Rajasthan Assembly Session: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) नई सरकार पर भड़के हुए हैं। विधानसभा में राज्यपाल से उनके अभिभाषण में नई सरकार द्वारा झूठे आरोप पढ़वाने से गहलोत नाराज हैं। पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि राजस्थान की भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) के नेतृत्व वाली बीजेपी (BJP) सरकार ने राज्यपाल महोदय से अभिभाषण में पूर्ववर्ती कांग्रेस (Congress) सरकार पर मिथ्यारोप पढ़वा दिए हैं, जो उचित नहीं है। उनका कहना है कि इससे राजस्थान (Rajasthan) की बीजेपी सरकार का असली चेहरा उजागर हुआ है। उल्लेखनीय है कि आज शुक्रवार 19 जनवरी 2024 को 16वीं विधानसभा के सत्र में राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने अपने अभिभाषण में भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था और राज्य की खराब आर्थिक स्थिति के लिए पिछली कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष किए थे, जिसका कांग्रेस ने जमकर विरोध किया है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान विधानसभा सत्र (Rajasthan Assembly Session) में पहले दिन ही राज्यपाल के अभिभाषण में साफ तौर पर पिछली अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार पर कठोर कटाक्ष थे, जो कि आम तौर पर राज्यपाल नहीं करते। पहले दिन विधानसबा में जोरदार हंगामा हुआ।
Rajasthan Assembly Session में कांग्रेस सरकार पर मिथ्यारोप
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर राज्य सरकार पर प्रहार करते हुए एक पोस्ट में लिखा है कि ‘अभिभाषण में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर मिथ्यारोप पढ़वा दिए, यह उचित नहीं है। गहलोत ने लिखा है कि – पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाएं ऐसी रहीं जिनकी चर्चा और सराहना प्रदेश ही नहीं पूरे देश में हुई। आमजन और कई विशेषज्ञों का तो यह मत है कि इन योजनाओं को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। नई सरकार का कर्तव्य है कि इन योजनाओं का और बेहतर ढंग से जनता को लाभ पहुंचाए और राज्यपाल महोदय के अभिभाषण के माध्यम से अपना विजन जनता के सामने रखे। ऐसा करने के बजाय सरकार ने राज्यपाल महोदय से अभिभाषण में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर मिथ्यारोप पढ़वा दिए। यह उचित नहीं है। ऐसे कृत्य जनता के सामने इस नई सरकार की सोच को उजागर कर रहे हैं।
राज्यपाल बोले – पिछली सरकार अहम की लड़ाई में व्यस्त रही
विधानसभा सत्र के पहले दिन अपने अभिभाषण में राज्यपाल कलराज मिश्र ने सीधे सीधे पिछली अशोक गहलोत सरकार पर कटाक्ष किए। आम तौर पर राज्यपाल के अभिभाषण में ऐसा नहीं होता। लेकिन फिर भी, शुक्रवार को विधानसबा में राज्यपाल ने कहा कि इससे पहले की सरकार अपने अन्तर्विरोधों एवं अहम की लड़ाई में व्यस्त रहने के कारण प्रदेश की विकासोन्मुखी नीति बनाने एवं निर्णय लेने में कामयाब नहीं हो पाई, जिससे वह जनता की आकांक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकी। परंतु अब यह पूर्ण बहुमत एवं डबल इंजन की सुस्थिर सरकार राज्य में विकास के नये कीर्तिमान स्थापित करते हुए ना केवल नए राजस्थान का निर्माण करेगी बल्कि विकसित राजस्थान व विकसित भारत 2047 के संकल्प को भी साकार करेगी।
चुनावी वैतरणी पार करने के लिए चलाई योजनाओं की समीक्षा होगी
राज्यपाल मिश्र ने पिछली अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की योजनाओं पर निजी कटाक्ष करने के साथ नई सरकार के कार्यों पर कहा कि हमारी सरकार का यह नीतिगत निर्णय है कि विगत सरकार द्वारा संचालित जन कल्याण की योजनाओं को बंद नहीं किया जायेगा, लेकिन चुनावी वैतरणी पार करने के उद्देश्य से अपने कार्यकाल के आखिरी समय में, बिना बजटीय प्रावधानों के, आनन-फानन में घोषित की गई इन तथाकथित कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा अवश्य की जायेगा। विशेषज्ञों द्वारा गहन छानबीन के बाद ही इन कथित कल्याणकारी योजनाओं को समुचित वित्तीय आधार देकर, ठोस एवं व्यावहारिक नये रूप में, जमीनी धरातल पर लागू करने का काम किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य की नई सरकार की नीतियां और नीयत एकदम साफ है तथा वह विकसित राजस्थान बनाने के लिए कटिबद्ध है। राज्यपाल ने कहा कि नयी सरकार अपने ‘संकल्प पत्र’ के हर वादे को पूरा करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त राजस्थान बनाना वर्तमान डबल इंजन की सरकार का प्रमुख लक्ष्य है।