Congress: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस पर कांग्रेस अध्यक्ष मलिल्कार्जुन खड़गे और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) तो उपस्थित रहे, लेकिन कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा नहीं दिखीं। राहुल व खड़गे ने सतात्धारी बीजेपी को कटघरे में खड़ा करने की पूरी कोशिश की। राहुल ने कहा कि देश में बेरोजगारी बढ़ रही है, महंगाई बढ़ रही है, लेकिन बीजेपी (BJP) में किसी को किसी की परवाह नहीं है। ये सारी वे ही बातें हैं, जो राहुल अक्सर हर कहीं बोलते रहे हैं। राहुल ने कहा कि बीजेपीवाले राजाओं की तरह का राज चाहते हैं। वे पूछते हैं कि कांग्रेस ने क्या किया, हम बताते हैं कि देश को कांग्रेस ने संविधान दिया, लोगों को बराबरी का दर्जा दिया। प्रधानमंत्री कहते हैं कि वे खुद ओबीसी हैं, लेकिन ओबीसी, दलित और आदिवासियों को उनका हक नहीं मिल रहा है। दरअसल, राहुल गांधी को पास मौका भी था, अवसर भी था और सुननेवाले लोग भी अच्छे खासे थे, लेकिन उनका भाषण लोगों पर कोई खास असर नहीं छोड़ पाया।
Congress नेता सोनिया गांधी व प्रियंका अनुपस्थित
कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस के इस कार्यक्रम में पार्टी की पूर्व अध्यक्ष पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा नहीं पहुंची। दोनों के इस आयोजन में शामिल नहीं होने के बारे में कोई खास कारण किसी को पता नहीं है। राहुल गांधी सहित कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित डीके शिवकुमार, अजय माकन, केसी वेणुगोपाल, अशोक चव्हाण, शक्तिसिंह गोहिल, गोविंद सिंह डोटासरा, पी चिदंबरम, अधीर रंजन चौधरी, अलका लांबा, मुकुल वासनिक, भूपेश बघेल, सलमान खुर्शीद, श्रीमती दीपा दासमुंशी, गुलाम मीर आदि सहित महाराष्ट्र तथा अन्य राज्यों के कई शीर्ष पार्टी नेताओं ने हिस्सा लिया। जबकि पार्टी की अध्यक्ष पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही।
Congress किसी से नहीं डरती, मोदी से भी नहीं
नागपुर की इस रैली में नागपुर की धरती को पावन बताने के साथ नमन करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने डॉ भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी को याद किया और कहा कि आरएसएस का जन्म भी नागपुर से ही हुआ। उन्होंने कहा कि यह अंबेडकर और गांधी की भूमि है लेकिन बीजेपी और आरएसएस ने पिछले 10 सालों में तंग करके रख दिया है। खरगे ने कहा कि आज दश में डर का माहौल है, लेकिन हम किसी से नहीं डरते। अंग्रेजों से भी नहीं डरे तो बीजेपी (BJP) और आरएसएस (RSS) से क्या डरेंगे, नरेंद्र मोदी से भी नहीं डरेंगे। कांग्रेस के 139वें स्थापना (28 दिसंबर) पर नागपुर में आयोजित इस महारैली को 2024 चुनावों की तैयारी के तौर देखा जा रहा है। कांग्रेस ने ‘हैं तैयार हम’ के नारे के साथ कांग्रेस ने 2024 में विभिन्न मुद्दों पर लड़ने की तैयारी रखी है।
बीजेपी में गुलामी का माहौल, डरकर रहना पड़ता है
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने नागपुर में कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस पर आयोजित ‘हैं तैयार हम’ रैली में आरएसएस और बीजेपी पर जोरदार हमला किया। राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी में किसी की नहीं सुनी जाती, वहां केवल दो लोगों की चलती है। वे दोनों सुनना ही नहीं चाहते। बीजेपी में गुलामी चलती है। जो ऊपर से कहा जाता है, वो बिना सोचे समझे करना पड़ता है। हमारे प्रदेश कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष नाना पटोले ने सवाल किया कि जीएसटी से किसानों का क्या फायदा हुआ तो ये सवाल उन्हें अच्छा नहीं लगा। उन्हें पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। बीजेपी (BJP) के कई सांसद मुझसे मिलते हैं। मुझसे एक बीजेपी का सांसद लोकसभा में छुपकर मिला, वह मुझसे कहता है कि बीजेपी में रहकर सहा नहीं जाता है। ऊपर से आदेश आता है, हमें पालन करना पड़ता है। चाहे किसी को अच्छा लगे या नहीं लगे। जबकि हमारी पार्टी में ऐसा नहीं होता।
आरएसएस वाले तिरंगे को सैल्यूट नहीं करते थे
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) बोले कि हमसे सवाल किये जाते हैं कि कांग्रेस ने देश के लिए क्या किया। मैं कहता हूं कि आजादी से पहले देश में 500 से 600 से राजा थे और अंग्रेज भी थे। हिंदुस्तान की जनता को देश में कोई अधिकार नहीं थे। गरीब की जमीन किसी राजा को अगर अच्छी लगती तो वो उसे ले लेता था। लेकिन महात्मा गांधी, बाबासाहेब आंबेडकर और जवाहरलाल नेहरू ने देश को संविधान दिया, जिसने हर व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा की है। आरएसएस (RSS) और बीजेपी (BJP) के लोग जो आज झंडा फहराते हैं, वे कई सालों तक तिरंगे को सैल्यूट नहीं मारते थे। वे संविधान के खिलाफ थे, लेकिन सारे अधिकार संविधान से मिलते हैं, जो कांग्रेस ने दिया है। ये विचारधारा की लड़ाई चल रही है। हमारी विचारधारा कहती है कि देश राजा चलाते थे, वैसे नहीं चलाया जाना चाहिए। बल्कि देश की लगाम जनता के पास होनी चाहिए।
ओबीसी, दलित आदिवासी की भागीदारी कहां?
बीजेपी (BJP) पर हमला करते हुए कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ओबीसी, दलित और आदिवासी की सहभागिता पर कहा कि देश में 50 फीसदी ओबीसी आबादी है. दलित 15 प्रतिशत और आदिवासी 12 प्रतिशत है। हिंदुस्तान के बजट को जो 90 अफसर चलाते हैं, इनमें से ओबीसी कितने हैं, दलित और आदिवासी कितने हैं। ये सवाल पूछा तो, बीजेपी के लोग चुप हो गए। इन 90 अफसरों में केवल तीन ओबीसी समाज से आते हैं, और ये बीजेपीवाले कहते हं कि ओबीसी सरकार चला रही है। प्रधानमंत्री पहले अपने आपको ओबीसी कहते थे और अब कहते हैं कि देश में एक ही जाति है।
-राकेश दुबे