Prashant Kishor Karan Thapar: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) एक बार फिर खबरों में हैं। देश में लोकसभा चुनाव (Parliament Election) के बीच वे लगातार इंटरव्यू दे रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और उनकी पार्टी बीजेपी (BJP) के समर्थन में अपनी बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि बीजेपी जीत रही है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री (Prime Minister) बननेवाले हैं। विपक्ष को उनकी यही बात चिढ़ा रही है। इस बीच एक इंटरव्यू में वरिष्ठ पत्रकार करण थापर (Karan Thapar) और प्रशांत किशोर के बीच गरमा – गरम उबाल की भी काफी चर्चा है। प्रशांत को एक बार तो करण थापर को सीधे कहना पड़ा कि आप जैसे चार से अकेले निपट सकता हूं। इस पूरे मामले में ज्यादातर लोग करण थापर को गलत बता रहे हैं तो कांग्रेस समर्थक पत्रकार प्रशांत किशोर को। कांग्रेस की नाराजगी की वजह यह है कि बीते कुछ दिनों में दिए गए अपने कई इंटरव्यू में प्रशांत ने बीजेपी की 2019 वाली जीत का दावा भी किया है। प्रशांत किशोर का कहना है कि बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव में जितनी सीटें जीती थी, इस बार भी उसके आसपास ही सीटें मिलेंगी। कुछ लोग प्रशांत किशोर की मौजूदा लोकसभा चुनाव में बीजेपी के 300 सीटों से ज्यादा हासिल करने की भविष्यवाणी से गदगद हैं। प्रशांत का मानना है कि कांग्रेस (Congress) पार्टी 100 सीटों तक पहुंचने के लिए भी संघर्ष करेगी। इसी कारण विपक्ष प्रशांत किशोर की बातों की जमकर आलोचना कर रहा है और उनके इस बयान को बीजेपी की जीत में सहयोग का माहौल बनाने तथा पीएम मोदी की प्रशंसा में कही गई बातें करार दे रहा है।
मैं यह इंटरव्यू छोड़कर जानेवाला नहीं हूं – थापर से बोले पीके
इस बीच, प्रशांत किशोर के साथ करण थापर का इंटरव्यू भी काफी चर्चा में है, जिसमें करण उनसे पूछ रहे हैं कि आपने तो हिमाचल में भी चुनाव में मोदी और बीजेपी की जीत का दावा किया था, लेकिन वहां तो उनको हार मिली। जिस पर प्रशांत किशोर उनसे अपने कहे का वीडियो मांग रहे हैं, को करण वीडियो नहीं दिखाते बल्कि अखबारों में छपी खबरों की बात कह रहे हैं। जिस पर प्रशांत का कहना है कि अखबार कुछ भी छाप सकते हैं, लेकिन वीडियो दिखाइये, जिसमें मैंने यह कहा, जो आप बता रहे हैं, तो मैं प्रोफेशन ही छोड़ दूंगा। करण थापर इस पर भी प्रशांत किशोर को आंदोलित करने की कोशिश में साफ कह रहे हैं कि आपने कहा। जबकि बार बार पीके कह रहे हैं कि मैंने ऐसा कहा ही नहीं, कहा है तो वीडियो दिखाओ। दरअसल, करण की कोशिश साफ दिख रही थी कि प्रशांत किशोर उनके तीखे सवालों से वह इंटरव्यू ही छोड़कर चले जाएं, लेकिन पीके ने ऐसा नहीं किया और कहा भी कि मैं यह छोड़कर जाने वाला नहीं हूं, जैसा कि आप चाहते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि आप मुझे डरा-धमका नहीं सकते। आपको लगता है कि इंटरव्यू में कड़े सवाल से असहज करके लोगों को भागने पर मजबूर करना आपकी पहचान है, लेकिन मैं आप जैसे चार लोगों से अकेले निपट सकता हूं।
संजय पुगलिया से पीके बोले – जनता में मोदी पर गुस्सा नहीं
