, जिन पर अत्याचार हुए। सिकराय में प्रियंका बोलीं- ‘मैंने पर टीवी देखा, लेकिन पता यह नहीं सच है या नहीं, मगर देव नारायणजी के मंदिर में मोदी ने दान दिया, 6 महीने बाद लिफाफा खोला गया, तो लिफाफे में केवल 21 रुपए निकले। जबकि बीजेपी पहले ही इसका जवाब दे चुकी है और तस्वीरों के साथ देश ने देखा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ नोट भंडार में चढ़ाए थे, जो साफ दिख भी रहे थे। फिर भी इसके जवाब में प्रदज्श अध्यक्ष जोशी ने कहा कि प्रियंका ने भक्त और भगवान दोनों का ही अपमान किया है, इस प्रकार की बात करना तुष्टिकरण की राजनीति का ही एक हिस्सा है, कांग्रेस हमेशा से ही ऐसा करती आई है।
प्रियंका गांधी ने यह भी कहा था कि चुनाव आता है तो बीजेपीवाले धर्म और जाति की बात करने लगते हैं, जबकि ये बातें आपके दिल और जज्बातों से जुड़ी हैं, इसे कोई हिंदुस्तानी नहीं नकार सकता। पर आपको ध्यान से समझना पड़ेगा कि चुनाव के समय ये बातें क्यों करते हैं? जबकि इस वक्त आपके विकास की बातें क्यों नहीं कर रहे। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले दिनों जब जब राजस्थान आए हैं, तो वे विकास की बातें जमकर करते रहे हैं। सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं की नज़र तो यहां की जमीनें हड़पने में रही है, इसलिए मोदी है तो गारंटी है।
उधर, प्रियंका ने कांग्रेस की अंदरूनी कलह को भांपते हुए यह भी कहा कि एक तरफ गहलोतजी का अनुभव है आपके लिए दिन रात एक करने की ये इच्छा रखते हैं तो दूसरी तरफ सचिन पायलट जैसे युवा नेता जो आपके भविष्य की तरफ देखते हुए मेहनत करते हैं। मतबल प्रियंका ने दोनों को खुश करने की कोशिश की। सिकराय में जनसभा को सम्बोधित करने के बाद प्रियंका गांधी मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में दर्शन करने पहुंचीं। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में दर्शन आरती में प्रियंका गांधी के साथ सीएम अशोक गहलोत व सचिन पायलट भी खड़े नजर आए। लेकिन बीजेपी ने तत्काल प्रियंका की हर बात का करारा जवाब देकर साबित कर दिया कि वे कांग्रेस के हर वार का करारा जवाब देंगे।