Mahakumbh: अब महाकुंभ में तीसरे अमृत स्नान की तैयारी है। महाकुंभ (Mahakumbh) में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मचने से 30 लोगों की मौत और सैकड़ों के घायल होने के बावजूद श्रद्धालुओं में प्रयागराज (Prayagraj) में चल रहे महाकुंभ में जाने और संगम में नहाने का भाव कम नहीं हुआ है। बसंत पंचमी पर तीसरे अमृत स्नान में करीब 5 करोड़ लोगों के आने की जानकारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व में प्रशासन अलर्ट है तथा बसंत पंचमी पर तीसरे अमृत स्नान सहित रोज की व्यवस्थाओं के लिए भी विशेष तैयारियां की जा रही है। 30 जनवरी सुबह 10 बजे तक साढ़े 28 करोड़ लोग महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। इसके अलावा महाकुंभ में 10 लाख से अधिक श्रद्धालु कल्पवास कर रहे हैं। मौनी अमावस्या पर रात 8 बजे तक 7 करोड़ 64 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया था। यह कुंभ मेले के इतिहास में किसी भी एक दिन श्रद्धालुओं के स्नान की सबसे बड़ी संख्या है। बताया जा रहा है कि 30 जनवरी सुबह 10 बजे तक साढ़े 28 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं।
10 करोड़ लोगों का क्राउड मैनेजमेंट, फिर भी हादसा ?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भी महाकुंभ में हादसे में लोगों की जान जाने से दुखी हैं। दुर्घटना पर बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री की दुखी आंखों में आंसू थे। सरकार और प्रशासन दोनों ही बसंत पंचमी पर तीसरे अमृत स्नान की तैयारी में लगे हैं लेकिन परेशान भी है कि महाकुंभ में व्यवस्था पूरी तरह से चाकचौबंद थी और 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने पर व्यवस्था के मामले में क्राउड मैनेजमेंट की पूरी तैयारी थी, फिर भी हादसा कैसे हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जान रहे हैं कि प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर 30 लोगों की मौत ने व्यवस्थाओं पर प्रश्च चिन्ह लगाए हैं, क्योंकि 144 साल बाद आए महाकुंभ में आस्था की सबसे बड़ी डुबकी का मौका आया उसी दिन 30 लोग मारे गए।
महाकुंभ की योजना बना रहे हैं, तो सावधान भी रहिए
हालांकि, अब अगले स्नान पर फिर से सबसे ज्यादा लोगों के आने का आहट है, लेकिन शानदार व्यवस्था का दम भरने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार, मेला प्रशासन तथा व्यवस्थाओं से जुड़ी एजेंसियों की जिम्मेदारों के दावे रेत के महल की तरह धाराशायी हो गए। इसलिए, महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद श्रद्धालुओं के मन में अपनी सुरक्षा को लेकर कई सवाल हैं। हालांकि दुर्घटना के बाद भी देश में करोड़ों लोग महाकुंभ में पहुंचने की योजना बना रहे हैं, तो सावधानी बरतनी चाहिए। हालांकि हादसे से परेशान प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मेला व्यवस्था की देख रेख कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को महाकुंभ में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने के साथ ही सतर्कता बरतने और सावधानी बनाए रखने के निर्देश दिए है।
अगले सभी स्नानों के लिए तैयारी पूरी, लोग भी संयम रखें
बसंत पंचमी का अमृत स्नान 3 फरवरी को होगा। इस दिन स्नान का ब्रह्म मुहूर्त 5 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगा, समापन भी 6 बजकर 16 मिनट पर हो जाएगा। महाकुंभ में अमृत स्नान को पवित्र और पुण्यदायी माना जाता है। बसंत पंचमी के दिन स्नान करने का महत्व और अधिक है क्योंकि यह दिन ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसी कारण दुनिया भर से इस दिन बड़ी संख्या में लोग महाकुंभ में आने की योजना बना रहे हैं। दुनिया भर के सबसे बड़े मेले के रूप में प्रख्यात महाकुंभ के आयोजन में प्रयागराज में कुल लगभग 7 हजार करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च हुए हैं। फिर भी मौनी अमावस्या पर भीड़ अनियंत्रित हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी घोषणा की है कि राज्य सरकार की और से बसंत पंचमी सहित आगामी अमृत स्नानों के लिए प्रशासन को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है और कोई हादसा न हो इसके लिए लोगों से भी संयम बरतने तथा सहयोग की अपील की जा रही है।