देश के राजनीतिक हलकों में प्रशांत किशोर को पीके के नाम से जानते हैं। एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया के साथ एक खास बातचीत में पीके ने कहा कि 4 जून का नतीजा अभी भविष्य के गर्त में है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि मोदी सरकार एक बार फिर वापस आ रही है। उन्होंने कहा – ‘मुझे लगता है कि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा वापसी कर रही है। उन्हें पिछले चुनाव के बराबर सीटें मिल सकती हैं या फिर उनका प्रदर्शन पहले से थोड़ा बेहतर हो सकता है। भले ही लोगों में बीजेपी सरकार के खिलाफ निराशा हो सकती है या नाराजगी हो सकती है, लेकिन व्यापक स्तर पर मोदी सरकार को हटाने को लेकर गुस्सा देखने को नहीं मिला है।’ उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आने से पहले पीके ने कहा था कि बीजेपी बंगाल में ट्रिपल डिजिट में नहीं पहुंचेगी। इसीलिए उन्होंने 2021 में संपन्न पश्चिम बंगाल को विधानसभा चुनाव के नतीजे और उनसे पूर्व उनकी भविष्यवाणी को भी याद रखने की सलाह दी है।
आलोचकों पर प्रशांत का तंज, 4 जून को पानी पीने की सलाह
देश की राजनीति में प्रशांत किशोर की अपनी साख है और चुनावी रणनीति के मामले में उनका कोई सानी नहीं है। फिर भी विपक्ष के हमले उन पर हो रहे हैं। इसी वजह से प्रशांत किशोर ने अपने सोशल मीडिया हेंडल ‘एक्स’ पर अपने आलोचकों पर तंज कसते हुए उन्हें 4 जून को भरपूर पानी पीने की सलाह दी है। उल्लेखनीय है कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने हैं। प्रशांत किशोर लिखते हैं – ‘पानी पीना अच्छा है क्योंकि यह दिमाग और शरीर दोनों को हाइड्रेटेड रखता है। जो लोग इस चुनाव के नतीजे के बारे में मेरे आकलन से चकित हैं, उन्हें 4 जून को भरपूर पानी अपने पास रखना चाहिए। 2 मई 2021 और बंगाल को याद रखें।’ वैसे, प्रशांत किशोर की बात पर मचाए जा रहे हो – हल्ले को विपक्ष की नादानी बताते हुए राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार कहते हैं कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है, तो प्रशांत की बात का किसी को बुरा नहीं मानना चाहिए। चार जून को तो चुनावी नतीजों के साथ ही हार जीत का सारा सच वैसे भी सामने आ ही जाएगा। राजनीतिक विश्लेषक परिहार कहते हैं कि विपक्ष को 4 जून की प्रतीक्षा करनी चाहिए और प्रशांत किशोर की बात का सम्मान करना चाहिए।
करण थापर रत्ती भर भी दबा नहीं सके प्रशांत किशोर को
प्रशांत किशोर की फिर से मोदी सरकार के आने और कांग्रेस के पिछडने की कही बातों पर राजनीतिक हलकों में काफी गंभीर चर्चा है। पत्रकार शुभम शुक्ला कहते हं कि प्रशांत किशोर ने करण थापर जी के साथ इंटरव्यू में गजब के तर्क रखे हैं। करण को लगा कि वो पूरे इंटरव्यू को हाईजैक कर लेंगे। लेकिन इस बार उनका पाला बिहार की गली-गली घूमने वाले एक ऐसे व्यक्ति से पड़ा जो ना सिर्फ नेता है बल्कि पार्टियों को नेतागीरी की ट्रेनिंग देता है। करण को लगा इस इंटरव्यू के बाद सोशल मीडिया में उनके लेफ्ट विंग की ट्रोल आर्मी प्रशांत किशोर के खिलाफ प्रोपोगेंडा चला लेगी, लेकिन दांव उल्टा पड़ गया। प्रशांत किशोर ने धुआँ-धुआँ कर दिया। आप पूरा इंटरव्यू देखेंगे तो पाएंगे की करण थापर के इंटरव्यू में जाकर प्रशांत किशोर ने उनके ही माइक कैमरे के सामने उन्हें को एक्सपोज़ कर दिया।
-राकेश दुबे (वरिष्ठ पत्रकार)